गुरुग्राम में बीजेपी की रैली: केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत बोले- दक्षिण हरियाणा के साथ हुआ भेदभाव राव राजा द्वारा किए गए कटाक्ष पूर्व सरकार के साथ वर्तमान सरकार पर भी सीएम की रैली में जनता को दूर रखा जाता है जबकि जाटोली में बैरीटेकर भी हटवाए गए अशोक कुमार कौशिक देश में अगले साल पहले लोकसभा के चुनाव होने है और फिर हरियाणा में विधानसभा के चुनाव होंगे. ऐसे में हरियाणा के राजनीतिक गलियारों में उथल-पुथल शुरू हो गई है. एक तरफ जहां हरियाणा में जेजेपी-बीजेपी का गठबंधन टूटने के कयास लगाए जा रहे है. वहीं दूसरी तरफ अब राजनीतिक पार्टियों में नेताओं का आने-जाने का सिलसिला भी शुरू होने वाला है. कुछ ऐसा ही इशारा किया है बीजेपी के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह ने. चौधरी बीरेंद्र सिंह ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया हैं. इधर दक्षिणी हरियाणा की राजनीति में विस्फोटक बयान देने वाली केंद्रीय मंत्री राव राजा इंद्रजीत की बेटी आरती राव कल की रैली में जानबूझकर नहीं आई या वास्तव में ही जाम में फंस गई इसको लेकर चर्चाओं का कयास जारी है. जल्द हो सकता है नई पार्टी का ऐलान पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह शनिवार को सोनीपत के सेक्टर-14 स्थित अग्रसेन भवन में अपने कार्यकर्ताओं के साथ मुलाकात करने पहुंचे थे. इस दौरान बीरेंद्र सिंह ने संकेत दिया है कि वो जींद में 2 अक्टूबर को होने वाली रैली में अपनी नई पार्टी का ऐलान कर सकते है. कार्यकर्त्ताओं को संबोधित करते हुए चौऱी ने बीजेपी समेत अन्य राजनीतिक दलों के नेताओं को खूब खरी-खोटी सुनाई. बीजेपी सरकार को जमकर घेरा चौधरी बीरेंद्र सिंह ने कई मुद्दों को लेकर हरियाणा की बीजेपी सरकार को जमकर घेरा. उन्होंने कहा कि प्रदेश में क्राइम का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है. बेरोजगार युवा अपनी जमीनों के बेचकर विदेश भाग रहे है. चाहे उन्हें गलत ढंग से विदेश जाने का मौका मिले वह चूक नहीं रहे हैं. उन्होंने कहा कि हरियाणा में सबसे बड़ी समस्या शिक्षा और स्वास्थ्य की है. जिसको लेकर बहुत ज्यादा काम किए जाने की आवश्यकता है. हरियाणा का युवा लगातार बेरोजगारी का शिकार हो रहा है. नया मंच कर रहे है तैयार चौधरी बीरेंद्र सिंह ने कहा कि वो एक ऐसा मंच तैयार कर रहे है जहां सभी लोगों के सुझाव रखे जाएंगे, ये मंच गरीबों और किसानों के लिए काम करेगा. उन्होंने कहा कि सभी सरकारें किसानों के हित में काम करने का दावा करती है लेकिन 70 से 75 साल बीत जाने के बाद भी किसानों के लिए अभी तक कुछ नहीं किया गया है. इस दौरान उन्होंने कहा कि 2 अक्टूबर को होने वाली रैली में वहीं लोग पहुंचेगे जो अपना सुझाव रखेंगे. दुष्यंत चौटाला उचाना से नहीं लड़ेंगे चुनाव’- चौ बीरेंद्र सिंह का दावा भाजपा नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह ने राजीव गांधी महाविद्यालय में आयोजित कार्यकर्ताओं की बैठक में दावा किया कि भाजपा के साथ जजपा का गठबंधन रहे या ना रहे वे लिख कर देते हैं कि दुष्यंत चौटाला उचाना से अगला विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे. ‘जिस पार्टी को छोड़ा उसमें दोबारा क्यों जाएं’ पूर्व विधायक प्रेमलता ने चौधरी बीरेंद्र सिंह की कांग्रेस में जाने की अटकलों पर विराम लगाते हुए कहा कि जिनकी वजह से कांग्रेस छोड़ी थी आज वो कांग्रेस में यूं के यूं खड़े हैं. जिस पार्टी को छोड़ दिया उस पार्टी में दोबारा क्यों जाएं। ये बात भूल जाओ कि किसी पार्टी में जाएंगे. पार्टी बदलने का जो सिलसिला होता है उससे हलकापन आता है. राव इंद्रजीत बोले- दक्षिण हरियाणा के साथ हुआ भेदभाव पटौदी में बीजेपी ने गौरवशाली भारत रैली का आयोजन किया. केंद्रीय राज्यमंत्री और गुरुग्राम से सांसद राव इंद्रजीत सिंह ने रैली को संबोधित किया. बारिश के बावजूद भी भारी संख्या में लोग इस रैली में पहुंचे. राव इंद्रजीत ने इस रैली के मार्फत लोगों को मोदी सरकार के द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के बारे में जागरूक किया. गुरुग्राम लोकसभा की रैली पटौदी विधानसभा क्षेत्र