सरपंच बोले अपना रुख स्पष्ट करें सांसद जबकि गठबंधन सरकार नहरी पानी समान वितरण की बात करती है
क्षेत्र के हितों से होगा खिलवाड़ तो सहना होगा विरोध

भारत सारथी/ कौशिक

नारनौल। महेंद्रगढ़ भिवानी लोकसभा सांसद चौधरी धर्मवीर सिंह द्वारा महेंद्रगढ़ जिले के हिस्से का पानी सतनाली व चरखी दादरी के कुछ गांव को दिए जाने के लिए सरकार को पत्र लिखने का मामला अब गरमाने लगा है। इस मामले में नांगल चौधरी व नारनौल क्षेत्र के अनेक सरपंचों ने स्थानीय बीडीपीओ ऑफिस में बैठक कर विरोध जताया है।

सरपंचों ने सरकार को पत्र लिखा कि महेंद्रगढ़ जिले का नहरी पानी बिना किसी रुकावट उन्हें मिलता रहना चाहिए। वहीं उन्होंने सांसद से भी मांग की कि वह इस मामले में अपना रुख स्पष्ट करें । बैठक की अध्यक्षता पंचायत समिति नारनौल के चेयरमैन पंकज यादव ने की।

आपको बता दें कि सांसद धर्मवीर सिंह ने गत दिनों सरकार को एक पत्र लिखकर सतनाली व चरखी दादरी के कुछ गांवों को अतिरिक्त नहरी पानी दिए जाने की मांग की थी। जब यह पत्र कुछ सामाजिक संगठनों को मिला तो उन्होंने इसका विरोध किया तथा सांसद का बहिष्कार करने की बात कही। जिसके बाद गत सोमवार को सांसद ने पत्रकारों को बताया कि उन्होंने केवल बरसात के दिनों में आने वाले अतिरिक्त पानी को उन गांव में दिए जाने की मांग की है। वह अपने पत्थर में लिखी भाषा की बात को बड़ी सफाई से टाल गए।

इस मामले को लेकर शनिवार को बीडीपीओ ब्लॉक नारनौल में अनेक सरपंचों ने बैठक की । बैठक को संबोधित करते हुए पंचायत समिति के चेयरमैन पंकज यादव ने कहा कि सांसद दक्षिण हरियाणा के साथ भेदभाव कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वैसे तो हरियाणा के गठबंधन सरकार समान पानी के बंटवारे की बात करती है, जबकि दूसरी ओर सांसद नारनौल, नांगल चौधरी, महेंद्रगढ़ जिला के साथ भेदभाव कर रहे हैं।

इस बारे में पूर्व सरपंच दारा सिंह ने बताया कि क्षेत्र के लोग पूरी तरह नहरी पानी पर ही निर्भर है। नांगल चौधरी निजामपुर तथा गोद बलाहा क्षेत्र का जलस्तर चिंता का विषय बनता जा रहा है। नहरी पानी के बिना यहां के किसान फसल नहीं कर पाते जबकि भाजपा सांसद यहां के लोगों के साथ भेदभाव कर रहे हैं तथा वही इस यहां के हिस्से नहरी पानी भी सतनाली को दिलवाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि सांसद ने कहा है कि अतिरिक्त नहरी पानी की बात कर रहे हैं जबकि उनके द्वारा लिखे पत्र में यह स्पष्ट लिखा है कि महेंद्रगढ़ जिले को दिए जाने वाले पानी में से अतिरिक्त पानी सतनाली और दादरी की नहरों में छोड़ा जाए। उन्होंने गठबंधन सरकार से मांग की कि वह समान जल वितरण के वादे पर कायम रहे। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि क्षेत्र के साथ भेदभाव किया जाएगा तो इसका जमकर विरोध किया जाएगा।