एकीकृत बाल विकास सेवाओं (आईसीडीएस) की पोषण प्रभावशीलता बढ़ाने और राज्य में महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए हुआ एलओयू विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा की उपस्थिति में हुआ एलओयू चण्डीगढ़, 17 अगस्त – हरियाणा के महिला एंव बाल विकास विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा की उपस्थिति में हरियाणा के महिला एवं बाल विकास विभाग और संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम के बीच सहमति पत्र पर हस्ताक्षर हुए। यह एलओयू एकीकृत बाल विकास सेवाओं (आईसीडीएस) की पोषण प्रभावशीलता बढ़ाने और राज्य में महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए हुआ। उन्होंने बताया कि महिला एवं बाल विकास विभाग और संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम के बीच पोषण और लिंग सशक्तिकरण के क्षेत्र में विभाग के काम को मजबूत करने के लिए ज्ञान, कौशल और विशेषज्ञता के हस्तांतरण और आदान-प्रदान की सुविधा प्रदान करना है। इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग की निदेशक श्रीमती मोनिका मलिक व देश में विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) की प्रतिनिधि सुश्री एलिज़ाबेथ फॉरे के बीच एलओयू का आदान-प्रदान हुआ। डॉ. सुमिता मिश्रा ने कहा कि एकीकृत बाल विकास सेवाओं (आईसीडीएस) की पोषण प्रभावशीलता बढ़ाने पर डब्ल्यूएफपी के साथ यह सहयोग हरियाणा में महिलाओं और बच्चों की पोषण स्थिति में सुधार लाने में काफी मदद करेगा। यह सहयोग कुपोषण और महिला सशक्तिकरण की दिशा में सरकार के प्रयासों को मजबूत करेगा। उन्होंने कहा कि डब्ल्यूसीडी विभाग हरियाणा में महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए डब्ल्यूएफपी के साथ जुड़ेगा। उन्होंने सतत विकास लक्ष्य 2 यानी भूखमरी समाप्त करने, खाद्य सुरक्षा और बेहतर पोषण प्राप्त करने की दिशा में सरकारी प्रयासों का समर्थन करने के लिए डब्ल्यूएफपी की भूमिका की सराहना की। इस अवसर पर सुश्री एलिज़ाबेथ फॉरे ने कहा कि महिला एवं बाल विकास विभाग और विश्व खाद्य कार्यक्रम मिलकर नवाचार और क्षमता निर्माण के माध्यम से पोषण 2.0 लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कुपोषण, एनीमिया पर ध्यान केंद्रित करते हुए एक रोडमैप तैयार करेंगे। उन्होंने कहा कि दोनों खाद्य सुदृढ़ीकरण के लिए स्थायी मॉडल बनाने का प्रयास करेंगे और पूरक पोषण, मौजूदा कर्मचारियों के प्रशिक्षण व क्षमता निर्माण के लिए भी सहयोग करेंगे और भारत के साथ-साथ अन्य विकासशील देशों की सर्वाेत्तम प्रथाओं से सीखेंगे। डब्ल्यूएफपी अपने क्षेत्र का विस्तार करने और इसकी कार्यप्रणाली में सुधार करने के उद्देश्य से, पहले से स्थापित पंजीरी प्लांट का आकलन करेगा और तकनीकी सहायता प्रदान करेगा। इसके अतिरिक्त, डब्ल्यूएफपी राज्य के अन्य हिस्सों में ऐसी इकाइयों को बढ़ाने के साथ-साथ टेक-होम राशन (टीएचआर) और पोषण के महत्व पर सामाजिक व्यवहार परिवर्तन संचार गतिविधियों को विकसित करने और संचालित करने में विभाग का समर्थन करेगा। डब्ल्यूएफपी अनुसंधान के माध्यम से टीएचआर की पोषक संरचना विकसित करने में हरियाणा सरकार का समर्थन करने के लिए तत्पर है। डब्ल्यूएफपी शिशु और युवा बाल आहार (आईवाईसीएफ) में सुधार और कुपोषण को रोकने के लिए एक अनुकरणीय और प्रदर्शन योग्य मॉडल विकसित करने में विभाग के प्रयासों का समर्थन करेगा। दोनों संस्थाएं लैंगिक समानता और महिला सशक्तिकरण परियोजना (जीईडब्ल्यूई) प्रशिक्षण मॉड्यूल के लिए पाठ्यक्रम सामग्री को विकसित और प्रासंगिक बनाएंगी, जिससे समुदाय के लिंग संवेदीकरण में विभाग के प्रयासों को मजबूत किया जा सके। Post navigation बिजली आंदोलन को लेकर आप के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अनुराग ढांडा और पंजाब के बिजली मंत्री हरभजन सिंह की संयुक्त प्रेसवार्ता मंत्री संदीप सिंह के खिलाफ शिकायत वापिस नही ली तो मुख्यमंत्री के इशारे पर किया गया मुझे निष्कासित.. : महिला कोच