यदि खट्टर सरकार ईमानदारी होती तो याशी कंपनी को अनिमितताओं की शिकायत के बाद भी 57.55 करोड़ रूपये का भुगतान नही करती। फिर अब याशी कम्पनी को ब्लैक लिस्ट करने की ये नौटंकी क्यों?

पटौदी – 26/10/2023 :- ‘हरियाणा में बीजेपी सरकार घोटालों का अर्धशतक पूरा करने के करीब है। प्रदेश में किया गया प्रॉपर्टी आईडी सर्वे भी घोटालों की भेंट चढ़ गया है।’ उक्त बातें हरियाणा कांग्रेस सोशल मीडिया की स्टेट कॉर्डिनेटर सुनीता वर्मा ने प्रेस के नाम जारी विज्ञप्ति में कही। उन्होंने कहा कि सरकार इस घोटालेबाज कंपनी से 60 करोड की रिकवरी तुरंत करे और इस पर जुर्माना लगाए तथा इस कंपनी पर व सभी जिम्मेदार अधिकारियों एवं सफेदपोशों पर तुरंत मुकदमा दर्ज किया जाए।

महिला कांग्रेस नेत्री ने कहा कि इस कंपनियों की गड़बड़ियों के सामने आने से इसके द्वारा किए गए फर्जी सर्वे को तुरंत प्रभाव से रद्द किया जाना चाहिए तथा इस घोटाले की जांच हाईकोर्ट के सिटिंग जज से करवाई जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रॉपर्टी का सर्वे करके प्रॉपर्टी आई डी बनाने के लिए खट्टर साहब ने अपने पूंजीपति मित्र की याशी कंपनी को अरबों रुपयों का कॉन्ट्रैक्ट दिया लेकिन लूट और फ्रॉड की नियत के साथ इस कम्पनी ने जयादातर मामलो में घर बैठे ही अनाप शनाप सर्वे कर दिए, कहीं मालिक का नाम गलत तो कहीं पता, या फिर कहीं प्रोपर्टी का रकबा ही गलत बता दिया। नतीजतन पूरे प्रदेश के सभी शहर और कस्बों में प्रोपर्टी आई डी बनवाने और त्रुटियों को ठीक कराने के लिए लोगों को भारी समस्या का तथा भ्रष्टाचार का सामना करना पड़ा। इसलिए मेरी मुख्यमंत्री से मांग है कि इस मामले की उच्च स्तरीय जांच होनी ही चाहिए।

वर्मा ने कहा कि जब इस सर्वे से त्रस्त जनता ने चीख-चीख कर कहा कि प्रोपर्टी सर्वे करने वाली कंपनी गलत रिपोर्ट तैयार कर रही है तब किसी ने नहीं सुनी और अब खुद जब माननीय न्यायाधीश ने नोटिस जारी किया तो गठबंधन सरकार ने कंपनी को ब्लैक लिस्ट करके खुद ही जनता की बात पर मुहर लगा दी, लेकिन गलत तरीके से तैयार हुई 8 लाख प्रोपर्टी आईडी ठीक करवाने के लिए जनता ने जो मानसिक पीड़ा झेली उसका जिम्मेदार कौन? उन्होंने कहा कि लोगों ने धक्के खाए हैं, रुपये खर्च किए हैं और समय भी बर्बाद हुआ। अभी भी गलतियां बाकी हैं। ऐसी विफल ठगबंधन सरकार हरियाणा वासियों को नहीं चाहिए।

सुनीता वर्मा ने कहा कि इस बात की जांच होनी चाहिए की इस सत्यानाशी याशी कम्पनी से प्रदेश के मुखिया की ऐसी यारी क्यों? अब ये उजागर किया जाना चाहिए कि इस कम्पनी के असली मालिक कौन है और किन भाजपा नेताओं से इस कम्पनी के मालिकों के साथ सम्बंध है।