माजरा खुर्द सरपंच पति संघ के कार्यकर्ता भी हिरासत में लिए गए, जमानत पर रिहा महेंद्रगढ़ सरपंच एसोसिएशन ने घटना की कड़े शब्दों में निंदा की भारत सारथी/ कौशिक नारनौल। निजामपुर में 3 पीढ़ियों से भाजपा कार्यकर्ता सूबेदार जगराम का मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि कल नांगल सिरोही जनसंवाद कार्यक्रम से पूर्व आरएसएस के कार्यकर्ता तथा सरपंच पति प्रवीण को महेंद्रगढ़ पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया। दुलोठ अहीर के सरपंच तथा सतनाली से भी 3 सरपंचों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने की जानकारी मिली है। इन गिरफ्तारियां के विरोध में शनिवार को महेंद्रगढ़ यादव धर्मशाला में सरपंच एसोसिएशन द्वारा मीडिया के समक्ष कड़े शब्दों में निंदा की। सरपंच एसोसिएशन द्वारा भाजपा नेता रामविलास शर्मा से कड़ा विरोध जता कर चेतावनी दी गई कि यदि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो भाजपा को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। शनिवार को मीडिया के सामने घटना की जानकारी देते हुए गांव माजरा खुर्द के सरपंच पति प्रवीण ने बताया कि भाजपा नेता रामविलास शर्मा ने उन्हें जनसंवाद कार्यक्रम में निमंत्रण दिया था। इस पर उन्होंने मैंने उनको बताया था कि पुलिस वालों ने उनको कार्यक्रम से दूर रहने के लिए हिदायत दी हुई है। प्रवीण के अनुसार रामविलास शर्मा ने उनको कहा कि आप अपने गांव की समस्याएं लिखित रूप में लेकर आना वह उनकी मुलाकात मुख्यमंत्री से करवाएंगे। प्रवीण आरएस से जुड़े हैं और उनकी धर्मपत्नी इस समय गांव की सरपंच है। वह अपने मित्र दुलोठ अहीर के सरपंच देवेंद्र उर्फ छोटू के साथ जोनावास मोड़ के पास पहुंचे ही थे कि महेंद्रगढ़ सीआईए की एक गाड़ी ने उनकी गाड़ी को रोक लिया। उनसे गाड़ी के कागजात दिखाने को कहा। उसके बाद उनसे पूछताछ शुरू की गई कि आप लोग कहां जा रहे हैं। जब पुलिसकर्मियों को बताया गया कि भाजपा नेता रामविलास शर्मा ने उनको नांगल सिरोही जनसंवाद कार्यक्रम में बुलाया है, वह उस में भाग लेने के लिए जा रहे हैं। इस पर पुलिस वालों ने कहा कि उनको उनके साथ थाने चलना होगा, उन पर दबाव है आप लोग जनसंवाद कार्यक्रम में हिस्सा नहीं ले सकते। इस पर मैंने तुरंत अपने गांव के सोशल मीडिया ग्रुप पर पोस्ट डाल दी कि उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। बाद में पुलिस ने उनका मोबाइल स्विच ऑफ करवा दिया। उसे व उसके साथी को सिटी थाना महेंद्रगढ़ में ले जाया गया। कोई उनसे मिलने भी आया तो उसे मिलने भी नहीं दिया गया। फिर उनसे कागजात पर जबरन हस्ताक्षर कराए गए और बाद में मुख्यमंत्री के निकल जाने के बाद उनको कहा गया कि अपने जमानती बुला लो। फिर तहसीलदार के रीडर को बुलाकर उनकी कच्ची जमानत कराई गई। उन पर शांति भंग करने और सरकारी काम में बाधा डालने का आरोप लगाया गया। जब सरपंच पति से पूछा गया कि आप नांगल सिरोही के जनसंवाद कार्यक्रम में ही क्यों जा रहे थे जबकि दो जगह ओर भी कार्यक्रम है, तो उन्होंने कहा कि नांगल सिरोही उनके विकास खंड से जुड़ा हुआ है। इसलिए अपने विकासखंड के कार्यक्रम में ही वह अपनी बात रखना चाहते थे। प्रवीण ने कहा कि शायद ईटेंडरिंग को लेकर सरकार से दो-दो हाथ करने वाले सरपंचों को विरोध करना भारी पड़ गया। 