एंटी खेमे को भी न्योता, प्रभारी गोहिल मौजूद रहेंगे
हरियाणा में कांग्रेस कितनी ‘मजबूत’, ‘दिग्गजों’ का एक साल पूरा, नहीं कर पाए संगठन गठन
गुटबाजी की शिकार कांग्रेस कैसे लगाएगी नैया पार
कांग्रेस में उठने लगे विरोध के स्वर, अब विधायक गोगी ने प्रदेशाध्यक्ष को घेरा

अशोक कुमार कौशिक 

हरियाणा में कांग्रेस के संगठन के ऐलान की तैयारी शुरू हो गई है। इसको लेकर कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान ने राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से दिल्ली जाकर मीटिंग की। वहां से मिले सिग्नल के बाद पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्‌डा ने कांग्रेस विधायक दल की मीटिंग बुला ली है। इस मीटिंग में सबसे खास बात यह है कि एंटी हुड्‌डा खेमे के चेहरे भी दिखाई देंगे। पार्टी की ओर से इन्हें भी मीटिंग का न्योता दिया गया है।

इस बार मीटिंग में पूर्व सीएम के आवास पर नहीं पार्टी के मुख्यालय में 31 मई को बुलाई गई है। मीटिंग में हरियाणा मामलों के प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल और प्रदेशाध्यक्ष चौ़धरी उदयभान मौजूद रहेंगे। इससे पहले तक हुड्‌डा खेमा अपने स्तर पर ही मीटिंग कर फैसले ले रहा था।

-एंटी हुड्‌डा खेमे को मनाने की मिली जिम्मेदारी

दिल्ली दौड़ के बाद नेताओं को यह बताया गया है कि आपसी मतभेद भुलाकर नेताओं को एक मंच पर आना होगा। इस सीख के बाद हरियाणा कांग्रेस ने 4 जून को रोहतक में संत कबीर जयंती के लिए एंटी हुड्डा खेमे के नेताओं को भी बुलाया गया है। पूर्व सीएम द्वारा ‘विपक्ष आपके समक्ष’ कार्यक्रम भी चलाया जा रहा है। अभी तक 7 संसदीय क्षेत्रों में विपक्ष आपके समक्ष कार्यक्रम हो चुके हैं। इस बार हुड्डा भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा क्षेत्र का विपक्ष आपके समक्ष कार्यक्रम भिवानी में करेंगे।

कांग्रेस में आने वालों का तांता, कुछ भाजपा नेता भी संपर्क में मौके की तलाश

हरियाणा में कांग्रेस लगातार मजबूत होती जा रही है? सत्ताधारी दल समेत अन्य दलों को छोड़कर नेता और कार्यकर्ताओं का कांग्रेस में शामिल होने के लिए तांता लगा हुआ है। इसी कड़ी में तीन चार रोज पूर्व लगभग 3 दर्जन नेताओं ने अपने सैंकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष उदयभान व सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने सभी का स्वागत किया और पार्टी में पूर्ण मान सम्मान का भरोसा दिलाया। इस मौके पर नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बीजेपी जेजेपी सरकार से केवल आम जनता ही नहीं बल्कि उनकी अपनी पार्टी के नेता, कार्यकर्ता भी परेशान हो चुके हैं। यही कारण है कि सत्ता में होने के बावजूद बीजेपी जेजेपी जैसी पार्टियों के नेता, कार्यकर्ता कांग्रेस के साथ आ रहे हैं। सूत्रों के अनुसार भाजपा के अनेक नेता कांग्रेस के संपर्क में है और मौके की ताक में हैं। उचित अवसर देखकर और टिकट पक्की होने के आश्वासन के बाद व कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं।

