गुरुकुल के पास कूड़ा निस्तारण के लिये प्रोसेसिंग प्लांट बनाने का विरोध

नियमों को ताक पर रखकर प्लांट लगाने का प्रयास : लाल बहादुर खोवाल

हिसार, 1 जुलाई : गुरुकुल आर्य नगर के साथ लगती जमीन पर नगर निगम द्वारा कूड़ा निस्तारण करने के लिये प्रोसेसिंग प्लांट लगाये जाने की प्रक्रिया शुरु करने का पुरजोर विरोध किया गया है। गुरुकुल के कार्यकारी प्रधान रामकुमार आर्य व मंत्री लाल बहादुर खोवाल एडवोकेट ने जानकारी मिलने पर मौके का मुआयना किया तो वहां मशीन इंस्टॉल की जा रही थी तथा खाली जमीन पर मशीनों द्वारा जमीन को समतल किये जाने का काम किया जा रहा था। खोवाल ने कहा कि निगम द्वारा इस जमीन पर सभी तरह के नियमों को ताक पर रखकर प्लांट बनाने का कार्य किया जा रहा है।

गुरुकुल, आर्य नगर के मंत्री लाल बहादुर खोवाल एडवोकेट ने प्रेस को जारी बयान में कहा है कि नियमों के अनुसार इस तरह का प्लांट लगाये जाने के लिये हवाई अड्डे की सीमा से 10 किलोमीटर दूर का एरिया हो। ऐसे प्लांट आबादी से दूर सुनसान स्थान पर लगाये जाते हैं। उन्होंने कहा कि आर्य नगर, गुरुकुल के साथ लगती यह जमीन 10 किलोमीटर से कम एरिया में आती है और गुरुकुल में रहने वाले लगभग 150 छात्र इस समय शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। शिक्षकों का स्टॉफ भी परिवार सहित गुरुकुल में रहता है। गुरुकुल की स्थापना 13 अप्रैल 1964 को हुई थी, तब से लेकर इस गुरुकुल से हजारों ब्रह्मचारी विद्या हासिल करके देश सेवा व समाज सेवा कर रहे हैं। खोवाल ने कहा कि सरकार व निगम प्रशासन द्वारा बिना कोई सर्वे करवाये इस जमीन पर प्लांट लगाने की तैयारी की जा रही है, जोकि गैर कानूनी है। प्लांट लगाये जाने से गुरुकुल में रहने वाले छात्रों का जीना हराम हो जाएगा। उनके स्वास्थ्य से खिलवाड़ होगा। सरकार गुरुकुल प्रणाली को बढ़ावा देने की बजाय उनको समाप्त करने पर आमादा है। ऐसा कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। निगम प्रशासन इस पर पुन: विचार करके तुरंत काम रुकवाये। उन्होंने कहा कि नियमों को ताक पर रखकर प्लांट लगाने की कौशिश का पुरजोर विरोध किया जाएगा।

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