अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में 17 दिसंबर से पुरुषोत्तमपुरा बाग ब्रह्मसरोवर में सजेगा असम पेवेलियन। असम सरकार के सांस्कृतिक विभाग के अधिकारियों ने किया ब्रह्मसरोवर का अवलोकन। उपायुक्त शांतनु शर्मा व केडीबी मानद सचिव उपेंद्र सिंघल से की चर्चा। वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक कुरुक्षेत्र 21 नवंबर : अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव -2023 में असम कल्चरल विलेज में असम प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर पर्यटकों को देखने के लिए मिलेंगी। इस सांस्कृतिक धरोहर को प्रदर्शित करने के लिए असम सरकार की तरफ से ब्रह्मसरोवर पुरुषोत्तमपुरा बाग में असम पेवेलियन का निर्माण किया जाएगा। इस पेवेलियन में असम कल्चरल विलेज का स्वरुप देने का अनोखा प्रयास किया जाएगा। अहम पहलू यह है कि अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में इस वर्ष प्रदेश सरकार की तरफ से असम को पार्टनर राज्य के रुप में आमंत्रित किया है। असम सरकार की तरफ से ब्रह्मसरोवर पुरुषोत्तमपुरा बाग में असम पेवेलियन का निर्माण करने के उदेश्य से 4 अधिकारियों के एक दल ने ब्रह्मसरोवर का अवलोकन किया। यहां पर उपायुक्त शांतनु शर्मा व कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की तरफ से मानद सचिव उपेंद्र सिंघल से असम पेवेलियन का निर्माण करने के लिए असम सरकार के सांस्कृतिक कार्य विभाग की निदेशिका मीनाक्षी दास नाथ, सांस्कृतिक विभाग की उप सचिव नैना बोहरा, नीलम दास व राजन एंगटी ने चर्चा की है। उपायुक्त शांतनु शर्मा ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव-2023 का आयोजन 7 दिसंबर से 24 दिसंबर तक ब्रह्मसरोवर पर किया जा रहा है। इस महोत्सव के मुख्य कार्यक्रम 17 दिसंबर से 24 दिसंबर तक चलेंगे और उप राष्टï्रपति जगदीप धनखड़ महोत्सव का शुभारंभ करेंगे। उन्होंने महोत्सव के तमाम कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए कहा कि इस महोत्सव के सरस और क्राफ्ट मेले का अवलोकन करने के लिए देश प्रदेश से लाखों की संख्या में पर्यटक और श्रद्धालु पहुंचते है। इसके अलावा ऑनलाइन प्रणाली से विभिन्न देशों के लोग भी महोत्सव के साथ जुड़े रहते है। इस महोत्सव का लोग बेसब्री के साथ इंतजार करते है। इस वर्ष असम पार्टनर राज्य के रुप में अपनी भागीदारी को सुनिश्चित कर रहा है। इस राज्य की तरफ से 17 दिसंबर से 24 दिसंबर तक ब्रह्मसरोवर पुरुषोत्तमपुरा बाग में असम पेवेलियन की स्थापना की जाएगी। इस पेवेलियन में असम प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत को सजाया जाएगा और दूर-दराज से आने वाले पर्यटक और यात्री इस वर्ष महोत्सव में असम प्रदेश की संस्कृति से रूबरू हो सकेंगे। इस उद्देश्य के साथ ही असम सरकार के सांस्कृतिक विभाग की तरफ से अधिकारियों का दल तैयारियां करने के उद्देश्य से कुरुक्षेत्र पहुंचा है। केडीबी के मानद सचिव उपेंद्र सिंघल ने कहा कि असम सरकार की तरफ से पुरुषोत्तमपुरा बाग में असम पेवेलियन के अंदर असम कल्चरल विलेज बनाने का प्रयास किया जाएगा। इस विलेज में असम सरकार की उपलब्धियों को लेकर प्रदर्शनी, असम की शिल्पकला, असम का खान पान व असम के टेरिबल क्षेत्र के सांस्कृतिक कार्यक्रम, सोविनियर मुख्य आकार्षण का केंद्र रहेंगे। इस वर्ष पार्टनर राज्य होने के कारण असम प्रदेश का पेवेलियन मुख्य आकर्षण का केंद्र रहेगा। हालांकि गत्त वर्ष सूरजकुंड मेले में भी असम सरकार की तरफ से कार्यक्रम में शिरकत की जा चुकी है। इस महोत्सव में पहले से भी बेहतरीन कार्यक्रमों का आयोजन करने का प्रयास किया जाएगा। Post navigation गुरुकुल का फार्म देखकर अभिभूत हुए जूनागढ़ विश्वविद्यालय के डीन और कृषि वैज्ञानिक धर्मनगरी में की गई उत्तरकाशी में बन रही सुरंग में फंसे मजदूरों की सुरक्षा की कामना