भारत सारथी/ऋषि प्रकाश कौशिक

गुरुग्राम। गुरुग्राम गंदगी का ढ़ेर बनता जा रहा है और मोदी का सबसे प्रथम नारा स्वच्छ भारत-स्वस्थ भारत का है तथा इस मास में मोदी की नौ साल की उपलब्धियों के गुणगान करने में भाजपा लगी हुई है। ऐसे में आज मेरे मन में सवाल उठा जो प्रस्तुत है आपके सामने, बताना कि उचित है या मेरा माथा खराब हुआ है?

आज गुरुग्राम में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी थे, प्रदेश प्रभारी बिपल्व देव भी थे, गुरुग्राम के प्रभारी दीपक मंगला भी थे, यहां के सांसद राव इंद्रजीत सिंह भी थे, प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ भी आज राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ थे। जब ये सब थे तो सारे स्थानीय नेता भी थे। गुरूकमल में भाजपा के प्रचार के लिए बड़ी मीटिंग भी हुई। उससे ऐसा लगा कि भाजपा वाले अपने मन में ही प्रसन्न हो रहे हैं ऐसी मीटिंगे करके, क्योंकि उन मीटिंगों में भाजपाई ही जाते हैं और भाजपाई मोदी का गुणगान ईश्वर गुणगान की तरह करते ही हैं। 

पर इससे आम जनता को क्या मिल रहा है? यही बड़ा सवाल है। आज गुरुग्राम गंदगी के ढ़ेर में तब्दील हो रहा है। सफाईकर्मियों की हड़ताल चली जा रही है और सफाईकर्मियों का कहना है कि उनसे कोई बातचीत करने भी नहीं आ रहा। साथ ही वे कह रहे हैं कि अगर ऐसा ही चलता रहा तो चंद दिनों में ही सीवर भी जाम हो जाएंगे। ऐसी स्थितियों में आम नागरिक अब भी बीमारियों अंदेशों गुजर रहा है। अगर सीवर भी रुक गए तो हर घर बीमारी की चपेट में होगा, ऐसी संभावना है। फिर भी आज इन शीर्ष नेताओं के मुख से इस स्थिति के बारे में कोई चर्चा नहीं हुई तो ऐसे में प्रश्न स्वाभाविक है कि क्या इस प्रकार के प्रचार से भाजपा का जनाधार बढ़ेगा?

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