प्रजातंत्र में सभी स्तंभ के अपने कर्तव्य तथा कार्य क्षेत्र : सीजेएम सच को सामने लाने के लिए लगातार जिम्मेदारी निभा रहे हैं पत्रकार भारत सारथी/ कौशिक नारनौल, 3 मई। पत्रकारिता को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहा जाता है। देश की मीडिया के माध्यम से ही लोगों को अपने अधिकारों व कर्तव्यों तथा देश विदेश की जानकारी मिलती है। यह बात जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव एवं मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी शैलजा गुप्ता ने आज जिला न्यायालय के एडीआर सेंटर में विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आयोजित सेमिनार में कही। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव एवं मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी शैलजा गुप्ता ने कहा कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से चलाए जा रहे जागरूकता कार्यक्रमों की जानकारी मीडिया के माध्यम से ही लोगों तक पहुंचाई जा रही है। उन्होंने कहा कि चाहे किसी भी प्रकार की जानकारी हो, उसको आम जन तक पहुंचाने के लिए मीडिया का अहम रोल रहता है। किसी भी प्रकार की प्रतियोगी परीक्षा के लिए भी सामान्य ज्ञान मीडिया के माध्यम से ही प्राप्त होता है। उन्होंने कहा कि भारत विश्व का सबसे बड़ा प्रजातांत्रिक देश है। इसमें सभी स्तंभ मजबूत है। सबके अपने कर्तव्य तथा कार्य क्षेत्र है। सभी स्वतंत्र रूप से कार्य कर रहे हैं। यही कारण है कि इस देश में प्रेस की स्वतंत्रता उसी तरह बरकरार है। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता करते हुए पत्रकारों को कई बार काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसके तमाम उदाहरण दुनियाभर में हैं। सच को सामने लाने और अपनी जिम्मेदारी को अच्छे से निभाने के लिए पत्रकार अपनी जान को जोखिम में डालने से भी नहीं हिचकते हैं। किसी भी प्रजातांत्रिक देश के लिए पत्रकारिता का स्वतंत्र रहना बहुत जरूरी है।उन्होंने पत्रकारों से आह्वान किया कि वे इसी प्रकार जन सरोकारों को आगे रखते हुए अपना कार्य करें। जीवन में हर क्षेत्र में जोखिम तथा चुनौतियां होती है। हमें सब चुनौतियों का सामना करते हुए अपना कर्तव्य इसी प्रकार निभाना है। आजादी से पहले से ही इस देश में पत्रकारिता की जड़ें मजबूत रही हैं। इन जड़ों को मजबूत रखने में पत्रकारों की भी अहम जिम्मेदारी होती है। Post navigation पुलिस सीट बेल्ट का चालान वहां काट रही है जहां जर्जर सड़क है: खेड़ा अंतर्राष्ट्रीय प्रेस स्वतंत्रता दिवस पर संगोष्ठी आयोजित