– सरकारी प्रोजेक्ट में भी कम आ रही लागत चंडीगढ़, 12 अगस्त -हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल द्वारा शुरू किया गया जनसंवाद कार्यक्रम लोगों के लिए “ख़ास-उत्सव” जैसा साबित होता जा रहा है। जिस भी गांव में यह कार्यक्रम होता है वहीं पर “ऑन द स्पॉट” अनेक समस्याओं का समाधान हो जाता है। जब दिव्यांगों को मौके पर मुख्यमंत्री के हाथों व्हीलचेयर आदि उपकरण और बुजुर्गों को तत्काल पेंशन मिलने का प्रमाण -पत्र मिलता है तो उनकी आँखों की चमक बढ़ जाती है। ऐसे ही कई अवसर आज उस वक्त आए जब मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल यमुनानगर जिला के गांव दामला में जनसंवाद कार्यक्रम में पहुंचे थे। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर लोगों से सीधा संवाद करते हुए कहा कि पिछले साढ़े आठ साल में राज्य सरकार ने अनेक विकास कार्य करवाए हैं। वर्तमान सरकार के कार्यकाल में पूर्व की सरकारों से दोगुना काम हुआ है और वो भी कम लागत पर। मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने इस अवसर पर कहा कि पूर्व की सरकारों में विकास कार्यों में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर था लेकिन हमारी सरकार ने इस पर अंकुश लगाया और अब कम लागत में अच्छी गुणवत्ता का काम होता है। उन्होंने बताया कि हमारी सरकार ने डीबीटी के माध्यम से पैसा सीधा लाभार्थी के खाते में भेजना शुरू किया है और प्रदेश में अकेले किसानों के खाते में डीबीटी के माध्यम से 50 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि भेजी जा चुकी है। पीपीपी पहल का दूसरे राज्य कर रहे अनुसरण मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि हरियाणा पहला ऐसा प्रांत हैं, जहां पर परिवार पहचान-पत्र को शुरू किया गया है, अन्य राज्यों ने इसका अनुसरण करना शुरू कर दिया है। परिवार पहचान पत्र के माध्यम से लोगों को घर बैठे सरकार द्वारा क्रियान्वित योजनाओं का लाभ सुगमता से मिल रहा है। गांव दामला में कई लोगों की मौके पर बनी पेंशन उन्होंने कहा कि हरियाणा की 2 करोड 80 लाख जनता मेरा परिवार है। इनके सुख-दुख की चिंता करना मेरा दायित्व है। गरीब का अधिकार गरीब को ही मिलेगा, इसके तमाम प्रयास किए जा रहे हैं। आयुष्मान भारत योजना के माध्यम से जरूरतमंद लोगों का इलाज किया जा रहा है। गांव दामला में 3175 लोगों के आयुष्मान कार्ड बने हैं, जिनमें से 261 लोगों ने इसका लाभ उठाया है और इसके तहत 51 लाख रुपये की राशि इलाज पर खर्च हुई है। गांव दामला में पहले 924 राशन कार्ड थे, जिनकी संख्या अब 1385 हो गई है, 460 नये राशन कार्ड बनाए गए हैं। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि 60 वर्ष की आयु पूरी होते ही सम्बन्धित व्यक्ति की पेंशन शुरू हो जाती है। मुख्यमंत्री ने पूछा कि यदि किसी व्यक्ति की पेंशन नहीं बनी है तो बताएं। इस दौरान जब कुछ लोगों ने पैंशन न बनाने की बात कही तो मुख्यमंत्री ने उन्हें कहा कि एक घंटे के अंदर उनकी पेंशन बन जाएगी, बशर्ते वह सभी मापदंड पूरे करते हों। उन्होंने इस दौरान 4 व्यक्तियों को मौके पर ही पेंशन सम्बन्धी प्रमाण पत्र सौंप दिए। उन्होंने यह भी बताया कि इस गांव में 780 लोगों को पेंशन मिल रही है। इनमें 28 नई पेंशन बनी हैं। अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के तहत लोगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिये सरकार द्वारा ऋण की सुविधा दी जा रही है , इस गांव में भी 54 लाभार्थियों का इस योजना के तहत चयन किया गया है। जनसंवाद पोर्टल पर मिली 16 हजार शिकायतें, 3 हजार का समाधान मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों की अधिकतर वाजिब मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया। उन्होंने यह भी बताया कि जनसंवाद कार्यक्रम में जो भी शिकायत प्राप्त होती है, उसे जनसंवाद पोर्टल पर अपलोड किया जाता है। शिकायतकर्ता को इसके लिये बाकायदा एक मैसेज भी भेजा जाता है कि उसका कार्य सम्बन्धित विभाग को स्थानांतरित किया गया है। उन्होंने बताया कि अब तक पोर्टल पर 16 हजार शिकायतें प्राप्त हुई हैं जिनमें से 3000 शिकायतों का निवारण हो चुका है, अन्य पर काम तेजी से किया जा रहा है। इससे पहले , मुख्यमंत्री ने प्रांगण में लगाए गए स्वयं सहायता समूह के स्टालों का अवलोकन किया तथा 30 लाख रुपये की लागत से गांव दामला में बनाये गये ग्राम सचिवालय का भी उद्घाटन किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने रेडक्रास सोसायटी की ओर से तीन लाभार्थियों को व्हीलचेयर भी वितरित की। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने 5 व्यक्तियों को मुख्य मंच पर बुलाकर जन्मदिवस की बधाई देते हुए शुभ संदेश, पुस्तक व अन्य उपहार देकर उनको सम्मानित किया। इस मौके पर लोकसभा सांसद श्री नायब सिंह सैनी व पूर्व राज्यमंत्री कर्णदेव कम्बोज के अलावा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। Post navigation प्रदेश के लोगों को 15 अगस्त पर मुख्यमंत्री का मनोहर तोहफा मुख्यमंत्री खट्टर के गैर जिम्मेदाराना बयान पर “आप” के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनुराग ढांडा की कड़ी प्रतिक्रिया, खुद सुने