मौजूदा सरकार में भ्रष्टाचार के तरीके बदले हैं और कुछ नहीं बदला बल्कि भ्रष्टाचार कई गुना जरुर बढ गया है आनलाइन पढ़ाई के नाम पर शिक्षक को नजरंदाज करने से बच्चों का मानसिक विकास नहीं होगा तथा शिक्षित बेरोजगारों के साथ भी खिलवाड़ होगा कैथल, 11/12/2023 – जन शिक्षा अधिकार मंच कैथल द्वारा जारी धरना आज 441 वें दिन भी जारी रहा, धरने की अध्यक्षता नागरिक अधिकार मंच कैथल के जिला संयोजक सतपाल आंनद व भारतीय किसान यूनियन टिकैत के वरिष्ठ नेता सतपाल दिल्लोवाली ने संयुक्त रूप से की, नागरिक अधिकार मंच कैथल के संयोजक सतपाल आंनद ने कहा कि स्मार्ट स्कूल बनाना तथा क्लास रूम बनाना स्वागत योग्य है लेकिन मौजूदा सरकार नई शिक्षा नीति के तहत इसको शिक्षक का विकल्प बनाने जा रही है, वह बेहद गलत है। आनलाइन पढ़ाई के नाम पर शिक्षक को नजरंदाज करने से बच्चों का मानसिक विकास नहीं होगा तथा शिक्षित बेरोजगारों के साथ भी खिलवाड़ होगा,हम इसकी निन्दा करते है। मौजूदा सरकार बेरोजगारों के लिए रोजगार के अवसर कम करती जा रही है, बड़े पैमाने पर सार्वजनिक क्षेत्रों को पुंजीपतियों के हवाले किया जा रहा है। एक दिन के जिला उपायुक्त रहे शिवचरण कसान भी धरने पर समर्थन देने पहुंचे, उन्होंने धरने पर बैठे साथियों को संबोधित करते हुए बताया कि वह भी कई दिनों से कैथल की तहसील के चक्कर लगा रहे है और दर दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं,बार बार निवेदन के पश्चात भी उनकी जमीन की निशानदेही नहीं की जा रही है। उन्होंने जन शिक्षा अधिकार मंच की मांगों का समर्थन किया और हरियाणा सरकार आग्रह करते हुए कहा कि हरियाणा सरकार चिराग योजना को रद्द करें और शिक्षक नेता सुरेश द्रविड़ पर दर्ज एफआईआर को रद्द करें। उन्होंने भी सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि मौजूदा सरकार में भ्रष्टाचार के तरीके बदले हैं और कुछ नहीं बदला बल्कि भ्रष्टाचार कई गुना जरुर बढ गया है, मेरे जैसे व्यक्ति की सुनवाई नहीं हो रही,आम व्यक्ति की क्या सुनवाई होगी, उन्होंने जिला उपायुक्त महोदय कैथल से आग्रह करते हुए कहा कि जन शिक्षा अधिकार मंच कैथल का धरना एक वर्ष से अधिक हो गया है, पिछली सर्दी भी जिला सचिवालय में बीती और अबकी सर्दियां भी यहां बीत रही है, शासन और प्रशासन को लोगों पर रहम करना चाहिए, लोगों से यदि गलती हो भी जाए तो उसका भी समाधान है और प्रजातंत्र में शासन और प्रशासन को इसका समाधान करना चाहिए। उन्होंने स्मार्ट क्लास रूम तथा स्मार्ट स्कूल की योजना पर प्रहार करते हुए कहा कि इससे भविष्य में शिक्षकों की भर्ती करने की भी आवश्यकता नहीं होगी, यह षड़यंत्र देश की जनता के साथ किया जा रहा है। जन शिक्षा अधिकार मंच कैथल के सहसंयोजक बलबीर सिंह ने कहा कि हम जिला उपायुक्त महोदय कैथल का स्वागत करते है कि उन्होंने हमें बुला कर हमारी बात को सुना और जल्द समाधान का आश्वासन भी दिया है, यदि वे अपनी बात पर खरें उतरे तो हम उनको सम्मानित करेंगे, यदि उनकी बात खरी नहीं उतरी तो आंदोलन बड़े स्तर पर किया जाएगा, हमने जिला उपायुक्त महोदय की दोनों बातों को माना कि जो उन्होंने जन शिक्षा अधिकार मंच के प्रतिनिधिमंडल को कही थी कि भाजपा कार्यालय पर प्रदर्शन नहीं करोगे तथा यह कार्यक्रम जिला सचिवालय में ना करें, उन्होंने हमें यह भी कहा कि आप आज बुलाने पर हमारे पास आए हो, यदि हमें ज्ञापन देते तो इसका समाधान जल्द हो चुका होता,हम 9 दिसंबर को ज्ञापन नहीं देना चाहते थे लेकिन जिला उपायुक्त महोदय कैथल ने जब हमें कहा कि हमें ज्ञापन दो, भाजपा कार्यालय पर क्यों जा रहे है, हमने कहा कि पहले बहुत ज्ञापन दे चुके है और हमारा आज तक कोई समाधान नहीं हुआ,अब आप कह रहे हैं तो आपको भी दे देते है और इसलिए हमने जिला प्रशासन को 9 दिसम्बर को ज्ञापन देने का फैसला लिया। धरने पर आज रिटायर्ड मुख्याध्यापक रामशरण राविश, बलवंत जाटान, बलवंत रेतवाल, कलीराम, हजूर सिंह, सतबीर प्यौदा, रामदिया, वीरभान हाबड़ी, मामचंद खेड़ी सिम्बल, रणधीर ढुंढ़वा, रामकला, रामदिया,पाला फौजी, जयप्रकाश शास्त्री आदि भी उपस्थित थे। Post navigation यदि सच बोलोगे तो केस होंगे ही, केसों से डरने की आवश्यकता नहीं …… हरियाणा सरकार ने लगभग 11.76 प्रतिशत शिक्षा का बजट ही घटा दिया है, जबकि बजट बढ़ाना चाहिए था