हड़ताल के कारण जिले भर में चरमराई स्वास्थ्य व्यवस्था, मरीज रहे परेशान

डॉक्टर के हड़ताल के आह्वान, पर स्वास्थ्य विभाग में 135 डॉक्टरों को तैनाती

किसी भी मरीज को अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित नहीं रहने दिया जाएगा : सिविल सर्जन

भारत सारथी/कौशिक 

नारनौल। हरियाणा स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टरों ने आज से सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं में सभी प्रकार की स्वास्थ्य सेवाओं को रोकने के अनिश्चितकालीन हड़ताल के आह्वान नागरिक अस्पताल और जिला के अन्य सरकारी अस्पतालों में चिकित्सा ने मरीजों को नहीं देखा। डॉक्टरों की हड़ताल के कारण नागरिक अस्पताल में ओपीडी और अन्य सेवाएं बंद रही जिसके चलते लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।

नागरिक अस्पताल नारनौल में रोजाना करीब 1000 ओपीडी होती है। ऐसे में यहां पर आने वाले लोगों को काफी परेशानी हुई ।‌ हालांकि सिविल सर्जन द्वारा मरीजों को देखने के लिए होम्योपैथिक, एनआरएचएम व आयुष विभाग के डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई। लेकिन लोगों को पर्याप्त चिकित्सा सुविधा नहीं मिल पाई।

प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों का विशेषकर विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी होने तथा अपनी अन्य मांगों को लेकर नारनौल के नागरिक अस्पताल, महेंद्रगढ़ के नागरिक अस्पताल, अटेली, नांगल चौधरी, कनीना तथा अन्य सीएससी तथा पीएचसी केन्द्रों के सरकारी डॉक्टरों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर होने के कारण जिला में चिकित्सा व्यवस्था चरमरा गई। इससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।

हड़ताल कर रहे डॉक्टरों ने बताया की जनसंख्या के हिसाब से हरियाणा में 10000 से ज्यादा सरकारी डॉक्टर होने चाहिए। लेकिन फिलहाल केवल ढाई हजार के लगभग डॉक्टर कार्यरत है। जहां पर 2000 से ज्यादा स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की आवश्यकता है वहां मात्र 700 से भी कम डॉक्टर काम कर रहे हैं। इस कमी के चलते एक डॉक्टर रोजाना 200 से ढाई सौ मरीज देखता है । एक डॉक्टर के ऊपर बहुत अधिक भार हो रहा है । जिसके चलते सरकारी अस्पताल के डॉक्टर गुणवत्ता वाला इलाज नहीं कर पा रहे।

डॉक्टर ने बताया कि वह काफी लंबे समय से सरकार से विशेषज्ञ डॉक्टर की संख्या बढ़ाने की मांग करते आ रहे हैं। वहीं स्वास्थ्य सुधार के लिए लंबे समय से सुझाव दिए जा रहे हैं। लेकिन सरकार इनकी ओर गंभीरता से ध्यान नहीं दे रही। सरकार उनकी मांगों के प्रति असंवेदनशील रवैया अपना रही है। जो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है तथा लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ है।जिसके चलते उन्होंने यह अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की है।

 हड़ताल को देखते हुए आमजन को निर्बाध रूप से स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए जिला में लगभग 135 डॉक्टरों को तैनात किया गया है।

सिविल सर्जन डॉक्टर रमेश चंद्र आर्य ने बताया कि जनता को निर्बाध सेवाएं प्रदान करने के लिए स्वास्थ्य विभाग जिला में लगभग 135 डाक्टरों को तैनात किया है। इसमें 4 कन्सलटेंट व वरिष्ठ कन्सलटेंट, 5 एनएचएम के डाक्टर व 5 विशेषज्ञ डाक्टर, 4 डीपीआर डाक्टर, 30 आयुर्वेद्विक चिकित्सा अधिकारी और 91 सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी शामिल हैं। 

सिविल सर्जन ने आश्वासन दिया कि किसी भी मरीज को अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित नहीं रहने दिया जाएगा।

उन्होंने बताया कि आज जिला नागरिक अस्पताल नारनौल ओपीडी में 697 मरीजों को देखा गया। इनमें 59 मरीजों को भर्ती किया गया, 32 महिला नलबन्दी, 1 पुरुष नसबन्दी की गई, तीन प्रसूति ऑपरेशन से की गई तथा इसके अलावा आपातकालीन सेवाएं सामान्य रूप से चलाई गई।

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