नूंह जिला सीआईडी की रिपोर्ट 31 जुलाई की हिंसा के दस दिन पहले ही भाजपा-जजपा सरकार को देने के बाद भी मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर, गृहमंत्री अनिल विज व हरियाणा पुलिस पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था करने में नाकाम रही : विद्रोही मुख्यमंत्री खट्टर, भाजपा-संघ साम्प्रदायिक उन्माद, नफरत, बटवारे की राजनीति से सत्ता दुरूपोग से सामाजिक सौहार्द बिगाड़कर लोकसभा व विधानसभा चुनाव 2024 में राजनीतिक लाभ लेने के कुप्रयास में है : विद्रोही 4 अगस्त 2023 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया कि बजरंग दल, विहिप की शोभा यात्रा के दौरान दो समुदायों में हिंसा, उपद्रव, पत्थरबाजी हो सकती है, नूंह जिला सीआईडी की यह रिपोर्ट 31 जुलाई की हिंसा के दस दिन पहले ही भाजपा-जजपा सरकार को देने के बाद भी मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर, गृहमंत्री अनिल विज व हरियाणा पुलिस पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था करने में नाकाम रही और अब हिंसा का ठीकरा कांग्रेस पर फोड़कर अपनी जवाबदेही से भाग रही है। विद्रोही ने सवाल किया कि जो मुख्यमंत्री कैमरो के सामने सार्वजनिक रूप से कह रहे है कि 60 हजार पुलिसकर्मियों के बल पर वे हरियाणा के 2.80 करोड़ नागरिकों को सुरक्षा नही दे सकते है, क्या ऐसे नकारा, अक्षम मुख्यमंत्रीे मनेाहरलाल खट्टर को एक क्षण के लिए भी मुख्यमंत्री पद पर बने रहने को नैतिक अधिकार है? जो मुख्यमंत्री प्रदेश के नगारिकों को सुरक्षा देने में सार्वजनिक रूप से असमर्थता जताता हो और अपनी ही सीआईडी की दी गई रिपोर्ट पर नूंह में संभावित साम्प्रदायिक टकराव को रोकने के पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था करने की बजाय जाने-अनजाने में मेवात को हिंसा, उपद्रव की आग में झोंक देता हो, ऐसे मुख्यमंत्री का एक क्षण के लिए भी सत्ता में रहना प्रदेश व आम हरियाणावासियों के हित में नही है। विद्रोही ने कहा कि मुख्यमंत्री के क्रियाक्लापों व बयानों पर यही कहा जा सकता है कि क्या तो वे एक अक्षम ऐसे संघी कठपुतली मुख्यमंत्री है जिसकी डोर नागपुर के पास है और वे संघी आकाओ के इशारे अनुसार नाचते हे। या सबकुछ जानते हुए भी सुनियोजित ढंग से प्रदेश में साम्प्रदायिक धु्रवीकरण की औच्छी राजनीति वोट बैंक के लिए कर रहे है ताकि 2024 के चुनाव में बढ़त बना सके। मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ऐसा ही प्रयोग जाट आरक्षण में जातिय धुु्रवीकरण की राजनीति के द्वारा लोकसभा व विधानसभा चुनाव 2019 में करके चुनावी लाभ प्राप्त कर चुके है। विद्रोही ने कहा कि अब एकबार फिर मुख्यमंत्री खट्टर, भाजपा-संघ साम्प्रदायिक उन्माद, नफरत, बटवारे की राजनीति से सत्ता दुरूपोग से सामाजिक सौहार्द बिगाड़कर लोकसभा व विधानसभा चुनाव 2024 में राजनीतिक लाभ लेने के कुप्रयास में है। अपनी जवाबदेही से भागकर नूंह उपद्रव का ठीकरा कांग्रेस पर फोडकर मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर अपनी जवाबदेही से भाग रहे है। विद्रोही ने प्रदेश के लोगों से अपील की कि वे भाजपा-संघ का असली चाल-चरित्र समझे और हरियाणा में संघी साम्मप्रदायिक उन्मादी, नफरती राजनीति को किसी भी तरह कामयाब न होने दे। Post navigation ‘हरियाणा स्कूल शिक्षा मंत्री ने अधिकारियों को एमडीएम सुरक्षा सॉफ्टवेयर का उल्लंघन करने वाले छात्रों के टैबलेट की पहचान करने और उन्हें जब्त करने के दिए निर्देश ’ नूंह हिंसा के दौरान छुट्टी पर थे जिले के एसपी, हुई थी छह लोगों की मौत, अब हुआ तबादला