एमएलए जरावता द्वारा पटौदी को जिला बनाने की रखी मांग हुई खारिज देश का मानेसर पहला गांव जो गांव से सीधे निगम और सबडिवीजन बना किसी भी प्रदेश में जनवरी 2024 तक लैंड बाउंड्री फेर बदल नहीं हो सकता गृह मंत्रालय भारत सरकार के पत्र के मुताबिक सभी लैंड बाउंड्री सील की गई फतह सिंह उजाला पटौदी 15 दिसंबर । तो फिर कल को यह मांग भी आ जाएगी की नया प्रदेश बना दो ! छोटे से हरियाणा प्रदेश में 22 जिले हैं और जनसंख्या के आधार पर समान बटवारा भी सभी जिलों का किया गया है। पटौदी को जिला बनाने जैसा विषय सरकार के पास विचाराधीन नहीं है और नहीं सरकार के पास नया जिला बनना प्रस्तावित है। यह जवाब हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने शुक्रवार को हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन सत्र में दिया। इससे पहले पटौदी के एमएलए एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावता के द्वारा सदन में विधानसभा स्पीकर के माध्यम से सरकार के समक्ष पटौदी को जिला बनाने की मांग उठाई । उन्होंने कहा गुरुग्राम आज के समय में काफी भीड़ भाड़ वाला कन्जेस्टेड हो चुका है। यहां पर रहना, व्यापार करना सहित अन्य प्रकार की गतिविधियां असंभव होती जा रही है । एमएलए जरावता ने कहा पटौदी का हिस्सा रहे धारूहेड़ा और फरुखनगर से मेवात के बीच तावडू को मिलाकर न्यू गुरुग्राम या फिर साउथ गुरुग्राम के नाम से नया जिला बनाया जाए । इसी मौके पर उन्होंने मानेसर को सब डिवीजन बनाए जाने पर हरियाणा के सीएम और डिप्टी सीएम का भी आभार व्यक्त किया । डिप्टी सीएम के द्वारा दिए गए जवाब में एमएलए जरावता ने कहा जब भी पुनर्गठन हो तो पटौदी को जिला बनाए जाने पर विचार किया जाना चाहिए। एमएलए जरावता के द्वारा पटौदी को हरियाणा का नया जिला बनाने की रखी गई मांग पर विस्तार से जवाब देते हुए डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा गृह मंत्रालय भारत सरकार के द्वारा पत्र प्राप्त हुआ था, इस पत्र के अनुसार 1 जनवरी 2024 तक सभी प्रकार की लैंड बाउंड्री सील कर दी गई है । उन्होंने कहा किसी भी प्रकार का फेर बदल लैंड बाउंड्री में नहीं किया जा सकता । इतना ही नहीं किसी भी राज्य में लैंड बाउंड्री में फेरबदल की मंजूरी नहीं प्रदान की गई है। उन्होंने एमएलए जरावता को सौभाग्यशाली सहित किस्मत का धनी बताते कहा मानेसर देश का पहला ऐसा गांव है, जहां सीधे कमेटी और काउंसिल नहीं बल्कि सीधा निगम बना दिया गया और इतना ही नहीं इसके बाद अब तो मानेसर सब डिवीजन भी बन चुका है । गौर तलब है कि कुछ महीने पहले ही सोशल मीडिया पर इस प्रकार की खबरें तेजी से आई थी कि प्रदेश में मानेसर सहित अन्य जिले बनाए जाने प्रस्तावित हैं। इसके बाद में पटौदी क्षेत्र में एक प्रकार से नया जिला बनाने के मुद्दे को लेकर राजनीति भी गर्म हो गई। दिल्ली जयपुर नेशनल हाईवे पर बिलासपुर को भी जिला बनाने की पंचायत के माध्यम से मांग की गई। इतना ही नहीं पटौदी रामलीला मैदान में भी मानेसर को जिला बनाने का विरोध करते हुए पटौदी को ही जिला बनाने के समर्थन में महामंडलेश्वर स्वामी धर्मदेव की अध्यक्षता में महापंचायत का आयोजन किया गया । इतना सब होने के बाद कथित रूप से एमएलए एडवोकेट जरावता के द्वारा यहां तक कह दिया गया था कि पटौदी को जिला बनाने की न जल्दबाजी है, न जरूरत है । अब शुक्रवार को हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन सत्र में हरियाणा के डिप्टी सीएम के द्वारा दिए गए जवाब से पटौदी को जिला बनाने के रहस्य से पर्दा भी उठ गया है। Post navigation कांग्रेस सरकार बनने पर सफाई कर्मचारियों की कच्ची नहीं, नियमित भर्ती होगी – दीपेन्द्र हुड्डा भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में प्रदेश का होगा अहम योगदान: धनखड़