हरियाणा एडीए ने कैंसर ठीक करने वाले नकली इंजेक्शन बेचने वाले अन्तर्राष्ट्रीय रैकेट का किया भंडाफोड़ – स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री अनिल विज

यह अपनी तरह का पहला केस है जिसमें किसी औषधि नियंत्रक अधिकारी द्वारा नकली दवा के मामले में आरोपियों को गिरफ्तार किया गया –  अनिल विज

अब तक एक विदेशी नागरिक सहित कुल चार आरोपियों को किया गिरफ़्तार

चण्डीगढ, 10 मई- हरियाणा के गृह, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि हरियाणा के खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग ने कैंसर बीमारी को ठीक करने वाले नकली इंजेक्शन बेचने वाले अन्तर्राष्ट्रीय रैकेट का भण्डाफोड करने में सफलता हासिल की है। उन्होंने बताया कि यह अपनी तरह का पहला केस है जिसमें किसी औषधि नियंत्रक अधिकारी द्वारा नकली दवा के मामले में आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और तीन हफ़्तों में एक अन्तर्राष्ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश किया गया है। उन्होंने बताया कि इस मामले में अब तक एक विदेशी नागरिक सहित कुल चार आरोपियों को गिरफ़्तार किया जा चुका है।

श्री विज आज यहां चण्डीगढ में पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने बताया कि विश्व स्वाथ्य संगठन ने गत 11 अप्रैल, 2023 को एक चेतावनी जारी की थी कि नकली इंजेक्शन ‘Defitelio 80 mg/ml, Batch no. 19G19A, Exp. 06/2023  निर्माता कम्पनी ‘Genium Sri, Piazza XX, Setiembre 2, Villa Guardia, 22079, Italy’ के नाम से अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में उपलब्ध है। खाद्य एवं औषधि प्रशासन, हरियाणा ने इसके बारे में जानकारी इकट्ठी की और 21 अप्रैल, 2023 को ट्रैप लगाकर संदीप भुई नाम के एक आदमी को उपरोक्त नकली इंजेक्शन एक नकली ग्राहक को 2.50 लाख रूपये में बेचते हुए रंगे हाथ पकड़ा।

उन्होंने बताया कि 21 अप्रैल, 2023 को इस इंजेक्शन की असली निर्माता कम्पनी, जिसका नाम नकली इंजेक्शन के लेबल पर था, को ईमेल भेजी गई। निर्माता कम्पनी ने जवाबी ईमेल में बताया कि यह इंजेक्शन असली नहीं है और यह भी बताया कि यह बैच यूनाइटेड अरब अमीरात व किर्गीस्थान देशों में भी पाया गया है। निर्माता कम्पनी से नकली इंजेक्शन के बारे में पुख्ता जानकारी मिलने के उपरांत श्री अमनदीप चौहान, औषधि नियंत्रण अधिकारी, गुरुग्राम द्वारा आरोपी संदीप भुई को धारा 27 (बी) (एक) सह-पठित धारा 36-एसी के अन्तर्गत गिरफ़्तार कर लिया गया।

श्री विज ने बताया कि आरोपी संदीप भुई ने खुलासा किया कि वह ओखला, दिल्ली के रहने वाले मोती उर रहमान अंसारी के लिए काम करता है। गत 28 अप्रैल, 2023 को श्री अमनदीप चौहान, औषधि नियंत्रण अधिकारी, गुरुग्राम द्वारा मोती उर रहमान अंसारी को गिरफ़्तार कर लिया गया। मोती उर रहमान अंसारी द्वारा जानकारी देने पर कनिष्क राज कुमार निवासी 7/59, पहली मंजिल, नज़दीक माता मंदिर, रमेश नगर, दिल्ली को 09 एवं 10 मई, 2023 की रात को हार्टलेंट फार्मेसी, टावर बी, यूनिट 1124, 11 मंजिल, तम्ब टावर, सैक्टर-62 नोएडा से गिरफ़्तार किया गया।

स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि आरोपी कनिष्क राज कुमार के ठिकाने से नकली इंजेक्शन ‘Defitelio 80 mg@ml’ का बिक्री रिकॉर्ड भी औषधि नियंत्रण अधिकारी द्वारा ज़ब्त कर लिया गया, जिसमें मुलजिम मोती उर रहमान अंसारी द्वारा नकली इंजेक्शन देने बारे पुष्टि हुई है। आरोपी कनिष्क राज कुमार ने बताया कि एक तुर्की नागरिक मोहम्मद अली तरमानी उसके ऑफिस में जनवरी 2023 से आ रहा है और वह यह नकली इंजेक्शन मोहम्मद अली तरमानी से एक इंजेक्शन 1.75 लाख रूपये में खरीद कर 2.50 लाख रूपये में बेचता है। उसने यह भी बताया कि मोहम्मद अली तरमानी इस समय मुंबई के किसी होटल में ठहरा हुआ है और उसे वह वहां से गिरफ्तार करवा सकता है। आरोपी कनिष्क राज कुमार ने मोहम्मद अली तरमानी का मोबाइल नंबर भी औषधि नियंत्रण अधिकारी, गुरुग्राम को बताया।

