60 साल की आयु पूर्ण होने पर बुढापा पैंशन व रोडवेज के आधी टिकटों के पास परिवार पहचान पत्र के आधार पर अपने आप बन जायेंगे, लेकिन धरातल पर यह दावा खरा नही उतर रहा : विद्रोही
परिवार पहचान पत्र जैसे पोर्टलों से चंद लोगों को सरकारी योजनाओं का स्वत: लाभ देकर उसका ढिंढौरा पीटो और आधे से ज्यादा लोगों को पात्र होते हुए भी सामाजिक सुरक्षा की योजनाओं से वंचित कर दो : विद्रोही

6 अगस्त 2023 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री मनोहरलाल खटटर के लाख दावों के बाद भी परिवार पहचान पत्र के आधार पर न तो 60 साल की आयु पूर्ण करने उपरान्त बुजुर्गो की पैंशन अपने आप बन रही है और न ही बुजुर्गो के आधी टिकट के रोडवेज पास बन रहे है। विद्रोही ने कहा कि मुख्यमंत्री खटटर जी व उसके मंत्री-संतरी, अधिकारी रोज मीडिया बयान दाग कर प्रदेशवासियों को ठगते है कि 60 साल की आयु पूर्ण होने पर बुढापा पैंशन व रोडवेज के आधी टिकटों के पास परिवार पहचान पत्र के आधार पर अपने आप बन जायेंगे, लेकिन धरातल पर यह दावा खरा नही उतर रहा। 60 साल की आयु पूरी होने पर भी आमजन बुढापा पैंशन व रोडवेज पास के लिए सम्बन्धित अधिकारी, कार्यालयों व सीएससी के धक्के खाता रहता है, लेकिन परिणाम ढाक के तीन पात ही निकलता है। 

विद्रोही ने मुख्यमंत्री से पूछा कि यदि बुढापा पैंशन व रोडवेज पास परिवार पहचान पत्र अनुसार स्वत: बन जाते है तो 60 साल की आयु पूरी होने पर लोगों को यह सुविधा मिल क्यों नही रही? कटु सत्य यह है कि आज हरियाणा में विभिन्न पोर्टल पारदर्शिता व निष्पक्षता से लोगों को उनके अधिकार देने के साधन बनने की बजाय लोगों के संवैद्यानिक, सामाजिक सरोकारों के अधिकारों पर डाका डालने का सरकार ने आसान तरीका निकाला है। परिवार पहचान पत्र जैसे पोर्टलों से चंद लोगों को सरकारी योजनाओं का स्वत: लाभ देकर उसका ढिंढौरा पीटो और आधे से ज्यादा लोगों को पात्र होते हुए भी सामाजिक सुरक्षा की योजनाओं से वंचित कर दो। विद्रोही ने आरोप लगाया कि भाजपा-जजपा सरकार इसी रणनीति के तहत काम करके आम लोगों को पारदर्शिता, निष्पक्षता से सामाजिक सुरक्षा देने का ढोल पीटकर झूठ भी बोलती है और शोर मचाने वालों को अपवाद बताकर अपनी जबावदेही से पल्ला झाड़कर हरियाणावासियों को ठग भी रही है। 

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