-दो बच्चों की सिंगल पेरैंट हैं कविता गुरुग्राम। कविता जोकि होस्टल में रहती है उनके पास कहीं पर कोई घर, प्रॉपर्टी नहीं है, लेकिन उनके नाम से बिजली के चार मीटर दिखाकर उन्हें बीपीएल सूची से बाहर कर दिया गया है। अब वे खुद के गरीब होने का प्रमाण देने के लिए सरकारी कार्यालयों के चक्कर काट रही हैं। सिंगल पेरैंट कविता अपने दो बच्चों के साथ रहती हैं। उनका अपना कोई मकान या अन्य प्रॉपर्टी नहीं है। अपनी गरीबी से संबंधित सभी सरकारी नियम और शर्तों को पूरा करते हुए उनका नाम परिवार पहचान पत्र के अनुसार बीपीएल कार्ड सूची में शामिल किया गया। सभी दस्तावेजों की जांच आदि के बाद करीब 6 महीने पहले उनका बीपीएल कार्ड बन गया। अब एकाएक उनको बीपीएल की सूची से बाहर कर दिया गया है। जब उन्होंने संबंधित विभाग में जाकर इसका कारण पूछा तो वे जवाब सुनकर खुद अचंभित रह गई। उन्हें विभाग के कर्मचारियों की ओर से बताया गया कि उनके नाम से दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम (डीएचबीवीएन) के चार मीटर लगे हुए हैं। इन मीटर के अकाउंट नंबर-8771650000, 7118060000, 498759007 व 18060000 हैं। इसमें तीन मीटर से कादीपुर डिवीजन के और एक मीटर सेक्टर-37 डिवीजन का दिखाया गया है। पीडि़त कविता ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल को भी ट्वीट किया है। इसके बाद खाद्य आपूर्ति विभाग से उन्हें कॉल आई। विभाग की ओर से कहा गया कि उनके स्तर पर कोई गलती नहीं हुई है। इसके लिए बिजली विभाग और परिवार पहचान पत्र कार्यालय से संपर्क करें। जब वे परिवार पहचान पत्र कार्यालय गई तो पता चला कि उनके नाम से बिजली के चार मीटर हैं। गत सप्ताह वे कादीपुर बिजली कार्यालय में एसडीओ विपिन यादव से मिलीं। उन्होंने पंकज नाम के कर्मचारी से मिलने को कहा। उन्होंने कहा कि आज ही चारों मीटर रिकॉर्ड से हटा देंगे, लेकिन अब तक उनके नाम पर चार मीटर ही रिकॉर्ड में दर्ज हैं। कविता की तरह ही एक अन्य महिला को भी बीपीएल सूची से बाहर कर दिया गया। सरोज नाम की महिला नई बस्ती की रहने वाली है। वह भी अति गरीब महिला है। उसके नाम पर एसडीओ जी-24 मारुति के क्षेत्र में बिजली मीटर दर्शाया गया है, जबकि वह नई बस्ती में रहती है। Post navigation अदालत ने बिजली चोरी का मामला पाया गलत, बिजली निगम को दिए आदेश…… जीएमडीए सीईओ एवं निगमायुक्त पीसी मीणा ने किया निर्माणाधीन श्री शीतला माता देवी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल का दौरा