सितंबर माह में साइबर फ्रॉड से बचाई गई रिकॉर्ड धनराशि
4 करोड़ 14 लाख रुपए से भी अधिक धनराशि को साइबर फ्रॉड से बचाया गया, वर्ष 2023 का अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा आया सामने
पुलिस महानिदेशक ने साइबर हेल्पलाइन की टीम को दी शाबाशी, भविष्य में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए किया प्रेरित

चंडीगढ़, 14 अक्टूबर –  पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने बताया कि हरियाणा पुलिस के साइबर हेल्पलाइन टीम के समर्पित प्रयासों ने ठोस परिणाम देना शुरू कर दिया है। सितंबर माह में साइबर हेल्पलाइन नंबर के माध्यम से प्राप्त 6247 शिकायतों का तत्परता से निवारण करते हुए 4 करोड 14 लाख ,15 हज़ार 82 रुपए से अधिक की राशि का फ्रॉड होने से बचाया गया जोकि इस वर्ष का रिकॉर्ड आंकड़ा है।

इस बारे में जानकारी देते हुए सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि साइबर फ्रॉड संबंधी शिकायतों के निवारण के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा संचालित की जा रही हेल्पलाइन नंबर -1930 पर मैन पावर को बढ़ाया गया है ताकि ‘गोल्डन ऑवर’ अर्थात जिस समय अवधि के दौरान रुपया होल्ड करने की संभावनाएं अधिक होती है , में कार्रवाई करते हुए लोगों की जमा पूंजी को साइबर फ्रॉड से बचाया जा सके। इसके अलावा , पुलिस महानिदेशक की अध्यक्षता में निजी बैंक अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए कार्य योजना तैयार की गई ताकि बैंककर्मियों तथा साइबर हेल्पलाइन की टीम एकजुटता से प्रयास करते हुए त्वरित कार्यवाही कर सके।       

 उन्होंने बताया कि इससे पहले अगस्त के महीने में साइबर हेल्पलाइन पर 6064 शिकायतें प्राप्त हुई थी जिन पर कार्रवाई करते हुए टीम द्वारा 3 करोड़ 78 लाख 98 हज़ार 420 का फ्रॉड होने से बचाया गया। इसी प्रकार , अगस्त माह की अपेक्षा सितंबर माह में 35 लाख रुपए की राशि को अतिरिक्त होल्ड किया गया।

पुलिस महानिदेशक ने बताया कि साइबर अपराध को रोकने के लिए जरूरी है कि हेल्पलाइन नंबर पर प्राप्त शिकायत पर तुरंत कार्रवाई करते हुए इसे बैंक के नोडल अधिकारियों के पास भेजा जाए और संबंधित बैंक के अधिकारी भी इस पर तुरंत एक्शन लेते हुए बैंक में ट्रांसफर की गई धनराशि को फ्रीज कर दे । इस प्रक्रिया को जितनी जल्दी पूरा किया जाता है फ्रॉड की गई धनराशि को उतनी ही जल्दी होल्ड किया जा सकता है।

गौरतलब है कि पुलिस महानिदेशक ने अपना कार्यभार संभालते ही साइबर हेल्पलाइन नंबर के कार्यालय का दौरा किया। इस दौरान साइबर हेल्पलाइन नंबर पर प्राप्त होने वाली शिकायतों के निवारण में आने वाली चुनौतियों का बारीकी से अध्ययन किया गया और इन चुनौतियों से निपटने के लिए बैंक कर्मियों के साथ बैठक करते हुए प्रभावी कार्य योजना तैयार की गई। हालांकि देर रात्रि तथा छुट्टी वाले दिन प्राप्त होने वाली शिकायतों का निवारण करना अपेक्षाकृत अधिक चुनौतीपूर्ण था जिसका समाधान करते हुए बैंक कर्मियों को छुट्टी वाले दिन भी अपने नोडल अधिकारियों की नियुक्ति करने के लिए कहा गया। परिणामस्वरूप सितंबर माह में पिछले महीना की अपेक्षा 35 लाख रुपए से अधिक की राशि साइबर फ्रॉड से बचाई गई।       

 इस हेल्पलाइन को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए पुलिस महानिदेशक के निर्देशानुसार अक्टूबर माह के प्रथम सप्ताह में एचडीएफसी बैंककर्मियों की टीम द्वारा साइबर हेल्पलाइन के कार्यालय का दौरा किया गया। इस दौरान उन्होंने साइबर हेल्पलाइन के माध्यम से होने वाली कार्य प्रणाली को विस्तार से समझा।

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