मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर से सवाल ……… दिल्ली जंतर-मंतर पर हरियाणा कुश्ती पहलवान बेटियों के साथ दिल्ली पुलिस के बर्बर, अभद्र व्यवहार पर वे मौन क्यों है? विद्रोही
प्रदेश के मुख्यमंत्री होने के नाते हरियाणा की हर बेटी की अस्मिता, गरिमा की रक्षा करना उनका नैतिक व संवैद्यानिक कर्तव्य है या नही? विद्रोही

30 मई 2023 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर से सवाल किया कि दिल्ली जंतर-मंतर पर हरियाणा कुश्ती पहलवान बेटियों के साथ दिल्ली पुलिस के बर्बर, अभद्र व्यवहार पर वे मौन क्यों है? प्रदेश के मुख्यमंत्री होने के नाते हरियाणा की हर बेटी की अस्मिता, गरिमा की रक्षा करना उनका नैतिक व संवैद्यानिक कर्तव्य है या नही? विद्रोही ने कहा कि 28 मई का दिन भारतीय प्रजांतात्रिक इतिहास में एक काले दिन के रूप में दर्ज हो चुका है। एक ओर प्रधानमंत्री मोदीजी नये संसद भवन के कथित उदघाटन समारोह मं सत्ता बल पर अपना महिमामंडन करके लोकतंत्र पर प्रवचन करके देश की जनता को ठग रहे थे, वहीं संसद भवन के दो किलोमीटर दूर जंतर-मंतर पर अपने साथ यौन शोषण के खिलाफ लडाई लड़ रही विश्व विख्यात कुश्ती महिला पहलवानों पर दिल्ली पुलिस लाठी डंडो के बल पर कुचलकर, दबाकर उनकी न्याय की आवाज का गला घोंट रही थी। वहीं हरियाणा व यूपी से जुड़े दिल्ली बार्डरों पर दिल्ली पुलिस व सुरक्षा बल आमजनों को महिला पहलवानों के समर्थन में दिल्ली जाने से रोक रहे थे।

विद्रोही ने सवाल किया कि यह कैसा लोकतंत्र है जहां आमजनों को अपने खिलाफ हो रहे अन्याय के खिलाफ विरोध की आवाज उठाने से सत्ता बल पर रोका जा रहा है? नये संसद भवन निर्माण पर लम्बे-चौडे दमगज्जे ठोककर एक व्यक्ति मोदी जी को भाजपा महिमामंडित तो कर रही है, पर कोई यह बताने की जरूरत नहरी समझ रहा कि जब संसद भवन में जनमुद्दों पर चर्चा ही नही होगी, विपक्ष को संसद में बोलने नही दिया जायेगा, नये संसद भवन उदघाटन समारोह को अपनी जागीर समझकर विपक्ष को समारोह का बायकाट करने को मजबूर किया जायेगा तो भाजपा व उनके सहयोगी दल किस लोकतंत्र व संविधान की दुहाई दे रहे है। विद्रोही ने कहा कि आज की भाजपा सरकार बहन-बेटियों के साथ खड़े होने की बजाय उनकी अस्मिता, गरिमा पर हमला करने वालेे यौन शोषकों भाजपाई-संघीयों के साथ जिस बेशर्मी से खडी नजर आ रही है, उससे साफ है कि आज बहन-बेटियों को सबसे बडा खतरा भाजपाई-संघीयों व भाजपा सरकार से ही है। ऐसी स्थिति में विद्रोही ने हरियाणा के लोगों से अपील की कि बहन-बेटियों की अस्मिता, गरिमा की रक्षा के लिए आर-पार की लडाई लडे व इसकी शुरूआत न्याय की मांग को लेकर यौन शोषकों को दंडित करवाने के लिए सडकों पर लड रही महिला कुश्ती पहलवानों के साथ मजबूती से खड़े होकर मोदी-भाजपा-संघ को करारा जवाब दे कि हम अपनी बहन-बेटियों की अस्मिता, गरिमा के साथ किसी भी तरह खिलवाड़ नही होने देंगे और इसके लिए कोई भी कुर्बानी देने को तैयार है।