हरियाणा में साइबर अपराधियों पर कसी जा रही नकेल, सरकार ने उठाए कई कदम 318 साइबर हेल्प डेस्क में लगभग 700 प्रशिक्षित पुलिसकर्मियों को किया गया तैनात अप्रैल माह में हुई छापेमारी के दौरान बड़े पैमाने पर जुटाए गए सबूतों को नष्ट करना चाहते थे उपद्रवी चंडीगढ़, 5 जुलाई- जैसे जैसे देश दुनिया टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में तरक़्क़ी कर रही है वैसे ही इसकी वजह से अपराध करने के तरीके भी बदल रहे हैं। तकनीक पर आधारित साइबर क्राइम वर्तमान में आम लोगों को ठगने का बड़ा जरिया बन चुका है। आए दिन साइबर क्राइम से जुड़े समाचार सामने आते है। हरियाणा में साइबर क्राइम के मामलों से निपटने के लिए पुलिस लगातार कार्रवाई करती है। नूंह जिला में साइबर क्राइम को अपना पेशा बनाने वाले अपराधियों पर नकेल कसने के लिए हरियाणा पुलिस बड़े पैमाने पर कार्रवाई कर रही है। अप्रैल माह में पुलिस ने नूंह में साइबर जालसाजों के ठिकानों पर एक साथ रेड कर देश भर में लगभग 100 करोड़ रुपए की साइबर ठगी का खुलासा किया था। यह भारत में अपनी तरह की अब तक की सबसे बड़ी छापेमारी थी और इसमें कुल 5,000 जवान और अधिकारी शामिल थे, जिन्होंने नूंह जिले के 14 गांवों में फैले 320 साइबर अपराधियों के ठिकानों पर छापा मारा। छापेमारी के दौरान 65 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया और अन्य 25 साइबर अपराधियों को छापेमारी से पहले और छापेमारी के बाद की अवधि में गिरफ्तार किया गया। इस दौरान 66 मोबाइल डिवाइस और 5 माइक्रो एटीएम मशीनों सहित बड़ी संख्या में आईटी डिवाइस जब्त किए गये। 739 फर्जी सिम, 307 फर्जी बैंक खाते और 199 यूपीआई हैंडल के विवरण सहित कई फर्जी दस्तावेजों का खुलासा हुआ। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों नूंह में हुई हिंसा की आड़ में इस छापेमारी के दौरान जुटाए गए सबूतों को मिटाने की कोशिश की गई और साइबर पुलिस स्टेशन पर सुनियोजित हमला किया गया। नूंह का ये साइबर पुलिस स्टेशन दो साल पहले ही बन कर तैयार हुआ है। साइबर स्टेशन में बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी और दूसरे आपराधिक दस्तावेज थे और उपद्रवियों का मकसद इनको को बर्बाद करना था। उल्लेखनीय है कि हरियाणा सरकार ने साइबर अपराध पर अंकुश लगाने के लिए कई कदम उठाए हैं। हर पुलिस स्टेशन में एक, कुल मिलाकर 318 साइबर हेल्प डेस्क स्थापित किए हैं। इन पर लगभग 700 प्रशिक्षित पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। राज्य में 29 साइबर पुलिस स्टेशन स्थापित किए गए हैं । साइबर क्राइम हेल्पलाइन – 1930 को आपातकालीन प्रतिक्रिया सहायता प्रणाली अर्थात डायल-112 के साथ एकीकृत किया गया है। पंचकूला में एक राज्य स्तरीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र स्थापित किया है। यह हरियाणा के सभी जिलों, अन्य राज्यों और भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र के साथ प्रभावी ढंग से समन्वय करता है। Post navigation हरियाणा ने पद्म पुरस्कार विजेताओं के लिए हरियाणा गौरव सम्मान योजना, 2023 शुरू की हर शहीद के गांव में शीलाफ़लक्म (शिलापट्ट) पीएम मोदी का ऐतिहासिक निर्णय : ओम प्रकाश धनखड़