*हरियाणा प्रदेश के लिए जीवन मरण का विषय है एसवाईएल नहर का पानी,
*प्रधानमंत्री के पादुका पूजक खट्टर साहब एसवाईएल पर मौन क्यों रहे ?
*एसवाईएल नहर का मामला फिर चढ़ जाएगा ओछी राजनीति की भेंट,
*सुप्रीम फटकार पंजाब से अधिक केंद्र को लगे तो न्याय मिले हरियाणा को : माईकल सैनी (आप)

गुरुग्राम 6 अक्टूबर पंजाब हरियाणा सतलुज यमुना लिंक नहर मसला दशकों से विवादों में फंसा है और तमाम राजनीति दल इस मसले पर अपनी राजनीतिक रोटियां सेकते आए हैं एसवाईएल नहर के मुद्दे पर आज भी भाजपा कोंग्रेस अकालि चोटालों ओछी राजनीति करने से बाज नहीं आ रहे इन्होंने कभी समाधान बारे नहीं सोचा !

आप नेता माईकल सैनी ने बताया कि प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने सिंचाई मंत्री वीरेन्द्र सिंह की मौजूदगी में नए सिरे से पंजाब हरियाणा के इस विवाद को समाप्त करा सुलह की कस्सी पंजाब के कपूरी गांव में चलाई जिससे काफी समय तक लोगों में समाजिक चेतना भी जागृत रही तथा लोगों ने राहत की सांस ली परन्तु पंजाब को लगा कि हरियाणा अत्यधिक मात्रा में पानी ले जाएगा जिसे लेकर फिर से विवाद और तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई जिसके खिलाफ हरियाणा को न्यायालय की शरण में जाना पड़ा मगर हरियाणा के पक्ष में फैंसला आने के बावजूद पंजाब पानी देने को तैयार नहीं !

माईकल सैनी आम आदमी पार्टी जिला मीडिया प्रभारी ने बताया कि 18 फिट गहरी 214 किमी लम्बी नहर का 122 किमी हिस्सा पंजाब में आता है और 92 किमी हरियाणा में आता है जिसका निर्माण 31 दिसंबर 1981 में तैयार किया जा चुका था परन्तु पंजाब में सर्वे टीम के दो इंजीनियर 35 मजदूरों की हत्या से तनावपूर्ण स्तिथियों का निर्माण हुआ नहर निर्माण के स्थान पर , खैर ऐसा भी नहीं है कि विरोधी दलों की ही सत्ताएं रही हैं एक दल की सरकारें भी रही हैं परन्तु इच्छाशक्ति के आभाव में मसला हल नहीं हुआ !

सैनी कहते हैं कि आम आदमी पार्टी की सरकार पिछले सवा साल से वजूद में है और तभी से केंद्र सरकार से मसले का हल करने बारे प्रयासरत है परन्तु विवाद तो पिछले चालीस वर्षो से चल रहा है राज सभी दलों ने किया मगर मसले का हल करने का प्रयास किसी ने नहीं किया सिवाय बहानेबाजी व ओछी राजनीति करने के !

सैनी कहते हैं कि आज माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा पंजाब सरकार के रुख को लेकर जो तल्ख टिप्पणी आयी है उसका हवाला देकर फोरी बयान बाजीयां करके अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने में लगी भाजपा हर्गिज नहीं बता रही है कि पिछले साढ़े नो सालों से वह सत्ता में है तथा सुप्रीम कोर्ट के आदेश भी तभी के है फिर कितना आगे बढ़े खट्टर ?

आप नेता माईकल सैनी कहते हैं मोदी जी के भाग्योदय वाला प्रदेश है हरियाणा यही के प्रभारी थे तब गुजरात मुख्यमंत्री और यहीं पर ऐतिहासिक रैली करने के बाद प्रधानमंत्री बने, उन्हें ऋण उतार देना चाहिए था

परन्तु वह स्वम् नहीं चाहते हैं कि मसले का हल हो क्योंकि आगामी आम चुनावों में उनकी नजर पंजाब की चौदह लोकसभा सीटों पर रहेगी ऐसे में भला वह क्यों पंजाबियों से वैर मोल लेंगे ? यानी एसवाईएल नहर का मुद्दा फिर से ओछी राजनीति की भेंट चढ़ जाएगा !

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