खट्टर सरकार के क्लर्कों की तनख्वाह और जिम्मेदारियों से संबंधित तमाम दावे झूठे : अनुराग ढांडा

क्लर्कों के बारे में झूठ फैलाकर लोगों को गुमराह करना चाहती है खट्टर सरकार: अनुराग ढांडा
सरकारी कार्यालयों में की तमाम जिम्मेदारियां लिपिकों के कंधों पर: अनुराग ढांडा
पंजाब और दिल्ली में पे- ग्रेड पर खट्टर सरकार के दावे झूठे: अनुराग ढांडा
हरियाणा को छोड़कर सभी राज्यों में प्रोबेशन के बाद रेगुलर बढ़ती है तनख्वाह: अनुराग ढांडा
क्लर्कों के खिलाफ किसी भी सख्त कदम का विरोध करेगी आम आदमी पार्टी: अनुराग ढांडा

चंडीगढ़, 31 जुलाई – आम आदमी पार्टी के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अनुराग ढांडा ने सोमवार को चंडीगढ़ सेक्टर-39 स्थित आम आदमी पार्टी के कार्यालय से प्रेस वार्ता की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री खट्टर को अहंकार आ गया है, वे पहले तो किसी से बात करके खुश नहीं है। दूसरा प्रदेश में क्लर्क अपने पे ग्रेड बढ़ाने को लेकर हड़ताल पर हैं, इसको लेकर सीएम खट्टर और उनके ओएसडी झूठ बोल रहे हैं। पहले तो वे क्लर्कों को सबसे ज्यादा पे ग्रेड देने का झूठ बोल रहे हैं, वहीं साथ की लिपिकों की एजुकेशन क्वालिफिकेशन और उनके काम को लेकर भी झूठे दावे कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि पंजाब और दिल्ली में लिपिकों का पे ग्रेड 25500 है, जबकि खट्टर सरकार क्लर्कों की हड़ताल के बारे में प्रदेश की जनता को गुमराह करना चाहती है। उन्होंने ऐलनाबाद की एफआईआर का जिक्र करते हुए कहा कि वहां लिपिक जितेंद्र, कुलदीप और विक्रमदीप पर चालक लाइसेंस और वाहन पंजीकरण में 2.32 करोड़ के गबन का मामला दर्ज है। अगर, लिपिक केवल डायरी डिस्पैच का काम करते हैं तो इतनी बड़ी रकम इनके हाथ कैसे लगी? उन्होंने एफआईआर पर सवाल उठाते हुए कहा कि कहा कि लिपिक कलेक्शन से लेकर, ट्रेजरी में जमा करवाने तक का कार्य करते हैं।

उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में रजिस्ट्री का काम लिपिक ही देखते थे, अब ये काम पोर्टल का पासवर्ड बदल कर तहसीलदार देखेंगे, जोकि असंभव लगता है। उन्होंने कहा कि आरटीआई के जवाब में मिली जानकारी के अनुसार, ईएसआईसी में तैनात क्लर्कों की जिम्मेदारी में रिकॉर्ड कीपिंग, डायरी डिस्पैच, ई-बिलिंग, इनकम टैक्स डेटा एंट्री, ई ऑफिस वर्क समेत दो दर्जन से भी ज्यादा जिम्मेदारियां संभालते हैं। वहीं अन्य विभाग जैसे हेल्थ डिपार्टमेंट में भी डायरी डिस्पैच के अलावा तमाम पोर्टल, कोर्ट केस संबंधी और अनेकों जिम्मेदारियां क्लर्कों के कंधों पर हैं, जबकि खट्टर सरकार ने क्लर्कों के प्रति झूठा प्रचार कर डायरी डिस्पैच की जिम्मेदारी बता कर उनकी मांग को सिरे से खारिज कर दिया।

उन्होंने बताया कि खट्टर सरकार का तीसरा झूठ हरियाणा में क्लर्कों का पे ग्रेड आसपास के राज्यों से ज्यादा है। इस पर उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार सी कैटेगरी में 19900 का पे ग्रेड क्लर्कों को देती है, जोकि अपनी कैटेगरी में न्यूनतम है। वहीं केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित पे ग्रेड में इनका लेवल एफएलपी लेवल टू है। उन्होंने कहा कि दिल्ली और पंजाब में 25500 का पे ग्रेड दिया जाता है।जोकि अलाउंस मिलाकर 32 हजार से ज्यादा बैठता है। उन्होंने कहा कि पंजाब में 3 साल के प्रोबेशन पीरियड के बाद सैलरी में भी इजाफा होता है और हर 3 साल के बाद प्रमोशन भी होता है। वहीं हरियाणा में अगर क्लर्क टाइपिंग टेस्ट और कंप्यूटर टेस्ट पास ना करें तो एक पैसा भी सैलरी नहीं बढ़ती, चाहे उनको नौकरी पर 10 साल हो गए हों।

उन्होंने कहा कि हाल ही में एचएसएससी ने 2019 में लेबोरेटरी अटेंडेंट की पोस्ट निकाली थी, इसके लिए क्वालिफिकेशन मैट्रिक थी, जबकि पे ग्रेड 25500 था, उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि अगर मैट्रिक लेवल की क्वालिफिकेशन पर लैब अटेंडेंट को 25500 दिया जा सकता है तो क्लर्को को क्यों नहीं दिया जा सकता। उन्होंने कहा कि खट्टर सरकार क्लर्कों के ऊपर कोई सख्त कानूनी कार्रवाई कर सकती है। आम आदमी पार्टी क्लर्कों के साथ है। किसी भी सख्त कदम का जवाब सड़कों पर दिया जाएगा। क्लर्कों की मांग वाजिब है और सरकार को जल्द से जल्द हल निकालना होगा। इस मौके पर यूथ विंग प्रदेश उपाध्यक्ष करणवीर लोट और पंचकूला जिला अध्यक्ष रंजीत उप्पल भी मौजूद रहे।

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