चंडीगढ़, 21 जुलाई – हरियाणा के जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डा. बनवारी लाल ने कहा कि पेयजल एवं सीवरेज प्रणाली के क्षतिग्रस्त बुनियादी ढांचे की मरम्मत के लिए तत्काल कदम उठाए जाएं ताकि पेयजल आपूर्ति जल्द से जल्द सुचारू की जा सके। इसके अलावा चरखी दादरी एवं सिरसा, फतेहाबाद के ग्रामीण और शहरी इलाकों में जलभराव से प्रभावित इलाकों में पेयजल सप्लाई में दिक्कतें आ रही है तो उन क्षेत्रों में टैंकरों से पानी की सप्लाई सुनिश्चित की जाए। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डा. बनवारी लाल यहां विभाग के उच्च अधिकारियों के साथ राज्य के विभिन्न हिस्सों में जलभराव से डैमेज हुई पेयजल एवं सीवरेज प्रणाली को लेकर आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। जनस्वास्थ्य मंत्री ने विशेषकर चरखी दादरी में पेयजल की समस्या को लेकर विस्तार से जानकारी ली और दादरी में पानी की निकासी करने एवं पेयजल सप्लाई को सुचारू करने के लिए चीफ इंजीनियर की ड्यूटी लगाई। इसके अलावा सिरसा व अन्य जिलो में भी पेयजल सप्लाई एवं सीवरेज प्रणाली को बहाल करने के लिए अन्य चीफ इंजीनियर को भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अम्बाला शहर एवं अम्बाला कैंट में जलभराव वाले क्षेत्रों में पेयजल सप्लाई सुचारू कर दी गई है। इसके अलावा कई गांवों में ट्यूबवेलों की मोटर बदलने और सीवरेज कार्यों को प्राथमिकता देते हुए पेयजल सप्लाई को चालू कर दिया गया है। बैठक में यह अवगत करवाया गया कि फतेहाबाद, सिरसा, अंबाला, यमुनानगर, पंचकुला, कैथल, कुरूक्षेत्र, पानीपत, करनाल, चरखी दादरी और पलवल आदि जिलों में जलभराव से पेयजल एवं सीवरेज के बुनियादी ढांचे को काफी नुकसान हुआ है। इनकी मरम्मत पर 20 करोड़ रुपए से अधिक की लागत आएगी। उन्होंने कहा कि जलभराव एवं बाढ से पेयजल एवं सीवरेज योजनाओं के बुनियादी ढांचे की क्षति के कारण पीने के पानी की आपूर्ति एवं सीवरेज निकासी बाधित हो गई है, जिससे राज्य के निवासियों को असुविधा हो रही है। जनस्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जिन क्षेत्रों में बाढ़ आ गई है, उन स्थानों पर पंपिंग सेट स्थापित करके तुरंत पानी निकाला जाए। उन्होंने जमीनी स्तर पर बाढ़ की स्थिति की जांच करने के लिए मुख्य अभियंता (कार्य) को चरखी दादरी का दौरा कर तुरंत पानी की आपूर्ति बहाल करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सिरसा, फतेहाबाद आदि जलभराव वाले क्षेत्रों में भी मुख्य अभियंता व्यक्तिगत स्तर पर पेयजल एवं सिवरेज योजनाओं को बहाल करें। उन्होंने कहा कि बाढ़ एवं पेयजल आपूर्ति बहाल करने के कार्य में किसी प्रकार की कोताही नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य को बाढ़ से निपटने, बुनियादी ढांचे की मरम्मत और जन स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग द्वारा प्रदान की जा रही सभी आवश्यक सेवाओं की बहाली के लिए धन की कोई समस्या नहीं रहेगी। बैठक इंजीनियर इन चीफ आशीष खन्ना, चीफ इंजीनियर राकेश कुमार, रविंद्र सिंह बेदी सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। Post navigation अविवाहित और विधुरों की पेंशन के विषय में फैलाई जा रही है भ्रामक जानकारी मुख्यमंत्री शनिवार को करेंगे हर घर नल से जल के लाभार्थियों से सीधा संवाद