अशोक कुमार कौशिक 

 फ्री, फ्री, फ्री…. वोट देने पर बिजली, पानी सब मिलेगा फ्री। ये वाक्य सुनते ही सभी को विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा घोषित मुफ्त बिजली देने की घोषणा याद आ जाती है।दरअसल, दिल्ली की सत्ता पर काबिज होने से पहले आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने सबसे पहले जनता से वादा किया था कि वो सरकार बनाते ही बिजली-पानी मुफ्त कर देंगे। 

दिल्ली में सरकार बनाने के बाद केजरीवाल ने फ्री वादों (States giving Free Electricity) को पूरा भी किया, लेकिन उनके ये वादे केवल दिल्ली तक सीमित नहीं रहे। आप जहां भी चुनाव लड़ने गई उसने इस वादे को दोहराया और कई जगह अपना खाता भी खोला।

इसी की देखादेखी दूसरी पार्टियां और राज्य सरकार भी फ्री बिजली का वादा करने लगी हैं और आज राजस्थान में भी गहलोत सरकार ने ऐसा ही एलान किया है। आइए, जानें दिल्ली के अलावा किन राज्यों में मुफ्त बिजली दी जा रही है और इससे राजनीतिक दलों को क्या फायदा हुआ है।

दिल्ली से मुफ्त बिजली की शुरुआत

दिल्ली में सत्ता पाने से पहले अरविंद केजरीवाल ने सबसे पहले कांग्रेस की शीला दीक्षित सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए महंगी बिजली का मुद्दा उठाया था। केजरीवाल ने वादा किया था कि अगर उनकी सरकार दिल्ली में आती है तो वो जनता को 200 यूनिट मुफ्त बिजली देंगे। चुनाव में यह वादा एक बड़ा मुद्दा बना और कहीं न कहीं आप को चुनाव जीताने में एक बड़ा रोल निभाया। इसका असर यह हुआ कि केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में दूसरी बार बड़े मार्जिन से सरकार बनाई। 

जहां चुनाव वहीं गूंजा ‘मुफ्त’ का वादा

दिल्ली में केजरीवाल सरकार बनने के बाद कई राज्यों के चुनाव में मुफ्त बिजली का वादा गूंजने लगा। चाहे वो यूपी में कांग्रेस पार्टी द्वारा किया गया हो या आप द्वारा दूसरे राज्यों में। कांग्रेस और केजरीवाल की पार्टी द्वारा गुजरात, हिमाचल समेत कई राज्यों में घोषणापत्र में भी इसका जिक्र किया गया।

वहीं, भाजपा भी इससे अछूती नहीं रही और उसने बंगाल ने चुनाव में 200 यूनिट फ्री बिजली देने का वादा किया। हालांकि, वहां पार्टी को हार का सामना करना पड़ा।

हिमाचल में जयराम ठाकुर की घोषणा, 120 यूनिट मुफ्त

हिमाचल में कांग्रेस के सत्ता में आने से पहले भाजपा की तत्कालीन जयराम ठाकुर सरकार ने भी 120 यूनिट मुफ्त बिजली देने का एलान किया, जो आज तक लोगों को मिल रही है। हालांकि, कांग्रेस ने 300 यूनिट देने का वादा किया और अब वो सत्ता में हैं।

पंजाब में मान सरकार ने 300 यूनिट मुफ्त

पंजाब में सरकार बनाने से पहले आप ने 300 यूनिट मुफ्त बिजली देने की घोषणा की थी। भगवंत मान के सीएम बनने के बाद अब राज्य की जनता को मुफ्त बिजली मिल रही है। 

कर्नाटक में कांग्रेस ने पाई सत्ता

कर्नाटक में हाल ही में हुए चुनाव में भी कांग्रेस द्वारा मुफ्त बिजली देने का वादा किया गया। कांग्रेस की 5 गारंटियों में गृह ज्योति योजना के तहत मुफ्त बिजली का वादा किया गया था। चुनाव जीतने के बाद अब सीएम सिद्दरमैया ने इसका एलान भी कर दिया है।

अब राजस्थान सरकार ने किया एलान पहले 100 यूनिट फ्री होंगे

आज राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने भी मुफ्त बिजली देने का एलान कर दिया है। सरकार ने 100 यूनिट बिजली मुफ्त देने का एलान किया है। सरकार का कहना है कि कोई कितनी भी यूनिट बिजली का इस्तेमाल करे, लेकिन उसके पहले 100 यूनिट फ्री होंगे। राजस्थान में स्वास्थ्य बिल के बाद यह घोषणा कांग्रेस के लिए लाभदायक सिद्ध हो सकती है। इसके अलावा 200 यूनिट तक बिजली बिल पर किसी तरह का सरचार्ज, परमानेंट चार्ज, इलेक्ट्रिसिटी फीस नहीं देनी होगी। कांग्रेस मध्यप्रदेश में भी राजस्थान व कर्नाटक की कुछ घोषणाएं चुनाव के समय देने का वादा कर सकती है। हालांकि इस मामले में भाजपा भी पीछे नहीं है वह भी चुनाव के समय जनता को बहुत सी चीजों का प्रलोभन दिखा चुनावी समर पार करना चाहती है।

हरियाणा में चुनाव की सुगबुगाहट सुनाई देने लगी है। वृद्धावस्था पेंशन, कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाली,  परिवार पहचान पत्र समाप्त करने, सरकारी नौकरी के दरवाजे खोलने के साथ मुफ्त बिजली देने की योजना की धमक सुनाई देगी। कांग्रेस हिमाचल, कर्नाटक, राजस्थान के बाद हरियाणा में भी ऐसी घोषणा कर सकती है।

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