हेलीमंडी में बीती रात मुख्य बाजार की दुकान में भयंकर अग्नि कांड    
आधा दर्जन दमकल गाड़ियों ने प्रचंड आग पर पाया काबू 
स्थानीय दुकानदारों और दमकल कर्मचारियों की सूझबूझ से टला बड़ा हादसा 

 फतह सिंह उजाला                                       

पटौदी । बीती रात संडे को इलेक्ट्रिक और हार्डवेयर की दुकान में आग लग गई । आग इतनी तेजी से फैली और भयंकर रूप लिया कि आग के बीच इलेक्ट्रिक और हार्डवेयर का तमाम सामान आग में जलकर राख हो गया ।

आगजनी की घटना हेली मंडी में पंजाब नेशनल बैंक के सामने व्यस्त मार्केट में मौजूद हर्षिता इलेक्ट्रिक एंड हार्डवेयर दुकान देर शाम की है । मार्केट बंद हो चुकी थी दुकानदार अपने-अपने प्रतिष्ठान बंद कर घर लौट चुके थे । केवल मार्केट में मेडिकल स्टोर अथवा दवाइयों की दुकानें ही खुली हुई थी । उसी दौरान अचानक आसपास के दुकानदारों का ध्यान हर्षिता इलेक्ट्रिक एंड हार्डवेयर दुकान से निकल रहे धुएं की तरफ गया , बिना देर किए दुकानदारों ने हार्डवेयर दुकान के मालिक उमेश सैनी को फोन कर दुकान में लगी आग और निकल रहे धुएं के विषय में जानकारी दी । इसके साथ ही पटौदी फायर ब्रिगेड और स्थानीय पुलिस को दुकान में तेजी से सो लग रही आग के विषय में जानकारी दी गई । 

आग कितनी भयंकर रही होगी उसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि दुकान में रखा बिजली और हार्डवेयर का सभी प्रकार का सामान जलकर राख के ढेर में बदल गया । आसपास के दुकानदारों और फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों की तत्परता के कारण इलेक्ट्रिक एंड हार्डवेयर के आसपास की दुकानों में आग फैलने से बच गई। हर्षिता इलेक्ट्रिक एंड हार्डवेयर के मालिक उमेश सैनी के मुताबिक गर्मी का सीजन और इलेक्ट्रॉनिक तथा हार्डवेयर के सामान की डिमांड को देखते हुए दुकान में पर्याप्त मात्रा में विभिन्न प्रकार का सामान अग्रिम रूप से ला कर रखा हुआ था । इस बात की संभावना से इनकार नहीं की दुकान में शायद बिजली के शार्ट सर्किट के कारण ही लगी हो । 

 दुकान में आगजनी के कारण लगभग 50 से 60 लाख रुपए के बीच पंखे कूलर प्रेस मोटर विभिन प्रकार के बिजली के उपकरण सभी फर्नीचर गले में रखा कुछ नगदी आग में जलकर राख का ढेर बन गए । आसपास के दुकानदारों ने इतने भारी नुकसान पर उमेश सैनी के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए जिला प्रशासन और हरियाणा सरकार से मांग की है कि उमेश सैनी हर्षिता इलेक्ट्रिक एंड हार्डवेयर के यहां हुए आगजनी से हुए नुकसान का अपने स्तर पर मुआयना करवाकर अधिक से अधिक मुआवजा उपलब्ध करवाया जाए । जिससे कि यह दुकानदार इतने भारी भरकम नुकसान पर कुछ राहत प्राप्त कर अपनी दुकानदारी को आरंभ कर सके ।

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