धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की जन्म जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विकसित भारत संकल्प यात्रा की करी शुरुआत भारत को 2047 तक आत्मनिर्भर और विकसित राष्ट्र बनाने का लिया गया संकल्प 26 जनवरी तक विकसित भारत संकल्प यात्रा देशभर के सभी जिलों से गुजरेगी हरियाणा में भी विकसित भारत संकल्प यात्रा के दौरान घर घर पहुंचाई जाएगी योजनाओं की जानकारी चंडीगढ़, 15 नवंबर – भारत के विकास और समृद्ध विरासत में अतुलनीय योगदान देने वाले आदिवासी व जनजातीय समुदायों के प्रतिनिधि धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की जन्म जयंती पर आज प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने विकसित भारत का एक नया विजन देश के समक्ष रखा। प्रधानमंत्री ने झारखण्ड राज्य के खूंटी जिले से विकसित भारत संकल्प यात्रा को झंडी दिखाकर रवाना किया। इसके साथ ही जनजातीय गौरव दिवस पर आज एक इतिहास बन गया, क्योंकि देश की आजादी के बाद भगवान बिरसा मुंडा की जन्म स्थली उलिहातू में पधारने वाले श्री नरेंद्र मोदी पहले प्रधानमंत्री हैं। विकसित भारत संकल्प यात्रा के उपलक्ष्य में देशभर में सभी राज्यों में लगभग 200 से अधिक स्थानों पर कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जहां खूंटी में आयोजित राष्ट्रीय स्तरीय कार्यक्रम का सीधा प्रसारण किया गया। हरियाणा राजभवन, चंडीगढ़ में आयोजित कार्यक्रम में हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय और विधानसभा अध्यक्ष श्री ज्ञान चंद गुप्ता सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। हरियाणा में विकसित भारत संकल्प यात्रा के दौरान घर घर पहुंचाई जाएगी योजनाओं की जानकारी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा आज शुरू की गई विकसित भारत संकल्प यात्रा 15 नवंबर से 26 जनवरी तक देशभर के सभी जिलों से होकर गुजरेगी। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य समाज के ऐसे वंचित और जरूरतमंद व्यक्ति, जो किसी कारणवश सरकार की योजनाओं का लभ प्राप्त करने से वंचित रह गए हैं, उन्हें सभी योजनाओं की जानकारी देकर लाभ प्रदान करना है। हरियाणा में भी इस यात्रा के दौरान राज्य सरकार द्वारा कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी घर घर पहुंचाई जाएगी और समाज के अंतिम पायदान पर खड़े नागरिकों को लाभ दिया जाएगा। विकसित भारत की दिलाई गई शपथ इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के संकल्प की शपथ दिलवाई। सभी ने शपथ लेते हुए संकल्प लिया कि हम सभी भारत को 2047 तक आत्मनिर्भर और विकसित राष्ट्र बनाने के सपने को साकार करेंगे। गुलामी की मानसिकता को जड़ से उखाड़ फेकेंगे। देश की समृद्ध विरासत पर गर्व करेंगे। भारत की एकता को सुदृढ़ करेंगे और देश की रक्षा करने वालों का सम्मान करेंगे। नागरिक होने का कर्तव्य निभाएंगे। इस मौके पर मुख्य सचिव श्री संजीव कौशल, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव तथा वित्त आयुक्त, राजस्व श्री टीवीएसएन प्रसाद, पशुपालन एवं डेयरी विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री अंकुर गुप्ता, वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री अनुराग रस्तोगी, उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री आनंद मोहन शरण, सहकारिता विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री राजा शेखर वुंड्रू, विकास एवं पंचायत विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री अनिल मलिक, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ जी अनुपमा, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री एके सिंह, पुलिस महानिदेशक श्री शत्रुजीत कपूर, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री वी उमाशंकर, युवा सशक्तिकरण एवं उद्यमिता विभाग के प्रधान सचिव श्री विजेंद्र कुमार, एडीजीपी श्री एस चावला, महिला एवं बाल विकास विभाग की आयुक्त एवं सचिव श्रीमती अमनीत पी कुमार, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव और सूचना, लोक सम्पर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग के महानिदेशक डॉ अमित अग्रवाल, परिवहन विभाग के प्रधान सचिव श्री नवदीप विर्क और राज्यपाल के सचिव श्री अतुल द्विवेदी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। Post navigation एसआईटी नहीं, हाईकोर्ट के जस्टिस को सरकार सौंपे जांच: कुमारी सैलजा संगठनात्मक विषयों को लेकर नड्डा से मिले नायब