चंडीगढ़, 21 जून- हरियाणा सरकार राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान (एनआईडी) उमरी कुरुक्षेत्र को 3 एकड़ अतिरिक्त भूमि आवंटित करेगी। इसके बाद, एनआईडी के पास 23 एकड़ का परिसर क्षेत्र होगा और यह शिक्षकों और छात्रों के विकास के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं प्रदान भी करेगा।
मुख्य सचिव श्री संजीव कौशल की अध्यक्षता में आज हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। इस भूमि का उपयोग संस्थान के विस्तार की सुविधा के लिए एक छात्रावास और अन्य भवन ब्लॉकों के निर्माण के लिए किया जाएगा।
मुख्य सचिव ने बताया कि 3 एकड़ भूमि में से 2 एकड़ भूमि विकास एवं पंचायत विभाग द्वारा प्रदान की जाएगी, जबकि शेष 1 एकड़ राजकीय पॉलीटेक्निक, उमरी, कुरुक्षेत्र द्वारा प्रदान की जाएगी।
मुख्य सचिव ने एनआईडी जैसे शिक्षण संस्थानों को आवश्यक संसाधन और सुविधाएं उपलब्ध कराने के महत्व पर बल भी दिया। उन्होंने बताया कि यह निर्णय नवाचार और रचनात्मकता के अनुकूल माहौल बनाने में सहायक सिद्ध होगा जिससे छात्रों को डिजाइनिंग1 के क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल करने में मदद मिलेगी।
इसके अलावा, मुख्य सचिव ने कुरुक्षेत्र के उपायुक्त को एनआईडी में अपशिष्ट प्रबंधन के लिए राज्य सरकार की क्लस्टर योजना के तहत ठेकेदार द्वारा उचित अपशिष्ट निपटान सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। श्री कौशल ने उपायुक्त को संस्थान से सटे सड़क के किनारे स्ट्रीट लाइट लगाने के लिए आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश भी दिये।
उन्होंने संस्थान के गेट से छात्रों के आने-जाने की सुविधा के लिए एक अंडरपास के निर्माण की व्यवहार्यता तलाशने पर भी जोर दिया। मुख्य सचिव ने संबंधित अधिकारियों को संस्थान का दौरा करने, एनआईडी के निदेशक के साथ बैठक करने और किसी भी मौजूदा मुद्दे को तुरंत हल करने के निर्देश दिये। हरियाणा के मुख्य सचिव ने राज्य के लिए एक प्रतिष्ठित संस्थान के रूप में राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान (एनआईडी) के महत्व पर प्रकाश डाला।
हरियाणा के डिजाइन परिदृश्य को आकार देने में एनआईडी के महत्व को स्वीकार करते हुए, मुख्य सचिव ने संबंधित अधिकारियों से एनआईडी के निदेशक के साथ समन्वय स्थापित करने के लिए कहा और संस्थान के सामने आने वाली किसी भी चुनौती या मुद्दों के त्वरित समाधान की आवश्यकता पर बल दिया।
बैठक में उच्च शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री आनंद मोहन शरण, विकास एवं पंचायत विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री अनिल मलिक, उच्च शिक्षा विभाग के निदेशक श्री राजीव रतन, कुरुक्षेत्र के उपायुक्त श्री शांतनु शर्मा सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।