नेफेड ने अपने कोटे की सरसों खरीद ली है, अब आगे सरसों की खरीद हैफेड करेगी। लेकिन इस घोषणा के एक सप्ताह बाद भी सरसों की एमएसपी पर सरकारी खरीद हैफेड ने शुरू नही की : विद्रोही
मुख्यमंत्री खट्टर से मांग की कि वे अपनी कथनी-करनी एक करे, सरसों का एक-एक दाना अपने वादे अनुसार न्यूनतम समर्थन मूल्य 5450 रूपये प्रति क्विंटल भाव से सरकारी खरीद फिर से तत्काल शुरू करे : विद्रोही

9 मई 2023 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने प्रदेश में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सरसों खरीद फिर से शुरू न करने की कठोर आलोचना करते हुए इसे सरसों उत्पादक किसानों के साथ भाजपा-जजपा सरकार का विश्वासघात बताया। विद्रोही ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर व भाजपा-जजपा सरकार के मंत्री-संतरी, नेता मीडिया बयान बहादुर बनकर दावा ठोकते रहते है कि किसानों की सरसों का एक-एक दाना 5450 रूपये प्रति क्विंटल के भाव से खरीदा जायेगा, लेकिन 15-20 दिन सरसों की सरकारी खरीद की औपचारिकता करके यह कहकर खरीद बंद कर दी गई कि नेफेड ने अपने कोटे की सरसों खरीद ली है, अब आगे सरसों की खरीद हैफेड करेगी। लेकिन इस घोषणा के एक सप्ताह बाद भी सरसों की एमएसपी पर सरकारी खरीद हैफेड ने शुरू नही की।

विद्रोही ने कहा कि भाजपा खट्टर सरकार का यह रवैया किसान विरोधी है और भाजपा-जजपा सरकार ने सरसों उत्पादक किसानों को निजी व्यापारियों के रहमो-करम पर छोड दिया है। अहीररवाल क्षेत्र में वर्षा, आंधी, ओलो से पहले ही सरसों फसल का काफी नुकसान हो चुका है। किसान की सरसों फसल बर्बाद हुई, उत्पादन कम हुआ और ऊपर से सरकार ने सरकारी खरीद भी बंद करके किसानों को लुटने के लिए छोड़ दिया। विद्रोही ने मुख्यमंत्री खट्टर से मांग की कि वे अपनी कथनी-करनी एक करे और सरसों उत्पादक किसानों को लुटवाने की बजाय उनकी सरसों का एक-एक दाना अपने वादे अनुसार न्यूनतम समर्थन मूल्य 5450 रूपये प्रति क्विंटल भाव से सरकारी खरीद फिर से तत्काल शुरू करे। 

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