मुख्यमंत्री ने ट्राइडेंट हिल्स पिंजौर में आयोजित रन फॉर यूनिटी में मुख्य अतिथि के रूप में की शिरकत लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल भारत की एकता के सूत्रधार-मुख्यमंत्री मनोहर लाल सरदार वल्लभ भाई पटेल को सच्ची श्रद्धांजलि देते हुए गुजरात के केवडिया में विश्व की सबसे ऊंची भव्य प्रतिमा की गई है स्थापित- मुख्यमंत्री चंडीगढ़, 31 अक्तूबर – हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल भारत की एकता के सूत्रधार थे और प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का निर्माण करवाकर उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दी है। श्री मनोहर लाल आज सरदार वल्लभभाई की जयंती के अवसर पर ट्राइडेंट हिल्स, पिंजौर में आयोजित रन फॉर यूनिटी को झंडी दिखाने उपरांत भारी संख्या में उपस्थित बच्चों और युवाओं को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष श्री ज्ञानचंद गुप्ता और नगर निगम के महापौर श्री कुलभूषण गोयल भी मौजूद थे। हर्षोल्लास के वातावरण में मनोहर कार्यक्रम का किया गया आयोजन मुख्यमंत्री ने लौह पुरुष वल्लभ भाई पटेल की जयंती के अवसर पर उन्हें नमन करते हुए कहा कि प्रतिवर्ष 31 अक्तूबर को रन फॉर यूनिटी का आयोजन देशभर में किया जाता है जिसमें लाखों- करोडों की संख्या में बच्चे, महिला, पुरुष, युवा, बुजुर्ग बढ़चढ़ कर भाग लेते हैं ओैर देश की एकता व अखंडता का संदेश देते हैं। उन्होंने कहा कि उनका सौभाग्य है कि पिछले कई वर्षों से उन्हें हर वर्ष किसी न किसी स्थान पर इस आयोजन में शामिल होने का अवसर मिलता रहा है। संभवत यह पहला अवसर है जब शिवालिक की तलहटी में बसे पंचकूला की इन वादियों में हर्षोल्लास के वातावरण में मनोहर कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। भारत के इतिहास में सरदार वल्लभ भाई पटेल के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता श्री मनोहर लाल ने कहा कि भारत के इतिहास में सरदार वल्लभ भाई पटेल के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। वे नवीन भारत के निर्माता थे और देश की आजादी के संघर्ष में उन्होंने जितना योगदान दिया, उससे ज्यादा योगदान उन्होंने स्वतंत्र भारत को एक करने में दिया। उन्होंने कहा कि भारत की आजादी के समय देश छोटी-बड़ी रियासतों में बंटा हुआ था और उन्होंने निर्विवाद तरीके से सभी रियासतों को एक सूत्र में पिरो कर संविधान के अंतर्गत कायम व्यवस्था में लाकर देश की एकता और अखंडता को सुनिश्चित किया। उन्होंने कहा कि रन फॉर यूनिटी मात्र एक दौड़ नहीं है, बल्कि यह देश के हर नागरिक में एकता व अखंडता की भावना से ओतप्रोत करती है और देश के लिए मर मिटने का जज्बा पैदा करती है। उन्होंने कहा कि आज कई विदेशी ताकतें भारत को कमजोर करने का प्रयास कर रही हैं, परंतु हमने संकल्प लिया है कि अपने देश पर किसी को भी नजर उठा कर देखने नहीं देंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश हित में लिए अनेक कड़े फैसले श्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी भी लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल से कम नहीं हैं। श्री नरेंद्र मोदी ने देश हित में अनेक कड़े फैसले लिए हैं और देश की जनता ने उन फैसलों को सहर्ष स्वीकार भी किया है। देश हित में प्रधानमंत्री ने जम्मू कश्मीर से धारा 370 व 35 ए को खत्म करने का एक ऐतिहासिक निर्णय लिया जिसे हर देशवासी ने सराहा है। लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा से देश का गौरव विश्वभर में बढा मुख्यमंत्री ने कहा कि लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल को सच्ची श्रद्धांजलि देते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के केवडिया में सरदार वल्लभ भाई पटेल की विश्व की सबसे ऊंची भव्य प्रतिमा स्थापित करने का कार्य किया। इस प्रतिमा से देश का गौरव विश्व भर में बढा है। उन्होंने युवाओं और बच्चों से आह्वान किया कि उन्हें जब भी गुजरात जाने का अवसर मिले तो वे सरदार वल्लभ भाई पटेल की इस प्रतिमा का अवश्य अवलोकन करें। इस अवसर पर उन्होंने उपस्थित जनसमूह को राष्ट्र की एकता, अखंडता व सुरक्षा को बनाए रखने की शपथ दिलवाई। इससे पहले मुख्यमंत्री ने भारत माता की जय के उद्घोष के बीच बच्चों और युवाओं में नई ऊर्जा का संचार करते हुए रन फॉर यूनिटी को रवाना किया। हजारों की संख्या में प्रतिभागियों ने जोश और जुनून के साथ दौड़ लगाई और लगभग 3 किलोमीटर का सफर तय करते हुए अमरावती विद्यालय पहुंचे, जहां देशभक्ति के गीतों से उनका जोरदार स्वागत किया गया। इस अवसर पर विशेष अधिकारी (सामुदायिक पुलिसिंग और आउटरिच) पंकज नैन, उपायुक्त सुशील सारवान, पुलिस उपायुक्त सुमेर प्रताप सिंह, अतिरिक्त उपायुक्त वर्षा खागंवाल सहित अन्य जिला प्रशासन के अधिकारी व अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे। Post navigation श्री काली माता मंदिर कालका में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए शीघ्र ही पार्किंग स्थल का किया जाएगा निर्माण शिक्षा बने गुणवत्तापरक,इसके लिए नीतियों में अहम संशोधन है जरूरी: डॉ. कुलभूषण शर्मा