फरसे के दम पर ली है पहरावर की जमीन सरकार के रहम पर नही : जयहिन्द।
नवीन जयहिंद ने ब्रह्मसरोवर में किया स्नान और प्रभु से की प्रार्थना।

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।

कुरुक्षेत्र 10 मई : रविवार को नवीन जयहिन्द कुरुक्षेत्र ब्रह्मसरोवर भगवान श्री कृष्ण जी की मूर्ति पर पहुंचे और सभी कुरुक्षेत्र वासियों को पहरावर कि जमीन व 21 मई रविवार को पहरावर की जमीन पर मनाए जाने वाले भगवान परशुराम जन्मोत्सव का ललकारा (न्यौता) दिया ओर कृष्ण भगवान से मुख़्यमंत्री कंस मामा का नाश करने की शक्ति मांगी।

जयहिन्द ने प्रेसवार्ता कर बताया कि 21 मई रविवार को पहरावर की जमीन पर ही भगवान परशुराम जन्मोत्सव मनाया जाएगा और हेलीकॉप्टर से फूलों की वर्षा भी करवाई जाएगी। जिसमे सभी 36 बिरादरी के न्यौता है और 104 वर्षीय दादा दुलीचंद के साथ जिन्होंने मुंडन करवा रखा है वे मुख्यतिथि है बाकी सब विशिष्ट अतिथि रहेंगे। साथ ही जयहिन्द ने कहा कि मन्दिर निर्माण के लिए सभी साथी 1-1 ईंट लेकर 21 मई को पहरावर पहुंचे क्योंकि वहां पहले बनेगा भगवान परशुराम मन्दिर ओर फिर बनेगा शिक्षा का मन्दिर। जमीन वापसी का श्रेय सिर्फ और सिर्फ उन फरसाधारियों, मुंडनधारियों और 36 बिरादरी के भाईचारे को है जो पिछले साल पहरावर फरसे लेकर पहुंचे थे।

जयहिन्द ने एक नंबर (7027-822-822) जारी करते हुए बताया कि इस नंबर पर कॉल करके आप 21 मई रविवार को पहरावर में मनाए जाने वाले भगवान परशुराम जन्मोत्सव के लिए अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकते है।

जयहिन्द ने बताया कि जब 23 अप्रैल रविवार को पहरावर की जमीन पर भगवान परशुराम जन्मोत्सव मनाया जाने था तो सरकार व मुख़्यमंत्री कंस मामा ने कोर्ट का सहारा लेकर उसे रूकवा दिया था तो हमने मुंडन करवाया और पूरे हरियाणा में युवाओ ने मुंडन करवाकर सरकार व मुख़्यमंत्री के खिलाफ विरोध जताया। जिसके बाद हम हरिद्वार भगवान भोलेनाथ गंगा माँ के पास और भगवान परशुराम मन्दिर, माँ रेणुका धाम सिरमौर (हिमाचल) गए। साथ ही जयहिन्द ने कहा मुख़्यमंत्री को अपने इस पाप के लिए 21 बार माफी मांगनी पड़ेगी।

काफी लोग पहरावर की जमीन वापिस देने को लेकर मुख़्यमंत्री को बधाईयां दे रहे है इस पर जयहिन्द ने बताया कि यह जमीन हमे दी नही गयी बल्कि हमने ली है। जैसा कि आप सभी जाने है कि पहरावर की जमीन पिछले 14 सालों से 2 सरकारो ने बंधक बनाकर रखी हुई थी और पिछले साल इस जमीन के लिए जो लड़ाई लड़ी गयी थी ओर तभी हजारो फरसाधारियों ने 36 बिरादरी के साथ मिलकर फरसे के दम पर उसे लिया था, ओर सरकार का कब्जा छुड़वाया था। साथ ही जयहिन्द ने कहा कि मैं जमीन वापिस देने को लेकर मुख़्यमंत्री का कोई धन्यवाद नही करता, हाँ अगर मुख़्यमंत्री वहां संस्था के लिए 100 करोड़ रुपये दान देकर जाए तो वे धन्यवाद के पात्र है।

जैसा कि सांसद कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि उस जमीन पर स्कूल, हॉस्पिटल बनना था। इस पर जयहिन्द ने जवाब देते हुए कहा कि यह अच्छी बात है कि वहां स्कूल, हॉस्पिटल बनेगा लेकिन पहरावर की जमीन पर पहली ईंट भगवान परशुराम के मन्दिर की लगेगी। साथ ही जयहिन्द ने कहा कि जब पिछली 23 अप्रैल को भगवान परशुराम जन्मोत्सव पर रोक लगाई गई थी उस समय इन सब लोगो की जीभ को लकवा मार गया था, उस समय इस मामले पर कोई कुछ नही बोला, ओर अब मुख़्यमंत्री जी को वही लोग धन्यवाद कर रहे है।

जयहिन्द ने बताया कि पहरावर की जमीन हमने हाथ जोड़कर नही बल्कि सरकार के हाथ तोड़ कर ले रखी है। वह हमारे मान-सम्मान, ईज्जत और स्वाभिमान की लड़ाई थी। जो मुख़्यमंत्री कंस मामा ब्राह्मणों को कमजोर समझ रहा था वो 21 मई रविवार को पहरावर आकर देख ले कि ब्राह्मण बोद्दा है या योद्धा है।

21 मई को दो हेलीकॉप्टर से होगी फूलों की बारिश।
नवीन जयहिंद ने कहा कि पहले 23 अप्रैल को होने वाले भगवान परशुराम जन्मोत्सव में हेलिकॉप्टर से फूलों की बारिश होने वाली थी, वही अब 21 मई को 2 हेलीकॉप्टरों से परशुराम भक्तों पर फूलों की बारिश करवाई जाएगी । भक्तों के मान सम्मान में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी चाहे मुझे अपने शरीर के अंग ही क्यों न बेचने पड़े ।

जयहिन्द ने बताया कि हरियाणा के खेल मंत्री पर जब महिला खिलाड़ी से छेड़छाड़ के आरोप लगे थे तो उन पर कोई कार्यवाही नही हुई और जब करनाल के पत्रकार आकर्षण उप्पल पर इस तरह के नाजायज आरोप लगे तो उनको अगले ही दिन जेल में डाल दिया। जयहिन्द ने बताया कि मैं नाजायज इसलिए कह रहा हूँ क्योंकि आप वीडियो में साफ-साफ देख सकते है कि कैसे क्या हुआ। तो इससे साफ पता चलता है कि मुख़्यमंत्री कंस मामा पत्रकारों से कितना डरे हुए है।

जयहिन्द ने बताया जो धाराएं पत्रकार आकर्षण उप्पल पर लगाई गई है उनमें धारा 34 (इकठ्ठा होकर अपराध करना), धारा 158(पैसे के लालच में), धारा 342 (बंधक बनाना), धारा 354 (महिला पर गलत नियत) आदि है। इस पर जयहिन्द ने कहा कि अगर मुख़्यमंत्री कंस मामा में हिम्मत है तो वे सीधे-सीधे आमने-सामने की लड़ाई लड़े महिलाओं को बीच मे लाना कौन सी मर्दानगी है!

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