गुरुग्राम। विश्व भाषा अकादमी (रजि), भारत के चेयरमैन मुकेश शर्मा ने हाल ही में घोषित हुए यूपीएससी परीक्षा के परिणाम में अनुत्तीर्ण रहे प्रत्याशियों को निराश न होने की सलाह देते हुए कहा है कि वे परीक्षा में फेल हो जाने के कारणों की पड़ताल करें और इस परीक्षा में रह गई अपनी उन कमियों को दूर करें। अपने प्रयास ज़ारी रखें तो आने वाला समय उनका होगा। उन्होंने कहा कि समाज में लड़कों की तुलना में उपेक्षित लड़कियों ने एक बार फिर से अपनी प्रतिभा को साबित कर दिखाया।इस यूपीएससी परीक्षा परिणाम, 2023 में पहले पच्चीस टॉपर्स में से चौदह लड़कियां हैं, जबकि पहली चार टॉपर्स भी लड़कियां ही रहीं। लड़कों को ही श्रेष्ठ समझने वाले इस समाज के लिए यह आँखें खोल देने वाला एक संदेश है। अकादमी चेयरमैन मुकेश शर्मा ने कहा कि इस परीक्षा में हिंदी माध्यम और भारतीय भाषाओं में परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों की संख्या बढ़ी है,जो कि एक शुभ संकेत है।इसी प्रकार भारतीय भाषाओं में परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले प्रत्याशियों की संख्या भी बढ़ी है। भारतीय भाषाओं में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को उन्होंने सुझाव दिया कि वे अपनी अंग्रेजी सुधारने में ही लगे रहने की बजाय अपनी समर्थ भारतीय भाषा में ही परीक्षा की तैयारी करें। उन्होंने केंद्र सरकार से आग्रह किया कि यूपीएससी परीक्षा प्रक्रिया में व्याप्त विसंगतियों को दूर किया जाना चाहिए ताकि विद्यार्थी अपनी सारी ऊर्जा मात्र रट्टा मारने में ही न लगाए, बल्कि उसकी प्रतिभा का चहुंमुखी विकास हो सके। Post navigation साईबर अपराधों की पहचान के उदेश्य से पुलिस द्वारा पैदल गस्त बोधराज सीकरी की युवा पीढ़ी को संस्कारवान बनाने की हनुमान चालीसा पाठ की मुहिम और मज़बूत हुई ……