कांग्रेस-विपक्ष के 143 सांसदों को तानाशाही ढंग सेे लोकसभा व राज्यसभा से निलम्बित करके उनके संसद में भी प्रवेश पर रोक लगाना गैरलोकतांत्रिक, संविधान विरोधीे व लोकतंत्र की मूल भावना के विपरित है : विद्रोही

143 सांसदों को संसद से निलम्बित करने का मतलब है कि 24 करोड़ मतदाताओं को संसद में प्रतिनिधित्व से रोका जा रहा है : विद्रोही

21 दिसम्बर 2023 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने समस्त हरियाणावासियों से अपील की कि वे लोकतंत्र, संविधान, संसद की गरिमा को बचाने कांग्रेस-इंडिया अलायंस के आहवान पर शुक्रवार 22 दिसम्बर को प्रदेशभर में कांग्रेस द्वारा आयोजित प्रदर्शनों में भाग लेकर तानाशाही, लोकतंत्र विरोधी ताकतों के खिलाफ अपना रोष दिखाकर मोदी-भाजपा-संघ सरकारेे की फासिस्ट प्रवृत्ति को जोरदार विरोध करे।

विद्रोही ने कहा कि आज भारत के लोकतंत्र व संविधान पर जो गंभीर खतरा मंडरा रहा है, वह 140 करोड़ भारतीयों के लिए बहुत बडी चिंता का विषय है। हमारे पुरखों ने बहुत सी कुर्बानियो देकर महात्मा गांधी-जवाहरल लाल नेहरू के नेतृत्व में अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ लम्बी लडाई लडकर ना केवल आजादीे पाई अपितु भारत में लोकतंत्र की स्थापना करके आमजनों को समानता, अभिव्यक्ति कीे स्वतत्रंता व नागरिक-मानव अधिकार संविधान के माध्यम से दिये जिनकी रक्षा करना हर भारतीय का कर्तव्य है। यदि भारत की संसद मेें चुने हुए सांसदों को सवाल पूछने, जनता की आवाज उठाने से भी रोका जायेगा तो फिर सांसद लोकतंत्र के मंदिर में सवाल नही उठाएंगे तो कहां उठाएंगे?  

विद्रोही ने कहा कि कांग्रेस-विपक्ष के 143 सांसदों को तानाशाही ढंग सेे लोकसभा व राज्यसभा से निलम्बित करके उनके संसद में भी प्रवेश पर रोक लगाना गैरलोकतांत्रिक, संविधान विरोधीे व लोकतंत्र की मूल भावना के विपरित है। वहीं 143 सांसदों को संसद से निलम्बित करने का मतलब है कि 24 करोड़ मतदाताओं को संसद में प्रतिनिधित्व से रोका जा रहा है। आज का सत्तरूढ़ दल भाजपा बहुमत, संसद के पीठासीन अधिकारियों व सत्ता दुरूपयोग से भारत के लोकतंत्र व संविधान की मूल भावना के एकदम विपरित कार्य करके भारत में साम्प्रदायिक उन्माद से भरा फासिस्ट सोच का संघी फासीजम लोकतंत्र के नाम पर लादने का कुप्रयास कर रहे है। यदि आमजनों ने संघी फासीजम के इस खतरे को समझकर समय पर एकजुटता से विरोध नही किया तो भारत में लोकतंत्र केवल सजावटी वस्तु बन जायेगा और राष्ट्र निर्माताओं द्वारा बनाया संविधान अपना महत्व प्रभाव खो देगा। विद्रोही ने हरियाणा के सभी जागरूक नागरिकों से आग्रह किया कि वे लोकतंत्र, संविधान, आईडिया आफ इंडिया के लिए लडी जा रही लडाई में कांग्रेस का सक्रिय सहयोग देने खातिर 22 दिसम्बर शुक्रवार को कंाग्रेस-इंडिया अलायंस द्वारा आयोजित धरना-प्रदर्शन में भारी तादाद में भाग लेकर अपना रोष जाहिर करे।  

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