श्री विज ने बताया कि इसके बाद मोहम्मद अली तरमानी का फ़ोन निगरानी पर लगाया गया जिससे पता चला कि वह कोलाबा, मुंबई के एक होटल में रह रहा है। राज्य औषधि नियंत्रक, हरियाणा ने इस बारे में श्री हरी लाजी, डीसीपी, जोन-1, मुंबई से बात की और केस से सम्बन्धित सारे डॉक्यूमेंट उनको भेजे। श्री हरी बालाजी, डीसीपी ने अपनी टीम को आरोपी मोहम्मद अली तरमानी जिस होटल में रह रहा था, वहां भेजा।  कोलाबा पुलिस ने मोहम्मद अली तरमानी की फोटो आरोपी कनिष्क राज कुमार से पहचान करवाने के लिए भेजी। आरोपी कनिष्क राज कुमार द्वारा पहचान करने उपरान्त कोलाबा पुलिस द्वारा मोहम्मद अली तरमानी को पकड़ कर थाना कोलाबा लाया गया।

श्री अमनदीप चौहान, औषधि नियंत्रण अधिकारी, गुरुग्राम द्वारा मोहम्मद अली तरमानी को कोलाबा, मुंबई पुलिस की मदद से गिरफ़्तार कर लिया गया है और उसे ज़रूरी कार्रवाई के उपरान्त गुरुग्राम लाया जायेगा। उन्होंने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा जारी की गई चेतावनी में इस नकली इंजेक्शन के बनाने की जगह के बारे में कुछ भी नही बताया गया था, अतः मोहम्मद अली तरमानी इस नकली इंजेक्शन के निर्माता/निर्माण स्थल के बारे में पता लगाने के लिए एक खास कड़ी साबित हो सकता है।

लंबित एफआईआर मामले में सभी जांच अधिकारियों को 15 दिनों के भीतर जवाब देने के लिए कहा- विज

पत्रकारों द्वारा हाल ही में आयोजित की गई पुलिस विभाग की बैठक में लिए गए निर्णयों के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में श्री विज ने कहा कि पिछले एक साल से ज्यादा लगभग 3500 एफआईआर लंबित थी, उनके बारें स्पष्टीकरण मांगा गया हैं कि किस वजह से ये जांच लंबित थी। इस संबंध में सभी जांच अधिकारियों को 15 दिनों के भीतर जवाब देने के लिए कहा गया है। उसके बाद ही हमारे द्वारा निर्णय लिया जाएगा।

इमीग्रेशन एजेसियों के लिए कानून बनाने पर हुआ विचार- विज

उन्होंने कहा कि हमारी पुलिस के कर्मी सडक पर डयूटी देते है। इसके लिए ऐसे कर्मियों को वहीं पर भोजन व्यवस्था कराने के लिए निर्णय लिया गया है और बजट मांगा जाएगा। इसके अलावा, टूटे-फूटे थानों और चौकियों के सर्वें के लिए पुलिस के अधिकारियों को निर्देश उनके द्वारा दिए गए हैं और पुलिस के पुराने भवनों के मरम्मत के निर्देश भी दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि कबूतरवाजी पर नकेल कसने के लिए भी पुलिस के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं और इस संबंध में एक एसआईटी का गठन किया जा चुका है। इसके अलावा, इमीग्रेशन एजेसियों के लिए कोई न कोई कानून बनें जिसके तहत उनका पंजीकरण और उनका निरीक्षण कर जांच की जा सकें। इसी प्रकार से नारकोटिक्स ब्यूरों, एसटीएफ की कार्य प्रणाली की समीक्षा की गई है। 

नशामुक्ति केन्द्रों की जांच के लिए विजिलेंस को निर्देश- विज

नशामुक्ति केन्द्रों के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि इन केन्द्रों को सामाजिक कल्याण विभाग द्वारा संचालित किया जाता है लेकिन पिछले दिनों विधानसभा के अध्यक्ष श्री ज्ञानचंद गुप्ता उनसे मिले थे, जिस पर पंचकूला समेत सभी केन्द्रों की जांच के लिए विजिलेंस को कहा गया है। पुलिस थानों में पकडे गए वाहनों के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि इस संबंध में एक नीति बनाने के लिए निर्देश दिए गए हैं।

देश में 10 ठगी के हॉटस्पाटनूंह से 28 हजार मामलों के तार, 65 लोग गिरफ्तार- विज

100 करोड रूपए की ठगी के मामले के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हरियाणा पुलिस ने बहुत बडा काम किया है और इस प्रकार के पूरे देश में 10 हॉटस्पाट हैं जहां से इस प्रकार की साइबर ठगी के काम होते हैं। इसी में से एक नूंह था और हमने 5000 पुलिस कर्मियों को लगाकर इन ठगों को पकडा है और लगभग 28 हजार केस के तार इससे जुडे हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले में 65 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है और 250 लोगों को गिरफ्तार करने के लिए टीमों का गठन किया गया है। उन्होंने पुलिस विभाग और खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग द्वारा ठगों और नकली इंजेक्शन को बेचने वाले ठगों को पकडने पर सराहना की और कहा कि इन सब मामलों की जांच की जाएगी।

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