05 जिलों में परीक्षा केंद्र न बनाकर गठबंधन सरकार ने किया बेरोजगारों से छल लाखों परीक्षार्थियों के सामने चरमराए सरकारी इंतजाम, सरकार के सारे दावों की खुली पोल चंडीगढ़, 21 अक्टूबर। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री, कांग्रेस कार्य समिति की सदस्य एवं हरियाणा काँग्रेस कमेटी की पूर्व प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा ने कहा कि ग्रुप डी की भर्ती के लिए शनिवार को ली गई कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (सीईटी) की परीक्षा के दौरान भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार के दावे तार-तार होते नजर आए। जिस तरह की व्यवस्थाएं परीक्षार्थियों के लिए करने का ऐलान किया गया था, ऐसा कुछ भी देखने को नहीं मिला। लाखों परीक्षार्थी खचाखच भरी बसों में यात्रा करने को मजबूर दिखे, जबकि कितने ही युवा बस अड्डों पर जमीन में सोते नजर आए। मीडिया को जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा कि जजपा ने प्रदेश के बेरोजगारों से वायदा किया था कि किसी भी नौकरी के लिए परीक्षा केंद्र उनके घरों के आसपास और अधिकतम 50 किलोमीटर दूरी तक बनाए जाएंगे लेकिन, भाजपा के साथ चार साल से सत्ता के मजे लेने वाली जजपा भी जनता से किए गए अपने वायदे भूल गई। सरकारी नौकरी के लिए धक्के खा रहे बेरोजगारों के लिए दूर-दूर परीक्षा केंद्र बनाकर उनके साथ वायदा खिलाफी की गई। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सभी 22 जिलों की बजाए महज 17 जिलों में परीक्षा केंद्र बनाना मुख्यमंत्री के हरियाणा एक, हरियाणवी एक के नारे की हवा निकालने वाला कदम है। सोची समझी साजिश के तहत जानबूझकर प्रदेश के 05 जिलों नूंह, चरखी दादरी, झज्जर, रोहतक व जींद में एक भी भर्ती परीक्षा केंद्र नहीं बनाया गया। दूर-दूर परीक्षा केंद्र बनाने का मकसद बेरोजगारों को आर्थिक व मानसिक रूप से परेशान करना है। उन्होंने कहा कि नूंह, चरखी दादरी, झज्जर, रोहतक व जींद जिलों में परीक्षा केंद्र न बनाकर सरकार क्या साबित करना चाहती है क्या ये जिले परीक्षा संचालित करने के लायक नहीं हैं। अगर सरकार ने इन जिलों में परीक्षा केंद्र बनाए होते तो हजारों परीक्षाओं को परीक्षा देने के लिए दूर दराज जिलों में न जाना पड़ता। कुमारी सैलजा ने कहा कि सीईटी ग्रुप डी के लिए पहले दिन ली गई परीक्षा में हुई परेशानियों को लाखों युवा हमेशा के लिए याद रखेंगे। भिवानी जिले में परीक्षा दिलाने जा रहे पिता और उसकी बेटी की सडक़ हादसे में हुई दर्दनाक मौत को उनका परिवार कभी भूला नहीं पाएगा। समय-समय पर हुए पेपर लीक प्रकरण में हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की मिलीभगत का आरोप लगाते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उनकी भूमिका के बिना यह सब संभव ही नहीं है। इसलिए ही पेपर लीक को रोकने के लिए सिस्टम दुरुस्त करने की बजाए हरियाणा के 05 जिलों में परीक्षा केंद्र ही नहीं बनाए गए। कुमारी सैलजा ने कहा कि जिस वायदे के सहारे जजपा ने बेरोजगारों को बरगलाने की कोशिश की थी, अब उसके नेताओं ने चुप्पी साधी हुई है। बेरोजगारों को नित नए हथकंडे अपनाकर परेशान करनी वाली प्रदेश की भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार को युवा कभी माफ नहीं करेंगे। Post navigation केएमपी के साथ पाइप लाइन बिछाकर नूंह जिला में लाया जाएगा यमुना का पानी- मुख्यमंत्री मनोहर लाल नूंह जिला के नल्हड़ गांव पहुंचे मुख्यमंत्री मनोहर लाल