अहीरवाल क्षेत्र के छात्र-छात्राओं को सरकारी संस्थानों में पढने के लिए न तो पर्याप्त आधारभूत ढांचा उपलब्ध करवा पा रही है और न ही पढाने को पर्याप्त शिक्षक है : विद्रोही भाजपा सरकार शिक्षण संस्थानों के भवन को अब निजी संस्था को लीज पर देकर अहीरवाल के साथ घोर अन्याय कर रही : विद्रोही मुफ्त शिक्षा देने की लोकतांत्रिक अवधारणा के विपरित शिक्षा का व्यवसायीकरण करके उच्च शिक्षा अमीर वर्ग की बपौती बनाकर गरीब वर्ग को उच्च शिक्षा से वंचित करने की तिकडमे कर रही भाजपा-जजपा सरकार : विद्रोही 3 जून 2023 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया कि भाजपा-जजपा सरकार अहीरवाल क्षेत्र के छात्र-छात्राओं को सरकारी संस्थानों में पढने के लिए न तो पर्याप्त आधारभूत ढांचा उपलब्ध करवा पा रही है और न ही पढाने को पर्याप्त शिक्षक है। न ही छात्रों के बैठने के लिए पर्याप्त कमरे है और न ही इनके शिक्षण संस्थानों के अपने भवन है। विद्रोही ने कहा कि सरकारी शिक्षण संस्थान के छात्रों के लिए तो भवन है ही और भाजपा सरकार ने शिक्षण संस्थानों के भवन को अब निजी संस्था को लीज पर देकर अहीरवाल के साथ घोर अन्याय करके दर्शाया है कि भाजपा सरकार को अहीरवाल के शिक्षा सरोकारों से कोई लेना-देना नही। जहां भाजपा-जजपा सरकार ही अहीरवाल क्षेत्र के शिक्षण संस्थानों का आधारभूत ढांचा मजबूत करने व पर्याप्त शिक्षक नियुक्त करने में कोई रूचि नही है, वहीं दूसरी ओर अहीरवाल में स्थित इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय मीरपुर रेवाडी में विभिन्न कोर्सो की फीस बढाकर गरीब छात्रों को सुगमता से शिक्षा न मिले, इसका प्रबंध करके एक तरह से अहीरवाल के छात्रों को उच्च शिक्षा लेने से वंचित रखने का षडयंत्र रचा जा रहा है। विद्रोही ने कहा कि क्षेत्र की जनता, छात्रों, शिक्षाविदों द्वारा बार-बार मांग करने पर भी मीरपुर विश्वविद्यालय का आधारभूत ढांचा मजबूत करने व शैक्षणिक कोर्स बढाने के लिए भाजपा सरकार पर्याप्त बजट राशी नही दे रही है। उल्टा पर्दे के पीछे ऐसा कुप्रयास कर रही है कि छात्रों की फीस इतनी बढाये जाये कि गरीब वर्गो के प्रतिभाशाली छात्रों को आर्थिक बदहाली के कारण उच्च शिक्षा न मिल सके। इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय मीरपुर ने इस शिक्षा सत्र से फीस बढाकर छात्रों की मुश्किले बढा दी है। विद्रोही ने कहा कि विश्वविद्यालय में प्रवेश की रजिस्टेशन फीस 250 से बढाकर 1200 रूपये कर दी है। काऊसलिंग के नाम पर हर छात्र से 800 रूपये अलग से लिय जायेंगे। प्रोविजनल सर्टिफिकेट फीस 200 रूपये बढा दी है। डुल्लीकेट डीएमसी फीस 500 रूपये, एग्जाम फीस 2 हजार रूपये बढा दी गई। इसी तरह आइजीयू में विभिन्न कोर्सो में अंधाधुंध फीस बढ़ाकर गरीब परिवारों के बच्चों को शिक्षा पाना मुश्किल कर दिया है। विद्रोही ने कहा कि भाजपा सरकार सरकारी शिक्षण संस्थानों मुफ्त शिक्षा देने की लोकतांत्रिक अवधारणा के विपरित शिक्षा का व्यवसायीकरण करके उच्च शिक्षा अमीर वर्ग की बपौती बनाकर गरीब वर्ग को उच्च शिक्षा से वंचित करने की तिकडमे कर रही है। विद्रोही ने गरीब लोगों से आहवान किया कि वे शिक्षा के इस व्यवसायीकरण करने के भाजपा सरकार के कुप्रयासों का जमकर विरोध करे अन्यथा गरीब तबके, पिछडे, दलित परिवारों के बच्चों के लिए उच्च शिक्षा लेना एक मृगतृष्णा बनकर हर जायेगा। Post navigation ‘तुम मुझे वोट दो, मैं तुम्हें मुफ्त बिजली दूंगा’; किन-किन राज्यों में सत्ता की चाबी बनी फ्री बिजली मुख्यमंत्री ने श्री माता मनसा देवी श्राइन स्थल के जीर्णोद्धार व मास्टर प्लान के संबंध में की बैठक की अध्यक्षता