रणदीप सिंह सुरजेवाला को अपनी कही गई बात का सम्मान करते हुए इस मुद्दे को संसद में उठाना चाहिए और हरियाणा विधानसभा में भी कांग्रेस के विधायकों द्वारा उठवाना चाहिए, केवल अखबारी ब्यान देने से मजबूत विपक्ष की भूमिका नहीं होती

कैथल, 14/12/2023 – जन शिक्षा अधिकार मंच कैथल द्वारा जारी धरना आज 444 वें दिन भी जारी रहा, धरने की अध्यक्षता जयपाल फौजी ने की, जयपाल फौजी ने कहा कि हम किसी विशेष दल, पार्टी के समर्थक या विरोधी नहीं है,हम उन नीतियों के विरोधी हैं जो आम-जन-मानस के लिए ख़तरनाक है। हरियाणा शिक्षा विभाग के अधिकारी अब प्रत्येक माह जिलों के स्कूलों का निरीक्षण करेंगे, इस निरीक्षण के दौरान विधार्थियों का मूल्यांकन भी किया जाएगा। यह अच्छी बात है लेकिन विधार्थियों का मूल्यांकन एक शिक्षक ही अच्छी प्रकार से कर सकता है, लेकिन विधालय के शिक्षक को गैर शैक्षणिक कार्यों में लगा कर कक्षाओं से दूर किया जा रहा है।

सरकार की सभी योजनाएं बूरी नहीं है, बहुत सी योजनाएं अच्छी भी है, लेकिन कुछ अच्छी योजनाएं भी बूरी साबित हो रही है क्योंकि इन योजनाओं को लागू करने में बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है या इतने संसाधन स्कूलों में उपलब्ध नहीं है। स्टाईपेंड की व्यवस्था भी पीपीपी और आधार कार्डों के चक्कर में दम तोड़ रही है क्योंकि आधार कार्डों में छोटी छोटी गलतियां बड़ी परेशानी बन रही है वहीं पीपीपी में भी कुछ तकनीकी गड़बड़ी स्कूलों में पढ़ रहे छात्रों के लिए समस्या बन रही है। जन शिक्षा अधिकार मंच के सहसंयोजक बलबीर सिंह ने कहा कि 2019 से लेकर अब तक हरियाणा सरकार ने एचटेट के आधार पर एक भी नियुक्ति नहीं की है तथा साथ ही एनसीटीई के मापदंडों का भी उल्लंघन किया है, एनसीटीई के मापदंडों के अनुसार लिखित परीक्षा में दो भाषाओं के 30-30 नंबरों का पेपर अनिवार्य है लेकिन हरियाणा सरकार ने हिंदी व अंग्रेजी के 15-15 नंबर ही रखें,हम सांसद महोदय रणदीप सिंह सुरजेवाला की इस बात से सहमत हैं कि पिछले 4 वर्षों में लगभग 125 करोड़ रुपए एचटेट परीक्षा के नाम पर हरियाणा सरकार ने वसूले लेकिन एचटेट के नाम पर नियुक्ति एक शिक्षक को भी नहीं दी, निश्चित तौर पर यह बेरोजगार शिक्षकों के साथ बेहुदा मजाक है।

रणदीप सिंह सुरजेवाला का हम धन्यवाद करते हैं कि उन्होंने जन शिक्षा अधिकार मंच के आंदोलन का समर्थन किया है तथा शिक्षक नेता सुरेश द्रविड़ पर दर्ज राजद्रोह के मुकदमे की भी आलोचना की थी तथा रणदीप सिंह सुरजेवाला ने हरियाणा विधानसभा का इस संबंध में घेराव करने को भी कहा था लेकिन आज तक कांग्रेस द्वारा न तो हरियाणा विधानसभा का घेराव किया गया और न ही हरियाणा विधानसभा व संसद में इस मुद्दे को उठाया गया, इसलिए विपक्षी नेताओं को अपनी भूमिका मजबती के साथ निभानी चाहिए और नैतिकता के साथ कही गई बातों को निभाना चाहिए। रणदीप सिंह सुरजेवाला को अपनी कही गई बात का सम्मान करते हुए इस मुद्दे को संसद में उठाना चाहिए और हरियाणा विधानसभा में भी कांग्रेस के विधायकों द्वारा उठवाना चाहिए, केवल अखबारी ब्यान देने से मजबूत विपक्ष की भूमिका नहीं होती, इसके साथ साथ संसद और विधानसभाओं में भी विपक्ष को अपनी भूमिका मजबूती के साथ निभानी चाहिए।

जन शिक्षा अधिकार मंच कैथल के संयोजक जयप्रकाश शास्त्री ने कहा कि शिक्षा विभाग ने स्कूलों में पढ़ने वाले विधार्थियों के अभिभावकों का व्यवसाय भी जांचना शुरू कर दिया है,अब तक 21.71 लाख बच्चों के अभिभावकों व परिजनों का व्यवसाय जांचा जा चुका है,2269114 बच्चों में से 2171464 की जांच पूरी हो चुकी है जबकि 97650 की जांच अभी बाकी है, लेकिन इसमें विभाग को लगभग 26 प्रतिशत बच्चे मिल नहीं पा रहे हैं, परिवार पहचान पत्र के माध्यम से जो डाटा सामने आ रहा है, परिवार पहचान पत्र के डाटा के अनुसार 8 लाख से अधिक बच्चे स्कूलों में जा रहे है,अब सरकार जानना चाह रही है कि घुम बच्चे कहां है और विभाग ने यह ड्यूटी शिक्षकों पर लगाई है कि ये बच्चे कहां पर पढ़ रहे हैं, तथा शिक्षकों को माता पिता से सम्पर्क करने को भी कहा गया है,शिक्षा विभाग को 2.23 लाख बच्चों की तलाश जारी है और इस संबंध में स्कूलों की मैपिंग कराने का निर्णय लिया गया है, यह अच्छा कदम है लेकिन यह कार्य शिक्षकों की अपेक्षा सांख्यिकी विभाग हरियाणा से करवाना चाहिए और इस संबंध में सांख्यिकी विभाग में नई भर्तियां करनी चाहिए,धरने पर आज मामचंद खेड़ी सिम्बल, वीरभान हाबड़ी, रणधीर ढुंढ़वा, बलवंत रेतवाल, कलीराम, रामदिया, रामकला, भीम सिंह तितरम, हजूर सिंह, रामेश्वर आदि भी उपस्थित थे।

error: Content is protected !!