“पटौदी जटौली मंडी नगर परिषद” संशोधन का वादा जल्द होगा पूरा एमएलए जरावता अवसरवादी लोगों के दवाब में कर रहे काम फतह सिंह उजाला जाटोली / पटौदी । अधिसूचना के समय ग्रामवासियों ने विधायक पटौदी सतप्रकाश जरावता के समक्ष आपत्ति प्रस्तुत करते हुए ग्राम जटौली को सम्मिलित करने का अनुरोध किया था । क्योंकि राजस्व अभिलेखों के अनुसार समस्त क्षेत्र जटौली ग्राम के अंतर्गत आता है। यह बात जटोली निवासी सेवानिवृत्त विंग कमांडर योगेश चौहान ने कही है । कमांडर योगेश चौहान ने कहा ग्राम जटौली का नाम नगर परिषद में जोड़ने के बजाय विधायक ने 13 अगस्त 2022 संशोधन करा कर राजस्व सम्पदा जटौली को कोष्ठक में लिखकर शामिल कर लिया लेकिन ग्राम जाटौली नाम नगर परिषद मे नही जोडा, जिसे ग्रामीणों ने देखा नही था। जिससे ग्रामीणों को गुमराह करते हुए 16 अगस्त 2022 मुख्य मन्त्री के सामने जाटौली को शामिल करने का ग्रामीणो से धन्यवाद कहलवा दिया। जबकि मुख्य मन्त्री ने 8 दिसम्बर 2021 को ग्रामीण विशिष्ट मंडल के मिलने पर ” हेली शब्द ” हटाने व जाटौली लिखने का मौखिक स्पस्ट आदेश जारी किए थे। लेकिन इसे लागू नही किया गया। इसका पता लगने पर ग्रामीणों ने आपत्तियां उठाई हैं और अपने गांव का नाम शामिल करने के लिए विभिन्न सरकारी अधिकारियों से संपर्क किया है, लेकिन कोई संतोषजनक प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी है। जाटौली का नाम शामिल नहीं करने का फैसला कानूनी और लोकतांत्रिक रूप से गलत है। विधायक एक वकील हैं और सभी निहितार्थों को समझते हैं लेकिन यह समझ में नहीं आता है कि विधायक कुछ व्यापारियों के अहंकार को संतुष्ट करने के लिए उनके प्रभाव में क्यों काम कर रहे हैं। पूरा गाँव भाजपा का कट्टर समर्थक है , जबकि कुछ लोग जिनके प्रभाव में विधायक जी काम कर रहे हैं । वे अवसरवादी हैं और अपनी सुविधा के अनुसार संबद्धता बदलते रहते हैं। अब यह सरकार पर निर्भर करता है कि क्या वे कुछ व्यवसायियों के अहंकार को संतुष्ट करने की कीमत पर अपने विश्वसनीय और भरोसेमंद मतदाताओं को खो देना चाहेंगी। Post navigation किसी भी असंतुष्ट के लिए फरियाद का लास्ट प्लेटफार्म मीडिया या पत्रकार – पर्ल चौधरी ..सुनो सुनो किन्नर जी, खुशी हो या गम 11सौ रुपए ही देंगे हम !