सोमवार को गांव में विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण करेंगे सैलजा
ग्रामीणों में जबरदस्त उत्साह, आगामी सीएम के तौर पर देखना चाहते हैं ग्रामीण
कोई देशी चूरमें से तो कोई लस्सी छाछ व हलवे से करेगा स्वागत

हिसार, 03 जून।उकलाना हलके का गांव प्रभुवाला पिछले करीब एक सप्ताह से अलग ही रंग में रंगा दिखाई दे रहा है। गांव में दिपावली पर्व सी खुशी है। कोई अपने घर के रंग रोगन में जुटा है तो कहीं गांव की गलियां व चौराहे चमकाए जा रहे है। असल में गांव में कोई त्यौहार नहीं, बल्कि यह गांव की बेटी व कांग्रेस की पूर्व प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा के स्वागत की तैयारियां है। कुमारी सैलजा सोमवार को गांव में करोड़ों रूपए की परियोजनाओं का लोकार्पण करने के लिए पहुंच रही है। ऐसे में ग्रामीण उनके स्वागत में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहते। ग्रामीणों की माने तो कुमारी सैलजा प्रदेश का यह स्वागत पूरी तरह से ऐतिहासिक साबित होगा।

हरियाणा कांग्रेस लीगल डिपार्टमेंट के प्रदेश चेयरमैन एडवोकेट लाल बहादुर खोवाल ने बताया कि ग्रामीण कुमारी सैलजा को प्रदेश की भावी व पहली महिला मुख्यमंत्री के तौर पर देख रहे है। कुमारी सैलजा ने सांसद रहते हुए गांव में विभिन्न परियोजनाओं के लिए अनुदान दिया था, जिनका अब लोकार्पण किया जा रहा है। वे केंद्रीय मंत्री से लेकर प्रदेशाध्यक्ष रहते हुए भी गांव से पूरी तरह से जुड़ी रही हैं। इसको लेकर भी ग्रामीणों में उनके प्रति भारी लगाव है और वे अपने गांव की इस बेटी को प्रदेश के शीर्ष नेतृत्व के रूप में देखना चाहते है।

-कोई लस्सी तो कोई चूरमें के साथ करेगा स्वागत
ग्रामीणों ने बताया कि बहन जी के स्वागत के लिए गांव का बच्चा बच्चा उत्साहित है। सोमवार को कार्यक्रम के दौरान कुमारी सैलजा गांव के विभिन्न घरों में जलपान करेंगी। सुबह की शुरूआत देशी नाश्ते के साथ होगी, जिसके उपरांत कहीं पर देशी चूरमें से उनका स्वागत होगा तो कहीं पर घर पर बनी छाछ व देशी घी से बनी जलेबियां, देशी घी का हलवा सहित अन्य देशी व ग्रामीण पकवानों का भोज कराया जाएगा। ग्रामीण सतपाल पूनिया बताते हैं कि वे बहन जी को मुर्रा नस्ल की भैंस के दूध से घर पर तैयार देशी घी भेंट करेंगे। इसी तरह अन्य घरों पर भी उनका ग्रामीण परिवेश के अनुसार शगुन भेंट कर स्वागत किया जाएगा।

-करोड़ों रूपए की परियोजनाओं का होगा लोकार्पण
कार्यक्रम के दौरान कुमारी सैलजा गांव में करोड़ों रूपए की परियोजनाओं का लोकार्पण करेंगी। इसके साथ ही विभिन्न सार्वजनिक स्थानों पर यादगार के तौर पर उनके हाथों से त्रिवेणी लगाई जाएगी। कुमारी सैलजा बिना किसी भेदभाव के गांव के हर घर में जाएंगी और ग्रामीणों का हाल चाल जानेंगी। इससे पहले भी वे ग्रामीणों के हर सुख दुख में भागीदार रही हैं। ग्रामीणों ने कहा कि वे भी गांव की बेटी का पूरा मान सम्मान रखेंगे और उनके स्वागत को अभूतपूर्व बनाया जाएगा।

स्वागत की तैयारियों का लिया जायजा
हरियाणा कांग्रेस लीगल डिपार्टमेंट के प्रदेश चेयरमैन अधिवक्ता लाल बहादुर खोवाल सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं ने गांव में बहन कुमारी सैलजा की तैयारियों का जायजा लिया और ग्रामीणों के साथ मिलकर कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की। उन्होंने कहा कि बहन कुमारी सैलजा त्याग की देवी है। इन्होंने कभी भी अपने लिए पदों को अहमियत नहीं दी, बल्कि कांग्रेस पार्टी के लिए हमेशा ईमानदारी से कार्य किया और कर रही हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी उनकी रगों में बसी हुई है, क्योंकि उनके पिता स्वर्गीय चौधरी दलबीर सिंह ने भी हमेशा कांग्रेस के लिए ईमानदारी से कार्य किया। कुमारी सैलजा अपने पिता चौधरी दलबीर सिंह को अपना राजनीतिक गुरु भी मानती है। इसीलिए उन्होंने कभी भी अपने आप को कांग्रेस से बड़ा नहीं माना और निस्वार्थ भाव से कांग्रेस के प्रति समर्पित रही। यही कारण है कि कांग्रेस हाईकमान भी कुमारी सैलजा को पूरा मान सम्मान देता रहा है।

उन्होंने कहा कि सैलजा ने तीन दशकों के राजनीतिक जीवन में सर्व समाज को साथ लेकर चलते हुए देश की राजनीति में सादगी ईमानदारी और समर्पण की मिसाल पेश की है। कुमारी सैलजा राष्ट्रीय राजनीति में हरियाणा प्रदेश का मान बढ़ाते हुए पूरे प्रदेश और समाज के हितों को सर्वोपरि रखकर अपनी जिम्मेदारी निभा रही है। कुमारी सैलजा की रगों में काग्रेस का खून बहता है। वे विपरीत परिस्थितियों में भी कांग्रेस की साथ खड़ी रही। यहां तक की वे पार्टी से बड़ा अपने आप को भी नहीं समझती है। उनका कांग्रेस के प्रति यह समर्पण भाव पूरे देश में जाना जाता है। उन्होंने कहा कि बहन कुमारी सैलजा त्याग की देवी है। इन्होंने कभी भी अपने लिए पदों को अहमियत नहीं दी, बल्कि कांग्रेस पार्टी के लिए हमेशा ईमानदारी से कार्य किया और कर रही हैं। इस मौके पर उनके साथ जगन्नाथ सदस्य पूर्व एचपीएससी, अनिल कुमार सरपंच प्रभुवाला, पूर्व सरपंच बलविंदर कौर, पूर्व सरपंच राजेश भूटानी, पूर्व सरपंच सतपाल बिश्नोई, हरि किशन प्रभुवाला, सरदार पम्मी सहित सैंकड़ों की संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।