3 माह के बावजूद यह प्रणाली धरातल पर कुछ नहीं कर पाई। आज तक महेंद्रगढ़ ब्लॉक का कोई एस्टीमेट तैयार नहीं हुआ वर्क आर्डर तो दूर की बात है। उन्होंने मीडिया के समक्ष कहा कि जिस पार्टी के लिए वह लड़े उसके कार्यक्रम में उन को शामिल नहीं होने दिया गया इससे बड़ी पीड़ा क्या हो सकती है। पार्टी और संघ के कार्यकर्ता होने के बावजूद उन्हें मुख्यमंत्री से नहीं मिलने दिया गया। सरपंच आंदोलन अलग बात है लेकिन हमने कहीं भी मुख्यमंत्री को काले झंडे दिखाने या विरोध करने की बात नहीं कही, पुलिस हमको झूठा बदनाम कर रही है। उन्होंने कहा कि उन्होंने रामविलास शर्मा को आगाह कर दिया है कि उन्हें बताया जाए कि उनके ऊपर यह कार्रवाई किसके दबाव से की गई। अगर दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो वह चुनाव के दौरान पार्टी का विरोध कर इसका जवाब देंगे। सरपंच एसोसिएशन के पदाधिकारी ने मीडिया को बताया कि उनको जानकारी मिली है सतनाली खंड से भी 3 सरपंचों को पुलिस ने जबरन उठाया है। इतना ही नहीं सतनाली जनसंवाद केंद्र पर मौके से रमेश पुत्र शालूराम को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया। वह अपने बुजुर्ग पिता की वृद्धावस्था पेंशन को लेकर मुख्यमंत्री से मिलना चाहता था। दुलोठ अहीर के सरपंच देवेंद्र उर्फ छोटू ने ने मीडिया के समक्ष बताया की पुलिस ने वीडियो नए करने की हिदायत दी वह गांव की पानी, सीवरेज, स्कूल व अन्य समस्या को लेकर मुख्यमंत्री से मिलना चाहते थे। उन्होंने कहा कि यह कैसा जनसंवाद है जब जनता के प्रतिनिधि और छोटी सरकार के नुमाइंदों को प्रदेश के मुखिया से मिलने नहीं दिया जाए। लगता है कि सरकार केवल अपने चाटूकारों से ही वाहवाही कर आम जनता में विकास का ढिंढोरा पीटना चाहती है। सरपंच एसोसिएशन के पदाधिकारी तथा सतनाली ब्लॉक से प्रियमोहन ने कहा कि सरकार जनसंवाद के नाम पर भ्रम संवाद कर रही है। जनता की समस्याओं को अनदेखा किया जा रहा है केवल थोथे विकास का ढिंढोरा पीटा जा रहा है। सरपंच एसोसिएशन पुलिस कार्रवाई की कड़ी शब्दों में निंदा करता है और सरकार को चेतावनी देता है कि दोषी अधिकारियों के खिलाफ अगर कार्रवाई नहीं की गई तो एसोसिएशन आगे की रणनीति तय करेगी, जिसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार और प्रशासन की होगी। बता दे की मुख्यमंत्री के नांगल चौधरी जनसंवाद कार्यक्रम से पूर्व निजामपुर के तीन पीढ़ियों से भाजपा से जुड़े सूबेदार जगराम को भी नारनौल सीआईए ने घर जाकर पाबंद किया था और जनसंवाद कार्यक्रम से दूर रहने की हिदायत दी थी। पुलिस ने आरोप लगाया था कि इनपुट मिले हैं कि आप मुख्यमंत्री को काला झंडा दिखाना चाहते हैं। सूबेदार जगराम ने पुलिस भेजे जाने के पीछे नांगल चौधरी के विधायक का हाथ होने का आरोप लगाया था। बाद में मामला तूल पकड़ने के बात नांगल चौधरी के विधायक ने पुलिस कार्रवाई को गलत ठहराया था। जनसंवाद कार्यक्रम के बाद मीडिया से रूबरू हुए मुख्यमंत्री से जब यह पूछा गया कि भाजपा कार्यकर्ता के साथ पुलिस ने ऐसा बर्ताव किया है । तब उनका जवाब था कि यह पुलिस का मामला है पुलिस को इनपुट मिले थे उसी आधार पर उन्हें पाबंद किया गया था। निजामपुर तथा नांगल सिरोही सतनाली की घटना के बाद यह स्पष्ट हो गया की जनसंवाद कार्यक्रम महज एक ढकोसला है केवल सरकार की जय जय कार करने वाले लोगों को ही इकट्ठा कर वाहवाही लूटी जा रही है। इस अवसर पर महेंद्रगढ़ सरपंच एसोसिएशन से जुड़े अनेक सरपंच उपस्थित थे। Post navigation प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सुशील गुप्ता ने सरकारी स्कूलों के खराब हालातों पर खट्टर सरकार पर साधा निशाना विश्लेषण पहला भाग…….. क्या भाजपा का जन संवाद पार्टी को दे पाएगा जिला महेंद्रगढ़ में मजबूती