तुनक तुनक…. जैसे गानों पर झूम उठे लोग, शुरू से आखिरी वक्त तक मौजूद रहे दर्शक स्वाद के जायके में गोवा के सी फीश का फूड कोर्ट में लोग कर रहे पसंद -सुबह 11 बजे से रात्रि 9.30 तक चलने वाला यह मेला सबके लिए निःशुल्क है गुरुग्राम, 03 नवंबर। सरस आजीविका मेला 2023 में मशहूर कलाकार दलेर मेहंदी ने अपनी प्रस्तुति से समा बांध दिया। सांस्कृतिक संध्या में दलेर मेहंदी ने सरस मेले में ले लो मजा…., गानों से अपनी प्रस्तुति की शुरुआत की। इसके बाद एक के बाद एक अपनी प्रस्तुति देकर लोगों का भरपूर मनोरंजन किया। लोगों ने भी आखिरी वक्त तक कार्यक्रम का आनंद लिया। अन्य गानों में तेरी अखियां का यू काजल…, छैला मैं छैला…, तनु मैं लव कर दी…., हो गई तेरी बल्ले बल्ले…., जय जय शिव शंकर…., आज हटाए नहीं हटूंगा…., समेत अनेक गानों की प्रस्तुति दी। दलेर मेहंदी ने कार्यक्रम का समापन उनके मशहूर गाना तुनक तुनक…. से किया। इस मौके पर भारी संख्या में लोग मौजूद रहे। इसके बाद लोगों ने फूड कोर्ट में जाकर देशभर के बीस राज्यों से आई हुईं दीदीयों के स्टॉलों पर जाकर विभिन्न व्यंजनों का स्वाद भी चखा। मेले में गोवा से कुल तीन स्टॉल लगाए गए हैं। इसकी जानकारी देते हुए गोवा के स्टेट कोआर्डिनेटर आशिष ने बताया कि गोवा से घरों को सजाने वाले सी प्रोडक्ट के आईटम समेत फूड कोर्ट में गोवा के लाइव फूड स्टॉल भी लगाए गए हैं। स्टॉल नंबर 8 पर आप को प्रांस फ्राई, पांफ्रेट फ्राई, अमात तिकत व रेसात बांगरा जैसे खाने के आईटम नॉनवेज प्रेमियों को लुभा रहा है। वहीं, स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं के लिए वर्कशॉप का भी आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का आयोजन राष्ट्रीय ग्रामीण विकास व पंचायती राज संस्थान द्वारा किया गया। इसमें सौ से अधिक महिलाओं ने भाग लिया। आज कार्यशाला के मुख्य वक्ता के रूप में एस एम सहगल फाउंडेशन के पवन कुमार रहे। कार्यशाला में भाग लेने वाले प्रतिभागियों ने इसकी सराहना की। ज्ञात हो कि उत्पादों से जुड़े अलग-2 विषयों पर मेले में भाग लेने वाली 800 से अधिक स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं के लिए कार्यशाला आयोजित की जा रही हैं। उदाहरण के तौर पर पैकेजिंग, ब्रेंडिंग, बिजनेस प्रपोजल तैयार करने, सोशल मीडिया प्लैटफार्म का उत्पादों की मार्किटिंग में उपयोग करने, वित्तीय प्रबंधन से लेकर कई अन्य विषयों के बारे मे प्रशिक्षण दिया जा रहा है तथा महिलाओं को सीधे बाज़ार से जोड़ने हेतु बी-टू-बी व बी-टू-सी बैठकें भी आयोजित की जा रही हैं। ज्ञात हो कि राजधानी से सटे गुरुग्राम में ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार और राष्ट्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज संस्थान (एनआईआरडीपीआर) द्वारा हरियाणा सरकार के सहयोग से आयोजित सरस आजीविका मेला का आयोजन किया जा रहा है। 26 अक्टूबर से 11 नवंबर तक आयोजित होने वाला मेला भारत की विविधता और सांस्कृतिक विरासत को दर्शा रहा है। पहले दिन ही इस मेले का आकर्षण लोगों को अपनी तरफ खींच लाया। यहां हर आयु वर्ग के लोग मेला देखने व खरीदारी करने में आ रहे हैं। गुरुग्राम के सेक्टर-29 स्थित लेजरवैली ग्राउंड में लगे इस मेले में देश के 28 राज्यों के 400 से अधिक स्टॉलों पर लोग खरीदारी के लिए आ रहे हैं। मेले की विविधता लोगों को आकर्षित कर रही है। स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) की महिलाओं की विशेष उपस्थिति वाला यह मेला महिला सशक्तिकरण की एक बेहतरीन मिसाल है जहां न केवल वह अपना उत्पाद लेकर आई हैं बल्कि वह भारत की विविधता और अनेकता में एकता का संदेश भी दे रही हैं। Post navigation प्रदूषण फैलाने वाले कारणों पर निगरानी रखेंगे ड्यूटी मजिस्ट्रेट पति को गोली मारकर हत्या करने वाली पत्नी गिरफ्तार