लोगो को रांडा रखकर खुश हो रही खट्टर सरकार – जयहिंद
सरकार रांडा पेंशन को सरकारी बटेऊ की दे उपाधि – जयहिंद
रांडा पैंशन में आय व उम्र की पाबंदी हटे – जयहिंद

रौनक शर्मा

रोहतक – हरियाणा सरकार द्वारा रांडा पेंशन योजना की घोषणा की गई हैं नवीन जयहिंद ने खट्टर सरकार की रांड़ा पैंशन योजना पर तंज कसते हुए निंदा की ओर साथ ही मुख्यमंत्री की इस योजना पर सवाल उठाते हुए कहा कि इस तरह की योजना की बजाए युवाओं को रोजगार दिया जाए। ताकि उनके सामने रांडा रहने की नौबत ही ना आए। अगर फिर भी सरकार रांडा पेंशन देना चाहती है तो इसे सरकारी बटेऊ की उपाधि दी जाए।

जयहिंद ने सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि पेंशन धारकों पर आय मापदंड लगाया जा रहा है उनके ऊपर 2 या 3 लाख रु का दायरा तय करके उससे ऊपर जिसक आय होगी, उसकी पेंशन काटी जा रही है। जबकि विधायक व सांसद बिना रोकटोक के एक की बजाय कई पेंशन ले रहे हैं। उनका कोई मापदंड नहीं हैं।

जयहिन्द ने कहां की सरकार ने रांडा पेंशन शुरू करके अपनी पीठ थपथपाई है, लेकिन यह सही नहीं है सरकार युवाओं को बेरोजगार रखकर खुश हो रही हैं

नवीन जयहिंद ने कहा कि प्रदेश में 2 लाख से ज्यादा पद खाली पड़े हैं और 10 लाख युवा बेरोजगार है। लेकिन सरकार इन पदों को नहीं भर रही। जिसके कारण युवा बेरोजगार है। वहीं करीब साढ़े 3 लाख युवा सीईटी क्वालीफाई की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार ने उनकी तरफ ध्यान नहीं दिया। इनमें से तीन लाख युवा नशेड़ी व 3 हजार गैंगस्टर बन जाएंगे तब जाकर सरकार जागेगी। यह युवा सरकारी नौकरी के फार्म भरने का मौका मांग रहे हैं ना कि नौकरी।

सरकार रांडा पैंशन को सरकारी बटेऊ की दे उपाधि – जयहिंद

नवीन जयहिन्द ने मुख्यमंत्री द्वारा किए ट्वीट का जवाब देते हुए कहा बेरोजगार रांडो की उम्र 45 से 60 ही क्यों, 35 से 100 साल करो और पैंशन 2750 ना करके 5100 करो। इसके साथ ही रांडा पैंशन स्कीम का नाम रांडा पेंशन नहीं मान-तान स्कीम रखो। साथ ही इन्हें उपाधि सरकारी बटेऊ की देनी चाहिए।

नवीन जयहिन्द ने कहा विधायक व सांसद की पेंशन पर 2 लाख या 3 लाख इनकम का दायरा नहीं तो रांडों (बेरोजगारों) पर पाबंदी क्यों लगाई जा रही है।

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