200 करोड़ का ज्योतिसर प्रोजेक्ट वर्षो पुराना, अभी तक नहीं हुआ पूरा,ब्रह्मसरोवर की मेंटेनेंस में भी घोटाला

कुछ करने के बजाए आस्था के नाम पर ज्यादा शोर मचाती है सरकार,घोटालों की हो उच्च स्तरीय जांच  

चंडीगढ़, 10 अक्तूबर। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की राष्ट्रीय महासचिव,पूर्व केंद्रीय मंत्री, कांगे्रस कार्यसमिति की सदस्य एवं हरियाणा कांग्रेस कमेटी की पूर्व प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा ने कहा कि कुरुक्षेत्र में  आस्था के नाम पर करोड़ों रुपये के घोटालों को अंजाम दिया जा रहा है। ज्योतिसर प्रोजेक्ट 200 करोड़ का है जो वर्षों से लटका हुआ है।  जिसका रखरखाव भी ठीक ढंग से सरकार नहीं कर पा रही है। ज्योतिसर और  ब्रह्मसरोवर की मेंटेनेंस में करोड़ों रुपये का घोटाला किया गया।  हिंदू धर्म के ठेकेदारों की नाक तले घोटाला हो रहा है।  गठबंधन सरकार आस्था के नाम पर केवल शोर मचाना ही जानती है। सरकार को जल्द से जल्द उच्च स्तरीय जांच करवाकर दोषियों के चेहरों से नकाब उठाते हुए उन पर केस दर्ज कर सारी वसूली की जाए। इस देश में किसी को भी किसी की आस्था के साथ खिलवाड़ की इजाजत नहीं दी जा सकती। साथ ही उनका कहना है कि गीता जयंती महोत्सव के समय ब्रह्मसरोवर की पवित्रता का ख्याल रखा जाए।

मीडिया को जारी एक बयान में कुमारी सैलजा ने कहा  है कि धार्मिक स्थलों खासकर कुरुक्षेत्र में  हिंदू धर्म के ठेकेदारों की नाक तले धर्म के नाम पर लूट मची हुई है। सरकार को इस दिशा में कठोर से कठोर कदम उठाना चाहिए। कुरुक्षेत्र हिंदुओं की आस्था का केंद्र है जहां पर भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीता का संदेश दिया था। आस्था के साथ खिलवाडक़र पैसा कमाने वाले कथित हिंदुओं के ठेकेदारों को जरा भी आत्मग्लानि नहीं होती।  उन्होंने कहा कि धार्मिक ग्रंथ गीता की जन्मस्थली ज्योतिसर में वर्षो पहले ज्योतिसर प्रोजेक्ट शुरू किया गया था जिसका बजट 200 करोड़ रुपये रखा गया था।  सरकार ने कृष्णा सर्किट के माध्यम से करोड़ों रुपये की राशि इस पवित्र स्थल के रख रखाव,ध्वनि व प्रकाश की व्यवस्था के लिए दी और इस राशि को खर्च करने का दायित्व लोक निर्माण विभाग को दिया गया परंतु कार्य समय पर पूरा न करने तथा अपव्यय बढ़ाने के कारण अब यह कार्य हरियाणा पर्यटन विभाग की देख रेख में चल रहा है।  श्रीमद भगवत गीता में आस्था रखने वाले लाखों श्रद्धालु हर वर्ष कुरुक्षेत्र भ्रमण पर आते है परंतु इस प्रकार अधूरे कार्यों को देखकर व्यथित होते हैं सरकार को इस कार्य को जल्द पूरा करवाना चाहिए तथा इस में हुए घोटाले की उच्च स्तरीय जांच करवानी चाहिए।

उन्होंने कहा है कि पिछले पांच साल में ब्रह्मसरोवर की मेंटेनेंस पर 35 करोड़ रुपये की धनराशि खर्च की गई। हालत ये है कि ब्रह्मसरोवर के चारों ओर लगे पत्थर टूटकर गिर चुके हैं, वहां के शौचालयों की साफ सफाई और मरम्मत पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। वहां पर लाइट ठप है, सीसीटीवी कैमरे बंद पड़े है। मेंटेनेंस के नाम पर पैसा किस की जेब में गया इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि  श्रीकृष्ण संग्रहालय के हालात भी बद से बदतर होते जा रहे है इसकी ओर न बोर्ड कोई ध्यान दे रहा है और न ही सरकार।  उन्होंने कहा कि कुरूक्षेत्र लोगों की धार्मिक आस्था का केंद्र है जहां पर देश विदेश से लोग आते हैं। उन्होंने सरकार से मांग की है कि ब्रह्मसरोवर की मेंटेनेंस के नाम पर जो करोड़ों रुपये का घपला हुआ है उसकी उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच करवाई जाए  और दोषियों के चेहरों से नकाब उठाते हुए उन पर केस दर्ज कर हजम की गई सारी धनराशि वसूली  जाए।

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