भारत सारथी/ कौशिक

नारनौल। जिन गाँवों की पंचायत खत्म करके नारनौल नगर परिषद् में शामिल किया गया है, बजट के अभाव में उन गाँवों के विकास कार्य ठप्प पड़े हैं। इसलिए सरकार को इन गावों के लिए अलग से बजट जारी करना चाहिए ताकि इन्हें भी बाकी शहर की तरह मूलभूत सुविधाएँ प्राप्त हो सकें।

उक्त मांग पूर्व सांसद राव मानसिंह के पुत्र और सेवानिवृत अधीक्षण अभियंता राव सुखबिन्द्र सिंह ने आज अपने जनसंपर्क अभियान के तहत गाँव मांदी (शाहपुर अव्वल) में लोगों को संबोधित करते हुए की। उन्होंने कहा कि जब ढाणी किरारोद, नूनी अव्वल, शेखपुरा, नीरपुर, पटीकरा, कोजिंदा और मांदी गाँव नारनौल नगर परिषद में शामिल किये गए थे तो इन गांवों के लोगों को उम्मीद थी कि उन्हें भी शहर की तरह सीवरेज, सड़क, बिजली, पानी, सफाई, स्ट्रीट लाइट आदि जन सुविधाओं का लाभ मिलेगा, किन्तु लगभग डेढ़ साल बीत जाने के बाद भी इन गांवों को नगर परिषद में शामिल होने का कोई फायदा नहीं मिला है, उलटे उनके खर्चे बढ़ गए हैं।

उन्होंने कहा कि हालत यह है कि नीरपुर के लोग तो नगर परिषद् की कार्य प्रणाली से निराश होकर गांव को वापस पंचायत में बदलवाना चाहते हैं। इसलिए सरकार को जनभावनाओं को समझते हुए जल्दी से जल्दी इन गाँवों के विकास के लिए पैसा जारी करना चाहिए।

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