14 हजार गेस्ट टीचर उतरे सरकार के विरोध में, बोले : नियमित नहीं किए तो लड़ेंगे आरपार की लड़ाई

प्रदेशभर में दहाड़ेंगे गेस्ट टीचर, 90 विधायकों को सोपेंगे ज्ञापन 
सरकार पर लगाया षड्यंत्र के तहत गेस्ट टीचरों को बर्बाद करने का आरोप
गेस्ट टीचर बोले : बहुत हुआ अन्याय, अब देना पड़ेगा न्याय 

हिसार  : पहली कलम से नियमित करने का वायदा करने वाली सरकार 17 सालों के बाद भी अपना वायदा नहीं निभा रही है। प्रदेश के 14 हजार गेस्ट टीचरों को शोषण व दमनकारी नीतियों के माध्यम से पूरी तरह बर्बाद किया जा रहा है। लेकिन अब गेस्ट टीचरों ने नियमित करने की मांग को लेकर आर पार की लड़ाई का ऐलान कर दिया है। इसी कड़ी में 18 जून को प्रदेशभर के हजारों गेस्ट टीचर नियमित करने की मांग को लेकर 90 विधायकों के आवासों पर प्रदर्शन करेंगे और विधायकों के माध्कोयम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सोपेंगे।     

हरियाणा अतिथि अध्यापक संघ 22 के प्रदेश अध्यक्ष राजेन्द्र शर्मा शास्त्री व मीडिया प्रभारी अजय लोहान ने बताया कि प्रदेश के 14 हजार गेस्ट टीचर पिछले 17 वर्षों से हरियाणा के सरकारी स्कूलों में अपनी अतुल्य सेवाएं दे रहे हैं। बीजेपी ने अपने घोषणा पत्र व लिखित में वायदा किया था कि सरकार बनते ही पहली कलम से गेस्ट टीचरों को नियमित किया जाएगा और उनका एरियर भी दिया जाएगा। लेकिन नियमित करना तो दूर की बात अभी तक समान काम समान वेतन तक नहीं दिया है। इतना ही नहीं जब गेस्ट टीचर सरकार को नियमित करने व समान काम समान वेतन देने का वायदा याद दिलाते हैं तो सरकार षड्यंत्र के तहत कोई न कोई ऐसा हथकंडा अपनाती है जिससे कि गेस्ट टीचर मानसिक रूप से परेशान हो जाते हैं। बहरहाल गेस्ट टीचरों ने 17 सालों से जारी शोषण के खिलाफ विरोध का बिगुल बजा दिया है। उन्होंने कहा कि नियमित की मांग को लेकर वो सभी 90 विधायकों को ज्ञापन सोपेंगे ओर नियमित करने की मांग करते हुए पहली कलम से नियमित करने का अपना वायदा याद दिलाएंगे। फिर भी सरकार नियमित नहीं करती है तो आंदोलन को ओर तेज करेंगे।

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