सांप्रदायिक झगड़ों के क्षेत्र में महिलाओं को हथियार और उपकरण के रूप में इस्तेमाल करना मानवता के प्रति अपराध है तथा संवैधानिक लोकतंत्र में यह अस्वीकार्य और निंदनीय है।

21/7/2023 :- बीजेपी और संघियों ने अपने 9 साल के शासन के दौरान देश में साम्प्रदायिकता व जातिवाद का जो ज़हर फैलाया है उसका भयावह रूप मणिपुर ने दिखाया है।’ उक्त बातें हरियाणा कांग्रेस सोशल मीडिया की स्टेट कॉर्डिनेट सुनीता वर्मा ने प्रेस के नाम जारी विज्ञप्ति में कहे। उन्होंने कहा कि डबल इंजन सरकार से मणिपुर हिंसा के पीड़ितों को संवेदना, हौसला और न्याय की उम्मीद थी लेकिन मौलिक और नैतिक स्तर पर गिर चुके मोदी संसद सत्र शुरू होने के डर से, मणिपुर के लिए सिर्फ़ 36 सेकंड बोले? इस मौके पर मणिशंकर अय्यर याद आ गए की उन्होंने एक ही शब्द में इन्हें सही परिभाषित किया था।

महिला कांग्रेस नेत्री ने कहा की किसी ने सही लिखा कि मगरमच्छ 79 दिनों बाद घड़ियाली आसूं रोया है, क्योंकि दर्द और हया को 56 इंच की मोटी खाल को भेदने में इतने दिन लग गये।

देश के प्रधान ने कहा कि गुनहगारों को बख्शा नहीं जाएगा, लेकिन गुनहगार हैं कौन? बेरोज़गार, विचारहीन और लंपट युवाओं को कम्युनल, नफ़रती, समाजविरोधी और हत्यारा किसने बनाया? क्या मोदी के चहेते नाकारा मुख्यमंत्री से इस्तीफा लिया गया? उन्होंने कहा कि अगर सुप्रीम कोर्ट संज्ञान नही लेता तो मणिपुर में कार्यवाई होती ही नहीं, पुलिस खुद वहां बर्बरता कर रही है। प्रधानमंत्री को बताना चाहिए की मणिपुर की बर्बादी का जिम्मेदार कौन, क्योंकि आपकी सरकार यहां भी है, वहां भी। आपने राजस्थान, छत्तीसगढ़ के जिक्र में मध्यप्रदेश का जिक्र क्यों नही किया जहां आपके ही एक नेता द्वारा आदिवासी के ऊपर पेसाब किया गया था।

वर्मा ने मणिपुर हिंसा पर 79 वें दिन मोदी द्वारा की गई अपील पर ताना मारते हुए कहा कि ‘गोली मारी सालों को’ बोलने वालों के समर्थकों, बलात्कारियों के समर्थन में तिरंगा यात्रा निकालने वाले उनका फूल मालाओं से स्वागत करने वालों से शांति की अपील बेमानी है, उन्होंने कहा कि आयशी घोष को मारा, उसी पर एफआईआर भी दर्ज हो गयी, जिसका चिन्मयानंद ने बलात्कार किया उसे जेल हो गयी, जिसका सैंगर ने बलात्कार किया उसे मार कर मौत के मुँह में पहुँचा दिया, आसिफ़ा के बलात्कारी के लिए तिरंगा यात्रा निकाली, सुबोध कुमार सिंह के हत्यारों को ₹25 लाख की रकम और फूल माला से स्वागत, अलीमुद्दीन अंसारी के हत्यारों का केन्द्रीय मंत्री द्वारा फूल माला से स्वागत, अखलाक के हत्यारों को तिरंगे से लपेटा गया, देश की शान महिला पहलवानों का यौन शौषण करने वाला केंद्रीय मंत्री बृजभूषण खुले आम घूम रहा है, लखीमपुर में किसानों को रौंदने वाला खुशी में अपनी मूंछों को ताव दे रहा है, शंभू रैगर का इनके द्वारा महिमामंडन किया गया। यही इनकी संस्कृति है, जेएनयू वाले नकाबपोश इनके नायक हैं, बाकी सभी देशद्रोही।

महिला कांग्रेस नेत्री ने आक्रोशित लहजे में सत्ता से सवाल करते हुए कहा कि मानवता के इतिहास की ऐसी ह्रदय विदारक घटना पर मेरी आंखों से बरसते आंसू मेरी कमजोरी नहीं है, मैं सवाल पूछती रहूंगी…बेटी होकर बेटियों के लिए ना बोल पाऊं ऐसा नहीं हो सकता। उन्होंने आम जनता से भी आह्वान किया की यदि आपकी आंखों में जरा भी पानी है तो इस सरकार प्रायोजित हिंसा पर बोलिए, अपने आप को मृत लाश मत बनाइए। अपनी रीढ़ को सीधा और जमीर को जिंदा रखिए। उन्होंने मोदी जी को ललकारते हुए कहा की प्रधानमंत्री जी कान खोल कर सुनलो की मणिपुर को नफरत से, हिंसा से नहीं बल्कि राहुल गांधी जी द्वारा सिखाई गई मोहब्बत तथा शांति से जीता जा सकता है।

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