जयहिंद के दरबार में रांडे बोले : सीएम साहब पेंशन नहीं पत्नी चाहिए
जयहिंद दरबार में मुखौटा धारक सीएम ने बताई मन की बात
रौनक शर्मा

रोहतक – नवीन जयहिंद के दरबार में शुक्रवार को सरकार व रांडे पहुंचे। इस दौरान रांडा बने सोनू मलिक मोखरा ने रांडा पेंशन को लेकर मुखौटा धारक सीएम, डिप्टी सीएम व गृह मंत्री से पेंशन की बजाए पत्नी की मांग की। वहीं सभी मुखौटा धारक मंत्री बचकर भागते नजर आए।
वही नवीन जयहिंद ने भी सभी को आडे हाथ लिया और युवाओं को रोजगार देने की मांग उठाई। साथ ही कहा कि सरकार रांडा पेंशन की बजाए रोजगार दे।
बता दें कि सरकार द्वारा अविवाहितों के लिए पेंशन स्कीम शुरू की है। जिसके तहत 45 से 60 वर्ष के अविवाहितों को सरकार द्वारा पेंशन दी जाएगी। जिसका नवीन जयहिंद ने विरोध करते हुए सरकार पर निशाना साथा। साथ ही कहा कि रांडा पेंशन शुरू करके मुख्यमंत्री व गृह मंत्री खुद के लिए यह स्कीम लेकर आए हैं। इस दौरान नवीन जयहिंद ने सीएम, डिप्टी सीएम व गृह मंत्री का मुखौटा पहनने वालों को पहली किस्त के रूप में 5100-5100 रुपए के चेक भी दिए।
इस दौरान मुखौटा पहने मुख़्यमंत्री खट्टर, ग्रह मंत्री अनिल विज, उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला बुलाये गए, सभी का स्वागत बेरोजगारों की बारात के मुख्य दूल्हे सोनू मालिक (मोखरा) ने किया। साथ ही सोनू मालिक (मोखरा) ने उनसे कहा हम बेरोजगारों को रांडा पेंशन नही, रोजगार चाहिए। क्योंकि हरियाणा में 10 लाख युवा बेरोजगार है और 2 लाख पद खाली पड़े है।

जयहिन्द ने सरकार नसीहत देते हुए कहा है की या तो सरकार अपने किये वादे मुताबिक बेरोजगारों रांडो की शादी करवाये नही तो इन बेरोजगर रांडो की शादी करवाये, या उनकी पेंशन 5100 रुपए करे और रांडा पेंशन का नाम बदल कर मान-तान रखा जाए, ओर उपाधि सरकारी बटेऊ की दी जाए। क्योंकि रांडे व्यक्तियों का समाज मे बहुत अहम योगदान होता है। साथ ही जयहिन्द ने प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ओर ग्रह मंत्री अनिल विज को 5100 , 5100 के चेक दे कर बेरोजगर युवा रांडा पेंशन की शरुआत की ओर उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला को ताई इन्द्रो के नाम के 5100 रुपए का चेक दिया
सरकार द्वारा घोषणा की गई रांडा पेंशन योजना की नवीन जयहिन्द ने निंदा की। साथ ही मुख्यमंत्री की इस योजना पर सवाल उठाते हुए कहा कि इस तरह की योजना की बजाए युवाओं को रोजगार दिया जाए। ताकि उनके सामने रांडा रहने की नौबत ही ना आए। अगर फिर भी सरकार रांडा पेंशन देना चाहती है तो इसे सरकारी बटेऊ की उपाधि दी जाए।
जयहिंद ने सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि पेंशन धारकों पर आय मापदंड लगाया जा रहा है। 2 या 3 लाख का दायरा तय करके उससे ऊपर जिसक आय होगी, उसकी पेंशन काटी जा रही है। जबकि विधायक व सांसद बिना रोकटोक के एक की बजाय कई पेंशन ले रहे हैं। उनका कोई मापदंड नहीं हैं। जयहिन्द ने कहां की सरकार ने रांडा पेंशन शुरू करके अपनी पीठ थपथपाई है, लेकिन यह सही नहीं है
नवीन जयहिंद ने कहा कि प्रदेश में 2 लाख से ज्यादा पद खाली पड़े हैं और 10 लाख युवा बेरोजगार है। लेकिन सरकार इन पदों को नहीं भर रही। जिसके कारण युवा बेरोजगार है। वहीं करीब साढ़े 3 लाख युवा सीईटी क्वालीफाई की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार ने उनकी तरफ ध्यान नहीं दिया। इनमें से तीन लाख युवा नशेड़ी व 3 हजार गैंगस्टर बन जाएंगे तब जाकर सरकार जागेगी। यह युवा मौका मांग रहे हैं ना कि नौकरी।
नवीन जयहिन्द ने कहा बेरोजगार रांडो की उम्र 45 से 60 ही क्यों, 35 से 100 साल करो और पैंशन 2750 ना करके 5100 करो। स्कीम का नाम पेंशन नहीं मान-तान स्कीम रखो। साथ ही इन्हें उपाधि सरकारी बटेऊ की देनी चाहिए। नवीन जयहिन्द ने कहा विधायक व सांसद की पेंशन पर 2 लाख या 3 लाख इनकम का दायरा नहीं तो रांडों (बेरोजगारों) पर पाबंदी क्यों लगाई जा रही है।
जयहिन्द ने एलान करते हुए कहा कि वे सरकार को सद्द्बुद्धि दिलाने के लिए व इस नाकारा सरकार से लड़ने की शक्ति के लिए हरिद्वार से रोहतक कावंड़ यात्रा निकलेंगे। साथ ही जयहिन्द ने कहा कि हमने पहले भी बेरोजगारी व नशे के खिलाफ कावंड़ निकली है तो इस बार भी हम इन निम्नलिखित मुद्दों को लेकर कावंड़ यात्रा निकलेंगे।
—परेशान जवानी—
बेरोजगर युवा, नौकरी नही- नशा फूल, ठेके खुले-स्कूल बंद, बढ़ता क्राईम-घटता रोजगार, बढ़ती महंगाई-काम नही, 2 लाख नौकरी दोम
––परेशान बुढापा—
बुढापा पेंशन, विकलांग पेंशन, विधवा पेंशन, रांडा पेंशन, BPL कार्ड, फैमिली आईडी(PPP), प्रोपर्टी आईडी, बढ़ती महंगाई, रसोई में राशन नही।
हरियाणा प्रदेश के हर जिले से लिपिक वर्ग (क्लार्क) अपना पय स्केल 35400 की मांग को लेकर रोहतक डीसी आफिस के बाहर धरने पर बैठे थे, जहाँ नवीन जयहिन्द पहुंचे और पूरे तन-मन-धन से उनकी मांगों का समर्थन किया व सोटा भेंट किया। जयहिन्द ने कहा की सरकार को इनकी मांग जल्द से जल्द पूरी करनी चाहिए ताकि ये लोग परेशान न हों और जनता भी परेशान न हो। अगर सरकार इनकी मांगों को जल्द मान लेती है तो अच्छी बात है वरना यह आंदोलन बहुत बड़ा होगा। साथ ही जयहिन्द ने कहा लिपिक वर्ग(क्लर्क) सरकार की रीढ़ की हड्डी होती है और सरकार इन्हें परेशान करने का काम ना करे।