भड़काऊ पोस्ट और हत्यारोपी मोनू मानेसर 4 दिन के पुलिस रिमांड पर
शनिवार को पटौदी पुलिस मोनू को राजस्थान से लेकर पटौदी कोर्ट पहुंची
 पटौदी ज्यूडिशल कोर्ट परिसर में कोर्ट नंबर 1 में मोनू को पेश किया 
 पुलिस ने अपना पक्ष रखते हुए 7 दिन का मांगा मोनू का पुलिस रिमांड    
इससे पहले शनिवार को सुबह कोर्ट ने 2 घंटे का दिया था पुलिस

 फतह सिंह उजाला                                         

पटौदी 7 अक्टूबर । मेवात हिंसा को लेकर हिंसा के आरोपी ठहराए गए लोगों की लेकर धीरे-धीरे परत  खुलने लगी है । नूह / मेवात की हिंसा के लिए मुख्य रूप से जिन लोगों को जिम्मेदार ठहराते हुए आरोपी बनाया गया ,उनमें दो बड़े चेहरे गोरक्षा दल और बजरंग दल सहित सिविल पुलिस के इंस्पेक्टर मोनू मानेसर तथा कांग्रेस के एमएलए मामन खान का नाम शामिल रहा है  । मामन खान पर जहां सिर्फ मेवात की हिंसा के लिए आरोप लगाए गए हैं, वहीं मोनू मानेसर के ऊपर सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट डालने के अलावा राजस्थान के नासिर और जुनैद की हत्या का भी आरोप है।  

 लंबी कसमकश के बाद आखिरकार शनिवार को मोनू मानेसर राजस्थान से हरियाणा पहुंच ही गया। पटौदी पुलिस मोनू को पटौदी थाना में ही दर्ज किए गए हत्या के  प्रयास के मामले में प्रोडक्शन वारंट पर राजस्थान अजमेर से शनिवार को पटौदी  कोर्ट में लेकर पहुंची । गौर तलब है कि बीते दो दिनों से मोनू के समर्थक लगातार पंचायत करते हुए तथा ज्ञापन इत्यादि देकर शासन प्रशासन पर जवाब बनाने का प्रयास करते दिखाई दिए । शनिवार को सुबह से ही पटौदी ज्यूडिशल कंपलेक्स में अलग ही प्रकार की चहल-पहल महसूस की गई । जैसे ही इस  बात का भेद खुला कि पटौदी कोर्ट में मेवात हिंसा को लेकर भड़काऊ पोस्ट डालने के आरोपी तथा पटौदी के बब्बर शाह मोहल्ले में हुए एक विवाद में गोलीबारी करने के आरोपी मोनू मानेसर को पेश किया जाएगा। इसके साथ ही पूरे प्रकरण की संवेदनशीलता को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था भी और अधिक चौकस कर दी गई। पटौदी एसीपी हरिंदर के नेतृत्व में हत्यारोपी मोनू मानेसर को एसडीजेएम तरुन्नम खान की एक नंबर कोर्ट में पुलिस ने पेश किया। यहां पर दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद कोर्ट ने मोनू मानेसर का 2 घंटे के लिए पुलिस रिमांड मंजूर किया। इसके उपरांत शनिवार को ही 12:40 पर मोनू को फिर से कोर्ट में पेश किया जाना था। 

 गौरतलब है कि शनिवार से पहले 25 सितंबर को मोनू को प्रोडक्शन वारंट पर पटौदी कोर्ट में लाया जाना था । लेकिन इससे दो दिन पहले ही उसे राजस्थान के अजमेर जेल में ट्रांसफर कर दिया गया। इसी तकनीकी कारण की वजह से उसकी पेशी में विलंब हुआ। इसके बाद पटौदी पुलिस ने एक बार फिर से 7 अक्टूबर के लिए मोनू मानेसर का प्रोडक्शन वारंट मांगा । हाल ही में बीते दिनों मोनू मानेसर उसे वक्त भी एक बार फिर से सुर्खियों में आया जब गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के साथ उसकी वीडियो चैट सोशल मीडिया पर देखी गई ।  

 मोनू मानेसर के पैरोकार के मुताबिक हरियाणा/ पटौदी पुलिस के द्वारा कोर्ट से अनुरोध किया गया कि मोनू मानेसर का 7 दिन का पुलिस रिमांड दिया जाए। संबंधित मामले में उत्तर प्रदेश महाराष्ट्र  अन्य स्थान पर तहकीकात कर सबूत एकत्रित करने हैं। मोनू के एडवोकेट्स का कहना है कि राजस्थान के नासिर और जुनैद के कथित हत्या के मामले में आरोपी बनाए गए मोनू मानेसर के विषय में राजस्थान के डीजीपी पहले ही कह चुके हैं कि हत्या के मामले में इसका सीधा कोई संबंध नहीं है । दूसरी ओर सेशन कोर्ट से इस मामले में मोनू की जमानत रद्द हो चुकी है , जल्द ही राजस्थान हाई कोर्ट में मोनू की नियमित जमानत के लिए अनुरोध किया जाएगा। अब देखना यह है कि मोनू मानेसर अपने पुलिस रिमांड के दौरान क्या कुछ जानकारी तथा राज की बातें पुलिस को बताएगा या फिर 4 दिन के बाद पटौदी कोर्ट में पेश करने के उपरांत मोनू को जेल के आदेश होंगे या फिर इस दौरान वंचित अन्य मामले में पुलिस प्रोडक्शन वारंट पर मोनू की मांग कर सकती है।

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