के जाटौली गांव में आयोजित की गई. राव के संयोजन में हुई रैली में पहली बार राव के धुर विरोधी नेता भी एक साथ राव के साथ मंच साझा करते नजर आए. बिप्लब देव व ओमप्रकाश धनखड़ भीगते हुए रैली स्थल पर पहुंचे. इस रैली की खास बात यह रही की दक्षिण हरियाणा की भिवानी रैली और जाटोली रैली भीड़ को लेकर सफलतम रैलिया मानी जा रही है. अगर इन रैलियों की प्रदेश के मुख्यमंत्री रैलियों से तुलना करें तो साफ देखने को मिलता है कि सीएम की रैलियों में जनता को सुरक्षा के नाम पर दूर रखा जाता है वही जाटौली रैली में बैरीकेटर हटवा दिए गए. प्रदेश भाजपा प्रभारी विप्लव देव व प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ देर होती देख अपने 1 किलोमीटर पैदल चलकर रैली में पहुंचे. झमाझम बरसात के बीच राव समर्थकों का उत्साह देखते ही बना, बारिश के बीच हजारों की संख्या में जमे रहे लोग जबकि बिलासपुर से हेली मंडी तक रैली में आने वाले वाहनों के कारण प्रमुख सड़कें जाम रही. भीड़ को लेकर विस्फोटक बयान देने वाली रावण राजा की लाडली आरती राव इस रैली में दिखाई नहीं दी हालांकि उनका संदेश अवश्य पढ़ा गया जिसमें यह कहा गया कि वह जाम में फसी होने के कारण नहीं आ पाई. लेकिन राजनीति पर दृष्टि रखने वाले लोग इसका दूसरा मतलब निकाल रहे हैं उनका मानना है कि भाजपा के दिग्गज नेताओं के सामने उनकी अनुपस्थिति जानबूझकर की गई ताकि कोई विस्फोटक स्थिति न पैदा हो. पहली बार राव राजा की जनसभा में भाजपा के लोगों ने शिरकत की. इस रैली में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश प्रभारी, पूर्व मंत्री समेत दक्षिण हरियाणा क्षेत्र के तमाम विधायक और कई बड़े नेताओं ने शिरकत की. आना कि भाजपा की पूर्व सांसद सुधा यादव का नाम भी प्रचारित किया गया था लेकिन वह रैली में नहीं आ पाई. दूसरे कृष्ण पाल गुर्जर भी फरीदाबाद में मुख्यमंत्री की रैली में हिस्सा लेने के कारण नहीं आ पाए. इस दौरान भाजपा के प्रदेश प्रभारी बिप्लब देव ने मंच के माध्यम से विपक्षी पर निशाना साधा और कहा कि पटना में बैठकर विपक्षी दल जो गठबंधन करने की बात कर रहे हैं. वो देश के विकास का नहीं, बल्कि विनाश का गठबंधन कर रहे हैं. वहीं केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने केंद्र सरकार की योजनाओं को गिनवाया. विपक्ष पर निशाना साधते हुए राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि विपक्ष के लोग कहते थे कि हरियाणा में 2 एम्स नहीं आ सकते, लेकिन मोदी सरकार ने हरियाणा को 2 एम्स दिए हैं. राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि दक्षिण हरियाणा के साथ भेदभाव हुआ है. उन्होंने बताया कि साल 1973 में जब हरियाणा विधानसभा सीटों का परिसीमन हुआ, तो दक्षिण हरियाणा की 3 सीटें काट दी गई, जबकि बाकी हर जिले में 1-1 सीट बढ़ाई गई थी. उन्होंने कहा कि 2026 में होने वाले परिसीमन में दक्षिण हरियाणा के लोगों को उनका हक वापस मिलना चाहिए. 2024 के चुनाव को मद्देनजर रखते हुए जहां एक ओर भाजपा अपनी उपलब्धियों को जनता के बीच लेकर जा रही है, तो वहीं दूसरी ओर इन रैली के मार्फत सांसद अपना शक्ति प्रदर्शन भी दिखा रहे हैं. नसीबपुर स्मारक का मामला उठाया क्षेत्र का दूसरा संवेदनशील मामला उन्होंने रैली में उठाया. आजादी वार मेमोरियल बनाने की बात गत कांग्रेस सरकार के समय घोषित की गई थी. अंबाला में तो यह सब तैयार हो गया, जबकि नारनौल के नजदीक नसीबपुर में स्मारक पर ओपन एयर थियेटर व मेमोरियल पार्क बनाने की ओर सोचा तक नहीं गया. यहां एक लाइब्रेरी का भी निर्माण होना था. यह सभी चीजें पंचायत विभाग की और से बननी थी. घोषणा के बावजूद आज तक जमीन तक स्थानांतरित नहीं हो पाई. फाइल हरियाणा के हाउसिंग कॉरपोरेशन चण्डीगढ़ में कहीं धूल फांक रही है. अट्ठारह सौ सत्तावन की आजादी की जंग से जुड़े इस स्मारक से अहीरवाल की जनता भावनात्मक रूप से जुड़ी है. Post navigation आपातकाल पर केंद्रित विचार-गोष्ठी आयोजित…. लोकतंत्र की हत्या का प्रयास था आपातकाल : गोविंद भारद्वाज राव इन्द्रजीत सिंह हरियाणा भाजपा में व्यक्तिगत जनाधार के सबसे बड़े नेता, क्या उस अनुपात में महत्व मिला? विद्रोही