कांग्रेस ज्वाइन करने वालों में प्रमुख रूप से शशिकांत भारद्वाज जी (पूर्व जिलाध्यक्ष, भाजपा किसान मोर्चा सोनीपत), बीजेपी नेता डालचंद डागर (पूर्व चेयरमैन, मार्किट कमेटी, बल्लभगढ़), मनोज गुप्ता (पूर्व प्रदेश सहसचिव, आम आदमी पार्टी) विकास (बीजेपी युवा मोर्चा उपाध्यक्ष, बेरी, झज्जर), फूलवाकर (जिला प्रेस प्रवक्ता, इनेलो, सोनीपत), लोकप्रिय हरियाणवी गायक विश्वजीत चौधरी (तोशाम, भिवानी), अजय छीकारा (पूर्व उप-प्रधान, बार एसोसिएशन, चरखी दादरी) शामिल रहे। इनके साथ जोगिंदर सैनी पार्षद, सतपाल कुंडू पार्षद (जेजेपी), विक्की दूहन पार्षद (बीजेपी), महावीर रेढू पार्षद (जेजेपी) महिपाल कौशिक, पार्षद प्रतिनिधि (बीजेपी), निशा गौतम पार्षद (आप), हिमांशु कुकरेजा (युवा अध्यक्ष, जिला व्यापार मंडल, सोनीपत), प्रेम रेलम(प्रधान, वरिष्ठ नागरिक सेवा समिति सोनीपत), विनोद शर्मा (पूर्व जिला महासचिव, किसान मोर्चा भाजपा, सोनीपत), सुनील पुनिया (पूर्व सरपंच, इनेलो) योगराज नंबरदार, अनिल नंबरदार, पूर्व पंच पवन, पूर्व पंच भूपेन्द्र, पूर्व पंच मंजीत ने भी कांग्रेस का दामन थामा। रोहतक से अनिल सैनी, महावीर सैनी, जोगिंदर सैनी, राघवेंद्र पावरिया, जसबीर ढुल, करतार सिंह जांगड़ा, अमित सैनी, सोम नाथ पाहवा, पवन सैनी, वेद वत्स, राजबीर सरपंच, अजय सैनी ने भी कांग्रेस की नीतियों में आस्था व्यक्त करते हुए पार्टी ज्वाइन की। 

प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान और सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने सभी नेता व कार्यकर्ताओं से प्रदेश को विकास में पुनः नंबर 1 बनाने के संघर्ष में पूरी तत्परता से जुटने का आह्वान किया। प्रदेश अध्यक्ष उदयभान ने कहा कि कहा कि प्रदेश में बदले राजनीतिक हालात में लोग लगातार कांग्रेस पार्टी से जुड़ रहे हैं। हरियाणा के लोगों को एकमात्र उम्मीद कांग्रेस पार्टी में ही दिखायी दे रही है। इस अवसर पर सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस के साथ रोज जुड़ रहे लोग इस बात का स्पष्ट संकेत है कि जनता ने इस बार अपने वोट की चोट से भाजपा-जजपा को सत्ता से उखाड़ फेंकेने का मन बना लिया है।

हरियाणा कांग्रेस में उठने लगे विरोध के स्वर, अब विधायक गोगी ने प्रदेशाध्यक्ष को घेरा, कहा- ‘मैं ही कांग्रेस हूं समझना गलत’

हरियाणा कांग्रेस से लगातार अंदरुनी कलह की खबरें आती रही हैं. चाहे वो किरण चौधरी का मामला हो, या फिर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा और कुमारी शैलजा का.अब कांग्रेस के एक और नेता ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। असंध के कांग्रेस विधायक शमशेर सिंह गोगी ने प्रदेश अध्यक्ष उदयभान की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं। गोगी ने कहा, ‘प्रदेश पार्टी अध्यक्ष उदयभान को पार्टी के छोटे से छोटे और बड़े से बड़े नेता को एक समान समझना चाहिए।’

-‘मैं ही कांग्रेस हूं समझना गलत है’

