राज्य की आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, सुपरवाइजरों, सीडीपीओ को करीब 28 करोड़ रुपये की लागत के वितरित किए जा रहे हैं मोबाइल फोन

– आंगनवाड़ी केंद्रों को जोड़ा जा रहा है सौर ऊर्जा से

– भविष्य में और खोले जाएंगे 4000 प्ले स्कूल–जिला कैथल में कुल 1326 मोबाईल फोन किए गए वितरित – राज्यमंत्री कमलेश ढांडा

– राज्यमंत्री कमलेश ढांडा ने अतिरिक्त अनाज मंडी में आयोजित कार्यक्रम में आंगनवाड़ी वर्कर्स को किए फोन वितरित

चंडीगढ़, 8 जनवरी – हरियाणा की महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री श्रीमती कमलेश ढांडा ने कहा कि करीब 28 करोड़ रुपये की लागत से राज्य की सभी आंगनवाड़ी वर्कर्स, सुपरवाइजर, सीडीपीओ को मोबाइल फोन वितरित किए जा रहे हैं। प्रदेश के 22 जिलों में 25 हजार 962 आंगनवाड़ी वर्कर, 1016 सुपरवाईजर तथा 148 सीडीपीओ को फोन दिए जा रहे हैं। जिला कैथल में 1326 मोबाईल फोन वितरित किए गए हैं।        

राज्यमंत्री श्रीमती कमलेश ढांडा कैथल की अतिरिक्त अनाज मंडी में आयोजित कार्यक्रम में आंगनवाड़ी वर्कर्स को मोबाइल फोन वितरित करने के दौरान बोल रही थी। राज्यमंत्री ने कहा कि जिला कैथल में 1270 आंगनवाड़ी वर्कर्स, 49 सुपरवाईजर तथा 7 महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी को मोबाइल फोन मुहैया करवाए गए हैं। इस व्यवस्था से इन सभी को आंगनबाड़ी केंद्र के कार्यों को और बेहतर तरीके व तेज गति से करने में जहां मदद मिलेगी, वहीं समय की भी बचत होगी। आज विभाग की कई महत्वपूर्ण योजनाएं जैसे आईसीडीएस, प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना, बाल संवर्धन प्रणाली आदि के अंतर्गत लाभार्थियों का रियल टाइम डाटा पोर्टल पर भरा जा रहा है। स्मार्ट फोन मिलने से पोषण अभियान के अंतर्गत सभी लाभार्थियों को पोषण ट्रैक के माध्यम से आसानी से ट्रैक किया जा सकेगा। बाल संवर्धन पोर्टल पर आंगनबाड़ी केंद्रों के खुलने का समय, बच्चों की उपस्थिति, वजन, लम्बाई के नाप को लेकर सुगमता से कार्य किया जा सकेगा।     

 राज्यमंत्री श्रीमती कमलेश ढांडा ने कहा कि मोबाइल फोन मिल जाने से सभी वर्करों को विभागीय सेवा से संबंधित 11 मैनुअल कार्य रजिस्टर में भरने से निजात मिलेगी। नवीनतम टेक्नोलॉजी से जुड़कर विकास की गति को और अधिक बढ़ाने में सभी अपना योगदान दे सकेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा प्रदेश में पहले से ही 4 हजार प्ले स्कूल खोले जा चुके हैं। भविष्य में 4 हजार और प्ले स्कूल खोले जाएंगे। जिला में 240 प्ले स्कूल सुचारू रूप से चल रहे हैं। प्रदेश की 25 हजार 962 आंगनवाड़ी केंद्रों को सौर ऊर्जा से जोड़ने का निर्णय लिया है। प्रथम चरण में 9500 उन आंगनवाड़ी केंद्रों को कवर किया जाएगा, जो सरकारी भवनों में चल रही है, जिसमें से 5108 आंगनवाड़ी केंद्रों को सौर ऊर्जा से जोड़ा जा चुका है। कामकाजी महिलाओं की आवश्यकताओं को मद्देनजर रखते हुए प्रदेश में 500 नए क्रेच कामकाजी महिलाओं के शिशुओं के लिए खोले जाएंगे।        

राज्यमंत्री ने कहा कि पिछले दिनों मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं के साथ संवाद करते हुए अनेकों घोषणाएं की थी, जिसके तहत 10 वर्ष से अधिक का अनुभव रखने वाली आंगनवाड़ी कार्यकर्ता का मानदेय 12661 रुपये से बढ़ाकर 14 हजार रुपये, 10 वर्ष से कम अनुभव वालों का मानदेय 11401 रुपये से बढ़ाकर 12500 रुपये, मिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता का मानदेय 11401 से बढ़ाकर 12500 रुपये तथा आंगनबाड़ी का मानदेय 6781 रुपये से बढ़ाकर 7500 रुपये किया गया है। इसी प्रकार वर्दी भत्ता में बढ़ोतरी की गई है। आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को सेवानिवृत्ति पर मिलने वाली राशि को 1 लाख रुपये से बढ़ाकर 2 लाख रुपये किया गया है और आंगनवाड़ी हेल्पर की सेवानिवृत्ति राशि 50 हजार रुपये से बढ़ाकर 1 लाख रुपये की गई है। इस अवसर पर विभाग की आंगनवाड़ी वर्कर्स मौजूद रही।

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