-बोले बाढ़ प्रभावित प्रदेशवासियों की जेबों पर डाका बंद हो चंडीगढ़, 28 अगस्त, 2023 । राज्यसभा सांसद और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने हरियाणा-पंजाब के घरौंडा, घग्गर और लाडोवाल टोल प्लाजा पर टोल की दरों में वृद्धि की कड़ी निंदा करते हुए भाजपा सरकार से इसे तुरंत वापिस लेने की मांग की है। सुरजेवाला ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि एक तरफ अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के भाव मे मंदी के बावजूद पेट्रोल-डीजल पर लगातार भारी टैक्स टैक्स वसूल कर जनता को लूटा जा रहा है वहीँ दूसरी तरफ हर कदम पर लगे टोल प्लाजा सरकारी लूट के केंद्र बने हुए हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे कठिन समय मे जब हरियाणा, पंजाब और हिमाचल प्रदेश सहित उत्तर भारत का एक बड़ा हिस्सा बाढ़ में डूबा हुआ है तब खाद्य पदार्थों की महंगाई और पेट्रोल-डीजल की लूट के साथ-साथ अब टोल दरों में भारी वृद्धि इस सरकार की संवेदनहीनता, निष्ठुरता और जनविरोधी दृष्टिकोण को सिद्ध करने के लिए पर्याप्त है। उन्होंने कहा कि मोदी-खट्टर सरकार में राष्ट्रीय राजमार्गों पर जगह-जगह बनाए गए टोल प्लाजा आम जनता से सरकारी वसूली के केंद्र बने हुए हैं। भाजपा सरकार एक रणनीति के तहत प्रदेश के सभी मार्गों को टोल मार्गों में बदलती जा रही है। प्रदेश के जितने भी बड़े सड़क मार्ग हैं उन सभी को चौड़े करने के बहाने टोल रोड़ में बदल दिया गया है और देश मे सर्वाधिक महंगे टोल हरियाणा में ठोक दिए गए हैं। दिल्ली से किसी भी दिशा में हरियाणा में प्रवेश कीजिए हर तरफ से आपको सैंकड़ों रुपये के टोल देने पड़ेंगे। यही हाल चंडीगढ़ से हरियाणा में प्रवेश करने पर भी मिलेगा। दिल्ली और रोहतक के बीच मे पहले रोहद टोल प्लाजा पर व्यक्तिगत छोटे वाहनों को चंद किलोमीटर सफ़र की एवज़ में एक तरफ़ 130 रु का भारी टैक्स देना पड़ता है, उसके बाद आप रोहतक से झज्जर, भिवानी, हिसार, गोहाना, जींद सहित किसी भी तरफ चलिए सैंकड़ों रुपये का टोल टैक्स देना पड़ेगा। यही हाल जीटी रोड का है। हर 35-40 किमी पर सौ रुपये से ज्यादा का टोल टैक्स आपका इंतजार कर रहा होता है। सुरजेवाला ने कहा कि मोदीजी के बाकी सभी विभागों के मंत्री तो बेरोजगार घूमते हैं क्योंकि उनके विभागों में पत्ता भी बिना मोदीजी के आदेश के नही हिल सकता, गडकरी साहब ने अपने हाइवे ऑथोरिटी वालों को राष्ट्रीय राष्ट्रीय राजमार्गों पर हर 35 किलोमीटर पर बैठा दिया है, लोगों की जेबों को खाली करने के लिए। हम तो कहते हैं कि पेट्रोल-डीजल महंगे हैं लेकिन, इनके अधिकतर टोल प्लाजा तो पेट्रोल-डीजल से भी महंगे हैं। एक डीजल या सीएनजी की गाड़ी सफर के दौरान जितने का ईंधन खाती है उसका डेढ़ गुणा तो ये लोग टोल लूट लेते हैं। रणदीप ने कहा कि मोदी जी का सड़कों पर एक और जादू चल रहा है। सड़कों पर लगातार वाहनों की संख्या निर्बाध रूप से बढ़ रही है। होना तो ये चाहिए था कि टैक्स देने वाले वाहनों की संख्या में वृद्धि के साथ-साथ टैक्स की दरें कम होती जाती लेकिन, हो इसके उलट रहा है। टैक्स की दरें घटने की बजाय हर साल बेतहाशा बढ़ा दी जाती हैं। अम्बाला के घग्गर टोल प्लाजा से हर रोज औसतन डेढ़ लाख वाहन हर रोज गुजरते हैं और इनमे लगातार वृद्धि हो रही है इसके बावजूद यहां वाहनों की अलग-अलग श्रेणियों के लिए 10 रुपये से लेकर 50 रूपये की टोल वृद्धि कर दी गई है। घरौंडा टोल प्लाजा पर तो वाहनों का इतना आवागमन है कि 24 घण्टे हर लेन पर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लगी रहती हैं इसलिए घाटा होने का तो सवाल ही पैदा नही होता इसके बावजूद सरकार ने यहां छोटे वाहनों पर 10 रुपये तथा बड़े वाहनों पर 50-80 रुपये तक कि वृद्धि कर दी गई है। सुरजेवाला ने याद दिलाया कि नए वाहन को खरीदने पर लोगों से सरकार द्वारा भारी भरकम रोड टैक्स और अन्य टैक्स वसूले जाते हैं। केंद्र की मोदी सरकार ने 2014 से पेट्रोल पर 23.87 रुपए प्रति लीटर व डीज़ल पर 28.37 रुपए प्रति लीटर उत्पाद शुल्क बढ़ाया। प्रदेश की खट्टर सरकार ने पिछले सात सालों में बार-बार प्रदेश के लोगों पर पेट्रोल व डीजल के टैक्सों का भार बढ़ाकर सड़क के सफर को बहुत महंगा कर दिया है। इस सबके बावजूद टोल दरों में बार-बार की जा रही वृद्धि जनता के लिए असहनीय है। सरकार पर निशाना साधते हुए सुरजेवाला ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्गों पर दिए जाने वाले टोल रेट सीधे-सीधे निजी वाहनों के खर्चे, बस यात्रा व आम जरूरत की वस्तुओं की कीमत पर सीधा प्रभाव डालते हैं, इसके अलावा माल ढुलाई के सभी वाहन भी राष्ट्रीय राजमार्ग से गुजरते हैं। सरकार द्वारा टोल टैक्स में कई गई भारी वृद्धि बाढ़ से जूझते उत्तर भारत मे महंगाई के चलते कोढ़ में खाज का काम करेगी। सुरजेवाला ने कहा कि ‘बहुत हुई महंगाई की मार, अबकी बार मोदी सरकार’ के नारे लगाती आई भाजपा ने महंगाई और टैक्स की लूट से जनता की कमर तोड़ दी। वाहन के पंजीकरण पर रोड़ टैक्स, पेट्रोल-डीजल भरवाते समय रोड़ टैक्स और उसके बाद भारी टोल टैक्स, यही है मोदी जी का टैक्सकाल जिसको वह अपनी व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी के माध्यम से अमृतकाल बताकर बेच रहे हैं। सुरजेवाला ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि जनता सब देख रही है और इस शोषक सरकार को चुनावों में उखाड़ फेंकने के लिए बेताब है। उन्होंने कहा कि सरकार जन भावना का सम्मान करे और इस टोल वृद्धि की तुरन्त वापिस ले। Post navigation महिला जूनियर कोच यौन उत्पीड़न मामले में “आप” वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनुराग ढांडा ने मुख्यमंत्री को लिखी चिठ्ठी प्रधानमंत्री मोदी का पानीपत की धरती पर दिया गया बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का नारा एक जुमला साबित : विद्रोही