विधायक शमशेर सिंह गोगी ने आगे कहा, ‘पार्टी अध्यक्ष को कार्यकत्ताओं और नेताओं की अनदेखी नहीं करनी चाहिए। जब कोई व्यक्ति ये मानकर चलता है कि मैं ही कांग्रेस हूं, तो यह गलत है।’ अध्यक्ष और कार्यकारी अध्यक्षों पर सवाल खड़े करते हुए गोगी ने कहा, ‘सच्चाई को कार्यकारी अध्यक्ष बता सकते है लेकिन उन्हें लगता है कहीं कुछ तो गड़बड़ है। अध्यक्ष द्वार कोई कोई फैसला लिया जाता है तो कार्यकारी अध्यक्षों को विश्वास में क्यों नहीं लिया जाता ।‌ जबकि कांग्रेस में तो सभी की राय से फैसला लिया जाता है तो फिर प्रदेश अध्यक्ष उदयभान इससे क्यों बच रहे हैं।’

-संगठन को मजबूत नहीं बना पा रही पार्टी

आपको बता दें कि शमशेर सिंह गोगी को शैलजा गुट का नेता माना जाता है। कुमारी शैलजा जब प्रदेश अध्यक्ष थी तब पार्टी का संगठन नहीं बन पाया था। अब उदयभान करीब एक साल से प्रदेश अध्यक्ष है लेकिन अभी तक संगठन वो भी बना पाए है। इसी वजह से प्रदेश कांग्रेस में अब सवाल उठने लगे है कि आखिर पार्टी मजबूत कैसे होगी। पार्टी के कई दिग्गज नेता अब कांग्रेस से किनारा कर चुके है। अंबाला से पूर्व मंत्री निर्मल सिंह और विनोद शर्मा कांग्रेस से अलग हो चुके हैं, इसके अलावा यमुनानगर से देवेंद्र चावला भी कांग्रेस का दामन छोड़ बीजेपी में जा चुके है।

-कांग्रेस ‘दिग्गजों’ का एक साल पूरा, नहीं कर पाए संगठन गठन

प्रदेश कांग्रेस कमेटी के ‘दिग्गज’ नेता मिलकर भी अपनी टीम नहीं बना पाए हैं। प्रदेशाध्यक्ष चौ़ उदयभान के अलावा चारों कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष ,जितेंद्र कुमार भारद्वाज, रामकिशन गुर्जर, श्रुति चौधरी और सुरेश गुप्ता का कार्यकाल पूरा हुए पूरा एक साल हो चुका है। एक साल पहले पांचों की ताजपोशी हुई थी। पार्टी की गुटबाजी के चलते कांग्रेस की प्रदेश कार्यकारिणी के अलावा जिला व ब्लाक स्तर पर भी संगठन का गठन नहीं हो पाया है।

अहम बात यह है कि संगठन का गठन हुए राज्य में आठ साल से अधिक का समय हो चुका है। हुड्डा सरकार के दौरान 2014 में सिरसा से सांसद डॉ़ अशोक तंवर को फूलचंद मुलाना की जगह प्रदेशाध्यक्ष बनाया गया था। उन्होंने कुर्सी संभालने के कुछ दिनों बाद ही प्रदेश, जिला व ब्लाक कार्यकारिणी को भंग कर दिया था। वे साढ़े पांच साल से भी अधिक समय तक प्रदेशाध्यक्ष रहे लेकिन चाहकर भी संगठन का गठन नहीं कर पाए।

तंवर के बाद कांग्रेस नेतृत्व ने पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी शैलजा को प्रदेश कांग्रेस की कमान सौंपी। शैलजा ने भी अपने कार्यकाल के दौरान संगठन गठन की कई बार कोशिश की, लेकिन उनके विरोधियों ने इसे सिरे नहीं चढ़ने दिया। शैलजा की जगह प्रदेशाध्यक्ष बनने के बाद चौ़ उदयभान ने दावा किया था कि वे जल्द ही संगठन का गठन करेंगे। एक साल की अवधि में वे संगठन गठन की कई तारीखें दे चुके हैं, लेकिन आज तक भी संगठन का गठन नहीं कर पाए। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के अधिवक्ता हेमंत कुमार कहते हैं कि तंवर और शैलजा को एंटी हुड्डा कैम्प के विरोध के चलते संगठन का गठन करने में दिक्कत आई। अब हुड्डा खेमे को लगभग फ्री-हैंड मिला हुआ है, लेकिन अब उनके विरोधी एक्टिव हैं।

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