राष्ट्रीय राजमार्गों पर लापरवाही से टुटते ट्रैफिक नियमों की पर पुलिस की आंख बंद भारत सारथी/ कौशिक नारनौल। गिरीश खेड़ा प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता और आम आदमी पार्टी के क्रांतिकारी कार्यकर्त्ता ने पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लगाते हुए कहा कि मंगलवार शाम को महिला पुलिस थाना नारनौल के बाहर थानाध्यक्षा की अगुवाई में चौपहिया वाहनों के सीट बेल्ट ना लगाने पर चालान काटे गए। गजब ये नही कि चालान काटे गए, गजब है कि चालान वहां काटे गए जहां चौपहिया वाहनों को दौड़ाने के लिए सड़क है ही नही। उस सड़क पर चौपहिया वाहन चालक की जिंदगी खतरे में नही होती। जबकि इन्ही वाहनों से अन्य दुपहिया व पैदल चालकों को खतरा होता है। उन्होंने कहा कि उस से ज्यादा गज़ब ये है कि पुलिस प्रशासन नारनौल – रेवाड़ी हाईवे पर सीट बेल्ट ना लगाने और ओवर स्पीड जैसे सड़क के यातायात के नियमों की उड़ती धज्जियो को लेकर गंभीर नजर नही। जहां सबसे ज्यादा, हर प्रकार के वाहन चालकों की लापरवाही से, जानों माल की हानि लगातार हो रही है। पिछले कुछ दिनों में ही ना जाने कितनी सड़क दुर्घटनाएं इन्ही नवनिर्मित हाइवे पर हो रही हैं। श्री खेड़ा ने नारनौंल पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि थाने के बाहर खड़े होकर चालान काटने से जनता की सेवा और कानून की पालना नही होती। माना कि सीट बेल्ट अनिवार्य है और ट्रैफिक रूल तोड़ने वालों के चालान होने ही चाहिए पर यही चालान शहर के बाजारों के बजाय राष्ट्रीय राजमार्ग वह जिला संपर्क मार्ग पर बेतहाशा ओवरस्पीड बिना, सीट बैल्ट व अन्य यातायात नियमों को भंग करके दौड़ रहे वाहनों के चालान नियमित रूप से काटने चाहिए ताकि वाहन चालक जागरूक होने के साथ साथ जिम्मेवार भी बने। उन्होंने कहा कि हाईवे पर ट्रैफिक पुलिस की नियमित मुस्तैदी ना सिर्फ वाहन चालकों को अनुशासित करेगी बल्कि जान ओ माल की सुरक्षा भी करेगी। गिरीश खेड़ा ने कहा कि ऐसे चालान काटने का मकसद सिर्फ सरकारी खजाना भरना नही होना चाहिए बल्कि जनता को अनुशासित करने और उनकी जान ओ माल की रक्षा करना भी होना चाहिए । उन्होंने पुलिस अधीक्षक से आग्रह किया कि चालान काटने का काम सिर्फ शहर की हद में ही नही बल्कि बहरोड़ रोड , रेवाड़ी रोड हाइवे, रारामा 152 डी, कोटपुतली हाइवे, सिंघाना हाईवे पर नियमित रूप से चलाते रहना चाहिए ताकि हमारे क्षेत्र का हर वाहन चालक अनुशासित होकर यातायात के नियमों का पालन गंभीरता से करे। Post navigation मिड डे मील कार्यकर्ता यूनियन ने डीसी तथा डीईओ से मुलाकात कर मानदेय का भुगतान कराने मांग की, ज्ञापन सौंपा विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस पर एडीआर सेंटर में सेमिनार आयोजित