लॉजिस्टिक्स, ई- व्हीकल, ऑटो मोबाइल्स और गारमेंट्स के क्षेत्र में चार नामचीन कंपनियों के साथ हुए एमओयू। ऑन द जॉब ट्रेनिंग करेंगे विद्यार्थी, खुलेंगे रोजगार के नए रास्ते। वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक पलवल : श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय ने लॉजिस्टिक्स, ई- व्हीकल, ऑटो मोबाइल्स और गारमेंट्स के क्षेत्र में चार महत्वपूर्ण करार किए हैं। इन चार बड़ी कंपनियों में विश्वविद्यालय के विद्यार्थी ऑन द जॉब ट्रेनिंग करेंगे और साथ ही उनके लिए रोजगार के नए रास्ते भी खुलेंगे। युवा सशक्तिकरण एवं उद्यमिता मामलों में मुख्यमंत्री के सलाहकार लेफ्टिनेंट जनरल (रि.) जे एस नैन और श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राज नेहरू की उपस्थिति में कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा ने इन चारों कंपनियों के अधिकारियों के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय उत्तर भारत की सबसे बड़ी लॉजिस्टिक्स स्किल एकेडमी स्थापित करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। इसी कड़ी में बृहस्पतिवार को विश्वविद्यालय ने स्काई वेज ग्रुप के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए। स्काई वेज ग्रुप के एमडी यशपाल शर्मा ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए और उनके साथ माय लॉजिस्टिक्स गुरुकुल की सीईओ अल्पना चतुर्वेदी भी उपस्थित थीं। ई व्हीकल में नए इनोवेशन के लिए भी श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय तेजी से काम कर रहा है। ई व्हीकल निर्माण में विद्यार्थियों के भविष्य को देखते हुए विश्वविद्यालय ने ई-अश्व ऑटोमेटिव प्राइवेट लिमिटेड के साथ एमओयू किया है। कंपनी के सीईओ अभिनव बडोला ने कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा के साथ एमओयू का आदान-प्रदान किया। गारमेंट्स के क्षेत्र में रिटेल में रोजगार की अपार संभावनाओं को देखते हुए विश्वविद्यालय ने कैंटाबिल रिटेल इंडिया लिमिटेड के साथ एमओयू किया। कंपनी के हेड एचआर राजेश कुमार नायर ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए। साथ ही ऑटोमोबाइल्स क्षेत्र में रोजगार के अवसरों को भुनाने के लिहाज से श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय ने ऑटोलेक के साथ एमओयू किया है। यह कंपनी पृथला में विश्वविद्यालय परिसर के नजदीक है और यह ऑटो इग्निशन लिमिटेड के नाम से जानी जाती है। कंपनी की हेड एचआर भावना चौहान ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राज नेहरू ने इस मौके पर चारों कंपनियों के अधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि आप देश के आर्थिक विकास में योगदान देने के साथ-साथ कुशल विद्यार्थियों के रोजगार की दिशा में भी महत्वपूर्ण कार्य कर रहे हो। कुलपति डॉ. राज नेहरू ने कहा कि हमारे विद्यार्थी इंडस्ट्री के आवश्यकताओं के अनुरूप पाठ्यक्रम पढ़ कर तैयार हो रहे हैं। किसी भी कंपनी को उनकी ट्रेनिंग पर पैसा और समय खर्च नहीं करना पड़ेगा। सभी विद्यार्थी जॉब रेडी होकर निकलेंगे। एमओयू के माध्यम से ऑन द जॉब ट्रेनिंग के लिए कुलपति डॉ. राज नेहरू ने कंपनियों के प्रतिनिधियों का आभार ज्ञापित किया। युवा सशक्तिकरण एवं उद्यमिता मामलों में मुख्यमंत्री के सलाहकार लेफ्टिनेंट जनरल (रि.) जे एस नैन ने इंडस्ट्री और विश्वविद्यालय के बीच इस बेहतरीन सामंजस्य के लिए कुलपति डॉ. राज नेहरू को बधाई दी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल कौशल और प्रशिक्षण के माध्यम से रोजगार को बढ़ावा देने की दिशा में बहुत काम कर रहे हैं।डीन एकेडिमिक्स अफेयर्स प्रोफेसर आर एस राठौड़ ने अतिथियों का आभार ज्ञापित किया। इस अवसर पर इंडस्ट्री इंटीग्रेशन सेल के संयुक्त निदेशक विनीत सूरी और उप निदेशक अमिष अमेय भी उपस्थित थे। Post navigation विरोधियों को बोलने से रोकना भाजपा और केंद्र सरकार की सोची समझी साजिश : कुमारी सैलजा हरियाणा विस अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने राष्ट्रमंडल संसदीय सम्मेलन में रखी बात